EVM पर सवाल उठाने वालों को लगा सुप्रीम झटका।
29 April 2024
बस्तर में कैसे दम तोड़ रहा नक्सलवाद?
29 April 2024
भारत अब वैश्विक कूटनीति से दुनिया में अपनी बादशाहत कायम करने के लिए बड़े स्तर पर योजनाएं बना रहा हैं। विश्व पर एकक्षत्र राज करने की रणनीतियों पर काम कर रहे अमेरिका को भी अब भारत कूटनीतिक स्तर पर मात देने का प्लान तैयार कर रहा है। अमेरिका पूरी दुनिया ...
एस जयशंकर, मोदी सरकार के ऐसे मिसाइल जो कहीं भी और कभी भी तथ्यों के साथ किसी की भी बजा देते हैं। मोदी सरकार में विदेश मंत्रालय को फ्री हैंड दे दिया गया है और एस जयशंकर, पीएम मोदी के भरोसे पर एकदम खरे उतर रहे हैं। भारत अब अपनी ...
पश्चिमी देशों का जोर हमेशा से इस बात पर रहा है कि कैसे भी करके भारत को कमजोर किया जाए। इन लोगों ने हमेशा भारत की संस्कृति से लेकर यहां की एक-एक चीज को हीन भावना से देखा है। इन सबके बाद भी भारतीय संस्कृति अब काफी तेजी से आगे ...
पाकिस्तान और चीन दोनों पड़ोसियों से मिल रही चुनौती के कारण भारत लगातार अपनी रक्षा क्षमता मजबूत करने के प्रयासों में जुटा रहता है। एक तो आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया जैसे सफल अभियानों के कारण इसमें काफी सहायता मिल रही है। इसके साथ ही भारत अपनी रक्षा क्षमता ...
पिछले कुछ समय में भारत की विदेश नीति में जमीन आसमान का अंतर आ चुका है। आज पूरी दुनिया भारत को एक मजबूत छवि वाले देश के तौर पर देखती है। भारत ने कूटनीति के माध्यम से अपनी विदेश नीति ऐसी बदली कि अमेरिका जैसा देश जो स्वयं को विश्व ...
भारत के रक्षा मंत्रालय (MoD) ने सेना के लिए अमेरिका से 72,400 'पैट्रोल' सिग सॉयर असॉल्ट राइफलों के लिए 2020 के अंत में स्वीकृत 700 करोड़ रुपये के रिपीट ऑर्डर को रद्द कर दिया है। इसका मुख्य कारण इन रायफल के नली में होने वाला जाम-स्नैग है। कई "ऑपरेशनल गड़बड़ियों" ...
इन दिनों डॉक्टर एस जयशंकर का जलवा सातवें आसमान पर है। जिस प्रकार से उन्होंने भारतीय कूटनीति की परिभाषा को बदला है, उससे कोई भी भारतीय अनभिज्ञ नहीं है, और वर्तमान में अमेरिकी दौरा इसी बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है। रूस-यूक्रेन मामले पर भारत के तटस्थ रूख से विचलित हुआ ...
भारत पर दबाव डालने की मूल प्रवृत्ति को अमेरिका ने कभी भी त्यागना उचित नहीं समझा क्योंकि उसकी हीन दृष्टि सदैव भारत को दबाने की सोच के साथ ही जीती आई है। वहीं वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने तो सारी ताकत लगा यह तय करना चाहा था कि भारत ...
अमेरिका हमेशा से अपनी विदेश नीति को लेकर कन्फ्यूज रहा है. भारत के प्रति उसकी गलतफहमी तुलनात्मक रूप से कुछ ज्यादा ही रही है. मुख्य रूप से भारत के मामले में अमेरिका का रवैया इसलिए गलत रहा है क्योंकि वह सहभागिता नहीं अपितु, आधिपत्य में विश्वास रखता है. आधिपत्य जमाने ...
किसी भी व्यक्ति को उसके अपनों के होने का एहसास दो परिस्थितियों में ही अधिक होता है। एक उसके ख़ुशी और दूसरे उसके कष्ट के समय में। इनमें भी प्रमुखतः कष्ट और दुःख के समय में कितने लोग आपके साथ हैं उसे ही देखा जाता है क्योंकि ख़ुशी में तो ...
न्यू यॉर्क टाइम्स का भ्रामक लेख NYT के प्रोपेगेंडा लेख का हुआ पर्दाफाश भारत को नीचा दिखाने में व्यस्त है चीन की कठपुतली वर्ष 1965 में रिलीज हुई डायरेक्टर यश चोपड़ा की फिल्म 'वक्त' में राजकुमार का डायलॉग बहुत प्रसिद्ध हुआ था, "चिनॉय सेठ, जिनके घर शीशे के बने होते ...
वैश्विक स्तर पर सबसे शक्तिशाली राष्ट्र होने का गौरव हासिल करने वाला अमेरिका वास्तव में किसी का सहयोगी नहीं है । वह सिर्फ अपने स्वार्थ का साथी है। अफगानिस्तान में 20 साल तक राज करने वाले अमेरिका ने कई विवादों और घटनाओं को अंजाम दिया और ईरान के साथ भी ...