EVM पर सवाल उठाने वालों को लगा सुप्रीम झटका।
29 April 2024
बस्तर में कैसे दम तोड़ रहा नक्सलवाद?
29 April 2024
अर्थशास्त्र में मांग (Demand) का नियम पढ़ाया जाता है जो कहता है जब आपकी इच्छा किसी वस्तु को खरीदने की हो और उसे खरीदने की आपकी क्षमता (औकात) हो तभी 'माँग' उत्पन्न हुई मानी जाती है। खाली इच्छा होने से बात नहीं बनती। उदहारण के तौर पर हम सब ऑडी ...
इतिहास पढ़ने से अधिक दिलचस्प है उसकी व्याख्या करना। वाद विवाद में नाम और तारीख याद करना आवश्यक है पर इसमें खो जाता इतिहास को पढ़ने का सार और उसका मुख्य उद्देश्य। इतिहास के एक अहम अध्याय से आज की व्याख्या करना और भी ज़्यादा दिलचस्प बनता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र ...
जब बात काँग्रेस के विध्वंस की हो, और ‘काँग्रेस मुक्त भारत’ के सपने को पूरा करने की हो, तो यह अवश्यंभावी की हम उस मनुष्य को याद करें, जिसने इस सुनहरे अभियान की नींव रखी थी। आज कोंग्रेसियों की तिलमिलाहट पर यह स्वर्ग में मन ही मन मुस्का रहे होंगे। ...
जुलाई 4 को पीएम नरेंद्र मोदी के इजराएल आगमन को यहूदी मीडिया में खूब गिनाया जा रहा है। इजराएली दैनिक ‘द मार्कर’ ने उन्हे विश्व का सबसे महत्वपूर्ण प्रधानमंत्री का दर्जा दिया है। उनके लेख का शीर्षक कहता है, ‘उठो, जागो, विश्व का सबसे महत्वपूर्ण पीएम आ रहा है” इतना ...
जब श्री मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तब हमें कोई संदेह नहीं था की यह कठपुतली का नाटक चल रहा है, जिसे कभी कहीं दुनिया में नहीं देखा गया था। आतंकवादियों से संधि करने में इस पार्टी का सच में भारत में कोई सानी नहीं है, चाहे वो सम्झौता एक्सप्रेस पर ...
अभी सिर्फ पिछले हफ्ते ही दिल्ली ने अफ़ग़ानिस्तान से विकसित हो रहे दिल्ली काबुल एयर कॉरिडॉर के रास्ते माल का पहला बेड़ा आते देखा। दूरी भले ही हजारों मीलों की हो, पर इन दो देशों के दिलों में बढ़ती नज़दीकियों को तो पूरी दुनिया देख रही है। हालांकि इस रिश्ते ...
यूएस के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ भद्दी गलियों का इस्तेमाल करने के लिए कथित पत्रकार रेज़ा असलान को आखिरकार उसकी उचित सज़ा मिल ही गयी। न सिर्फ उसे सीएनएन से फटकार पड़ी, बल्कि उसके कट्टरपंथी कार्यक्रम ‘बिलिवर’ पर कैंची भी चलायी गयी। जिस ट्वीट ने रेज़ा के घमंड को ...
भारत में पत्रकारिता को 'माफिया' संस्कृति में ढालने वाले, वामपंथी विचारधारा के उद्देश्यों को खबरों के आवरण से ढक कर परोसने वाले, वामपंथियों की संस्थानों से निकले, राष्ट्रीयता की विछिप्त व्याख्या करते निर्लज्ज मस्तिष्कों को बुद्धिजीवी पत्रकार बनाने वाले और चर्च की आस्था की आंधी में गांधी परिवार के स्वंयम्भू ...
एक कहावत है लोहा लोहे को काटता है। ये कहावत यहाँ पूरी तरह चरितार्थ होती दिख रही है, जब अपने ही खासमखास और करीबी माने जाने वाले कपिल मिश्रा अपने ही गुरु को उन्हीं के जाल में उन्हीं के अंदाज में लपेट रहे है तो एक वक्त केजरीवाल भी सोच ...
रिलीज होते ही पहले दिन 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर चुकी, भारतीय संस्कृति के स्वर्णिम और गौरवमयी इतिहास को परदे पर उकेरती डायरेक्टर एस राजामौली की फिल्म 'बाहुबली: द कन्क्लूजन' ने रिलीज के बाद 10 दिनों में ही बॉलीवुड में कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं | ...
राहुल गांधी की परफॉरमेंस का अंदाजा तो अबतक सब को हो ही गया होगा, उनकी एक के बाद एक धमाकेदार असफलता को देखते हुए अब नेता तो नेता कार्यकर्ताओं का भी सब्र टूटने लगा है। अभी हाल ही में दिल्ली की महिला कांग्रेस अध्यक्ष बरखा सिंह ने सीधे राहुल गांधी ...
लेफ्टिनेंट-कर्नल रंगराज और उनकी पलटन को “मैरून एंजेल” बुलाते थे? 1910 से ले के दूसरे विश्व युद्ध तक कोरिया(संयुक्त कोरिया) पर जापान का कब्ज़ा था। द्वितीय विश्व युद्ध जापान हार गया और परिणाम स्वरुप जापान को कोरिया के ऊपर अपना कब्ज़ा छोड़ना पड़ा। http://afe.easia.columbia.edu/main_pop/kpct/kp_koreaimperialism.htm अब जीतने वाली शक्तियाँ थी संयुक्त ...