‘रोडीज के रघुराम’ से पंचायत के निर्देशक तक, दीपक मिश्रा ने गाड़ दिए हैं झंडे
“चुप! बिल्कुल चुप!’ “आई एम नॉट इंटेरेस्टेड यार! मुझे सुनना ही नहीं है!” “अरे पढ़ाई कर लो थोड़ा!” “नमस्ते जी, हम पुरषोत्तम बोल रहे हैं!” इन संवादों को सुनके कुछ स्मरण हुआ? क्या जोड़ता है इन्हें? ये सब बड़े ...