रूस को क्यों है भारत की जरूरत?
16 April 2024
टेस्ला की कारों के लिए सेमीकंडक्टर चिप बनाएगी टाटा।
16 April 2024
कहा जाता है कि एक लेखक का अपना कुछ नहीं होता, जो होता है वो सारे संसार का होता है। एक लेखक की विचारधारा जिम्मेदारी भरी होनी चाहिए। हमारे देश में कई लेखक खुद को लेकर दावा करते हैं कि वे एक तर्कवादी लेखक हैं। लेकिन यदि ये ही तथाकथित ...
Yagyopavit Sanskar: सनातन संस्कृति में जन्म से लेकर मृत्यु तक एक व्यवस्थित प्रक्रिया के अंतर्गत एक व्यक्ति का जीवन व्यतीत होता है। जैसे गर्भधारण से लेकर पैदा होने तक और उसके बाद बड़े होने से लेकर मृत्यु तक सभी चीजों के लिए अलग-अलग 16 संस्कारों की व्यवस्था की गई है। ...
विश्वभर में मानव सभ्यताओं का विकास हुआ, इसके साथ साथ शासन-प्रशासन को चलाने के नियमों को भी निर्धारित किया गया। पहले कबीलों के द्वारा शासन व्यवस्था चलाई जाती थी, फिर राजा-महाराजाओं के द्वारा और बाद में जब आधुनकिता के दौर में व्यक्तिगत स्वतंत्रता की बात होने लगी तो लोकतंत्र की ...
विकास दिव्यकीर्ति हिंदू युवाओं के दिमाग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के विरुद्ध विष भर रहा है, इस आदमी के हाव-भाव देखिए, आपको ऐसा प्रतीत होगा कि ये बहुत ही कूल हैं, कितने अच्छे शिक्षक हैं, कितनी सरलता से छात्रों को पढ़ाते हैं। इन्हें बेहतरीन शिक्षक का राष्ट्रपति पुरस्कार तो ...
आज के समय में देखा जाये हिंदू धर्म को सॉफ्ट यानी टारगेट बना दिया गया है। आप देखेंगे कि आज कोई भी व्यक्ति मुंह उठाकर सनातन धर्म के विरुद्ध कुछ भी बोल देता हैं। वहीं कुछ लोगों ने तो इसे ही अपना एजेंडा बना लिया है कि स्वयं को दलितों ...
मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद से देश के अनेकों तीर्थस्थलों का जीर्णोद्धार व पुनर्निर्माण करवाया है। फिर चाहे वो बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर हो, उज्जैन का महाकाल मंदिर या फिर गुजरात के मंदिर हों। मोदी सरकार देश के तीर्थस्थलों पर विशेष ध्यान देती आयी है। परंतु हिंदुओं का ...
Adipurush Ban: देवियों और सज्जनों, हम TFI की ओर से आदिपुरुष के टीज़र द्वारा पहुंचाई गई ग्लानि, एवं उससे भारतीय जनमानस को हुए शारीरिक, मानसिक एवं सांस्कृतिक कुठाराघात पर अत्यंत खेद प्रकट करते हैं। आइए, व्यवहारिकता और संस्कृति के लिए दो मिनट का मौन रखें, जिन्हें एक बार पुनः फुटबॉल ...
किन्नरों की स्थिति आज के आधुनिक समय में भी बहुत बुरी हैं, हमेशा से ही इन्हें दोयम दर्जे का समझा जाता रहा है। कई लोग इन्हें घृणा के भाव से देखते हैं। जिस सम्मान के किन्नर अधिकारी हैं उसके लिए वो न जाने कब से संघर्ष कर रहे हैं। इसके विपरीत ...
संसार इधर से उधर हो जाए पर कुछ लोग ऐसे ढीठ हैं कि अपने एजेंडा के लिए कुछ भी करेंगे। उन्होंने न अपना एजेंडावाद छोड़ा है और न ही छोड़ेंगे और वामपंथियों का दुलारा द वायर भी उन्हीं में से एक हैं। वामपंथ और तुष्टीकरण के प्रति इस पोर्टल के ...
परिवर्तन संसार का नियम है पर ऐसा परिवर्तन जो सोच से परे हो यदि वो कल्पना को पीछे छोड़ते हुए वास्तविकता में परिवर्तित हो जाए तो उसे किसी चमत्कार से कम नहीं आंका जा सकता है। लेकिन होता तो ऐसा भी है कि कुछ लोगों को सकारात्मक परिवर्तन से भी ...
बाबा विश्वनाथ की नगरी में शिवलिंग का मिलना कोई बड़ी बात नहीं है. काशी के ज़र्रे-ज़र्रे में बाबा का वास है. मज़हबी सनकीपन में पागल इस्लामिक आक्रांताओं हिंदुस्तान की पहचान मिटाने का हर संभव प्रयास किया. मुगल आक्रांताओं ने बाबा विश्वनाथ के मंदिर को भी कई बार तोड़ा. लेकिन हर ...
अक्षय तृतीया का त्योहार दुनिया भर में हिंदुओं और जैनियों द्वारा मनाया जाता है। इस दिन को अक्तीया आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। इस साल यह मंगलवार (3 मई) को था। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, अक्षय तृतीया वैशाख महीने में शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि (चंद्र ...