'लता मंगेशकर' के लिए खोज परिणाम

राम भक्तों के लिए खुले राम मंदिर के द्वार, भीड़ के कारण प्रशासन के छूटे पसीने

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होने के बाद से ही पूरे देश में दिवाली जैसा माहौल हो गया. भक्तों की बरसों की प्रतिक्षा खत्म हो गई है और अब वो सिर्फ अपने भगवान के दर्शनों को तरस ...

आपत्तिजनक सामग्री को प्रस्तुत करने वाले कॉमेडियन का समर्थन करने के बाद से ही कोटक बैंक निशाने पर है

Kotak Mahindra Bank Ad campaign: कभी कभी आपका एक गलत कदम या प्रयोग आपकी समस्त अच्छाईयों को ढक लेता है। आप हृदय के कितने भी स्वच्छ हो, यदि वो एक भूल सबकी चर्चा का विषय बन जाए, तो फिर ...

“अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति भी यही बना रहे हैं”, राम वी. सुतार को भगवान विश्वकर्मा का आशीर्वाद मिला है

राम मंदिर निर्माण का कार्य अयोध्या में जोर-शोर से जारी है। हर भक्त भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर का कार्य पूरा होने का उत्सुकता के साथ इंतेजार कर रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तो ऐलान कर ...

रानू मंडल : करियर , शादी एवं रोचक तथ्य

Ranu Mandal : रानू मंडल : करियर , शादी एवं रोचक तथ्य  स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे  Ranu Mandal साथ ही इससे करियर एवं रोचक तथ्य  के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः ...

अजीब दास्ताँ है यह कहाँ शुरू कहाँ ख़तम सांग लिरिक्स : शीर्षक एवं गीत

Ajib Dastan Hai Yeh Kahan Shuru Kahan Khatam Song Lyrics स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Ajib Dastan Hai Yeh Kahan Shuru Kahan Khatam Song Lyrics में साथ ही इससे जुड़े शीर्षक एवं गीत के ...

भारत को बेहतरीन गीत देने वाले मदन मोहन कोहली की वास्तविक कहानी जानते हैं आप?

“दो पल रुका, ख्वाबों का कारवां, और फिर चल दिए, तुम कहां हम कहां”, ये बोल सुनकर कौन विश्वास करेगा कि एक समय ऐसा भी था, जब बॉलीवुड से ऐसा कर्णप्रिय संगीत निकलता था, जिसे अपना स्वर देकर सोनू ...

आनंद बक्शी की कहानी, जो अपना गीत पूरा करके ही दुनिया से विदा हुए

कोरा कागज़ था ये मन मेरा, लिख लिया नाम इस पर तेरा ‘आराधना‘ फिल्म के इस गीत को लता मंगेशकर और किशोर कुमार ने अपनी मधुर आवाज से पिरोया है। इन गायकों ने जितनी शिद्दत से इस गीत को ...

भारत के वास्तविक ‘सुर सम्राट’- न वो इलैयाराजा थे न एमएम कीरावाणी और एआर रहमान तो बिल्कुल भी नहीं

संगीत और भारत का एक बहुत पवित्र नाता रहा है। हमारे सबसे पवित्र ग्रंथों में से माने जाने वेदों में से एक पूरा वेद तो केवल संगीत को ही समर्पित है- सामवेद। ऐसे में आप भली भांति समझ सकते ...

जब “गाइड” में व्यभिचार को बढ़ावा देने को लेकर देव आनंद को मिला सरकारी नोटिस

हर कथा में एक अलग कथा छिपी है, जो चर्चा में छाने के लिए लालायित है। अब देव आनंद को ही देख लीजिए, इनकी हर फिल्म में एक मर्म, एक अलग दृष्टिकोण है परंतु एक ऐसा भी समय था, ...

कादर खान: व्यक्ति एक, रूप अनेक

90 के दशक की फिल्में हों और उसमें कादर खान न हों, ऐसा होना कुछ यूं है कि बंधु खाना बन गया और पता चला कि नमक ही नहीं है। जी हां तब के समय में फिल्मों के लिए ...

मधुबाला के प्यार में सबकुछ लुटा दिया फिर भी खरी-खोटी सुनी, किशोर कुमार की अनसुनी कहानी

“कोई हमदम न रहा, कोई सहारा न रहा, हम किसी के न रहे, कोई हमारा न रहा” पक्का लड़के का ही दोष है, भला बेचारी स्त्री से क्यों गलती होगी? पिछले कई सदियों से भांति-भांति के नमूनों ने इस ...

ऋषिकेश मुखर्जी: फिल्मकार जो सरल लेकिन ऐसी फिल्में बनाता था जिन्हें पीढ़ियां याद रखें

‘गोलमाल है भई सब गोलमाल है, सीधे रास्ते की एक टेढ़ी चाल है, गोलमाल है भई सब गोलमाल है!” कुछ स्मरण हुआ? एक युग ऐसा भी था जब लोगों को सिनेमाघरों में आकर्षित करने के लिए न चमचमाती गाड़ी ...

पृष्ठ 2 of 4 1 2 3 4

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team