चंद्रयान 2 : देश की आने वाली पीढ़ी कल रात को कभी नहीं भूलेगी
चन्दू यूं तो हर रात एक आज्ञाकारी बालक की तरह सो जाता था, पर इस बार वो नहीं सो पाया। न ही उसके माता-पिता ने इस बार उसके न सोने की जिद्द का विरोध किया। चन्दू की आँखें घर ...
चन्दू यूं तो हर रात एक आज्ञाकारी बालक की तरह सो जाता था, पर इस बार वो नहीं सो पाया। न ही उसके माता-पिता ने इस बार उसके न सोने की जिद्द का विरोध किया। चन्दू की आँखें घर ...
चंद्रयान फेल नहीं हुआ है। हमारा विक्रम से सिर्फ संपर्क टूटा है। इसरो के वैज्ञानिक लगातार संपर्क बनाने की कोशिश करने में लगे हुए है। दरअसल, कल रात चंद्रयान 2 के चाँद पर उतरते समय विक्रम यानि लैंडर जो ...
रोमिला थापर एक वामपंथी इतिहासकार हैं तथा उनके अध्ययन का मुख्य विषय "प्राचीन भारत का इतिहास" रहा है। रोमिला थापर का जन्म 30 नवंबर 1931 को लखनऊ में हुआ था। पंजाब विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद लंदन विश्वविद्यालय ...
‘’बलं विद्या च विप्राणां राज्ञः सैन्यं बलं।‘’ यानी विद्या ही ब्राह्मणों का बल है, राजा का बल सेना है। आचार्य चाणक्य ने अर्थशास्त्र में लिखा था कि किसी राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति व्यवस्था तथा बाहरी सुरक्षा के लिए सेना ...
गुरुवार का दिन भारत के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण दिन रहा। ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि किसी एक तारीख को एक साथ 2 त्यौहार का संगम हो। 15 अगस्त यानी कल गुरुवार को स्वतन्त्रता दिवस और ...
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता रंगनाथन माधवन पिछले कुछ दिनों से अपनी बेबाकी व हाजिरजवाबी के कारण मीडिया में छाए हुए हैं। इस बार भी आर माधवन अपने बेबाक ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं। गुरूवार को ...
भारत भले ही 1947 में स्वतंत्र हो गया हो, पर हम भारतीय आज भी मानसिक रूप से ग़ुलाम हैं। हमारे अंदर हीनता की भावना ऐसे घर कर गयी है कि हमें आज भी अपनी उपलब्धियों की मान्यता के लिए ...
इसरो ने अपनी सफलता में चार चांद लगाते हुये चंद्रमा की ओर भारत के दूसरे मिशन, चंद्रयान-2 को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया। इसरो के प्रतिभावान वैज्ञानिकों को इसके लिए हर जगह से प्रशंसा मिली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द एवं पीएम नरेंद्र ...
सोमवार को इसरो ने चन्द्रमा के लिए अपना दूसरा मिशन, चंद्रयान 2 को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया। जब चंद्रयान 2 चंद्रमा के अन्य रहस्य जानने के लिए पृथ्वी से रवाना हुआ तब जहां चारों तरफ से जहां इसरो को बधाइयां ...
जूलियस रॉबर्ट ओपेनहाइमर एक सैद्धांतिक भौतिकविद् थे जिन्हें ‘एटोमिक बॉम्ब का जनक’ भी कहा जाता है। ओपेनहाइमर ने मेक्सिको के ट्रिनिटी टेस्ट केंद्र पर 16 जुलाई 1945 को जब सबसे पहले एटोमिक बॉम्ब का विस्फोट देखा तो उन्होंने कहा ...
भारतीय शिक्षा के लिए खुशखबरी आई है। हाल ही में केंद्र सरकार ने एक योजना पर सहमति जताई है, जिसके अंतर्गत विश्व के शीर्ष विश्वविद्यालयों को भारत में ‘ओपेन ऑफ कैम्पस सेंटर्स’ खोलने के लिए निमंत्रण दिया जाएगा। जी ...
बात मई 1996 की है, देश में चुनाव हो चुका था और 5 वर्षो के सफल कार्यकाल के बाद पीवी नरसिम्हा राव की सरकार चुनाव हार गयी थी। भाजपा उस समय सबसे बड़ी पार्टी थी और सरकार बनाने जा ...
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