'जन धन योजना' के लिए खोज परिणाम

मुआवजा मुंह बंद करने के लिए या फिर राजनीति साधने के लिए दिया जाता है

भारत एक मिश्रित अर्थव्यवस्था है जो बहुत बड़ी मात्रा में निजी-सार्वजनिक भागीदारी प्रदान करती है। एक राष्ट्र के रूप में यह अपने नागरिकों की आर्थिक और सामाजिक भलाई की रक्षा और बढ़ावा देने पर भी ध्यान केंद्रित करता है। ...

चीन मामलों के विशेषज्ञ लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान बने भारत के नये CDS

कुल नौ महीने के लंबे इंतज़ार के बाद बीते दिन सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्त) को नये सीडीएस पद पर नियुक्त किया है। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जनरल बिपिन रावत की एक हावाई दुर्घटना ...

‘पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना’ को बंद करने का वक्त आ गया है?

कोरोना काल में लगभग हर सेक्टर बुरी तरह से प्रभावित हुआ था लेकिन वह भयावह समय भी अंततः बीत ही गया और तब से लेकर अब तक देश की स्थिति बहुत सुधार गयी है। देश की अर्थव्यवस्था ने भी ...

वरदराजन, मस्तान, दाऊद एवं अन्य – कैसे संगठित माफिया ने मुंबई, क्रिकेट, राजनीति और बॉलीवुड को लंबे समय तक नियंत्रित किया

“चौकियां चाहे पुलिस की हो, शहर के कमिशनर लोग तो हम ही हैं....” वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई का यह संवाद उस समय का परिचायक है जब अपराध और समाज के बीच का अंतर मिट चुका था। तब ...

Astraverse – Brahmastra का आधार ही बकवास और अपमानजनक है

Boycott Brahmastra: परंतु क्यों? क्या हम इतने मूर्ख हो गए हैं कि हम किसी भी वस्तु का निराधार बहिष्कार करेंगे? क्या हम बॉलीवुड के प्रति अपने विरोध में इतने अंधे हो चुके हैं कि हम ब्रह्मास्त्र जैसी फिल्म को ...

गुलाम नबी आजाद की एंट्री कश्मीर की राजनीति को पलटने के लिए तैयार है

समय-समय की बात है, कल किसी का था तो आज किसी का है, इसी तरह यह समय आगे किसी और का होगा। राजनीति में ऐसे समीकरण बहुत मायने रखते हैं। उसमें भी जब बात भारतीय राजनीति की हो तो ...

अफ्रीका के पास एक ऐसी योजना है जो भारत की लॉटरी लगायेगा और चीन का सर्वनाश करेगा

कभी कभी ऐसे भी अवसर आपके समक्ष आते हैं, जिसे देख आप नहीं समझ पाते कि करे तो करे क्या। ये प्रारंभ में एकदम हास्यास्पद प्रतीत होंगे परंतु एक ही तीर से दो लक्ष्य भेदने में सक्षम भी होंगे ...

अशनीर ग्रोवर को भारतपे से हटाने की ओछी कॉरपोरेट राजनीति…

वो समय बहुत पीड़ा से भरा होता है जब आप एक बीज बोते हैं और उसके फलदायक होने पर आपको उसे छोड़ने के लिए विवश कर दिया जाता है। कुछ ऐसा ही भारतपे के पूर्व सह-संस्थापक और पूर्व प्रबंध ...

विजय देवरकोंडा को बॉलीवुड का लफाड़ी बनाने की पूरी पूरी योजना थी

“जब किसी का काम नहीं खराब कर सकते न, तो उसका नाम खराब करो!” ये संवाद न जाने क्यों हमारी मीडिया पर भी काफी सटीक बैठता है। एक ओर बॉलीवुड के भाग्य किस दिशा में जा रहे हैं, इसका ...

सचिन पायलट को साधने और कांग्रेस को अपनी मुठ्ठी में रखने का ये है ‘सोनिया-प्लान’

सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे। कांग्रेस के लिए सांप है वो परिवारवाद का ठप्पा जिसने उसे दशकों की सत्ता से बाहर कर दिया। वहीं लाठी है वो एकाधिकार की शक्ति जो गांधी परिवार के हाथ ...

मोदी सरकार की एक से बढ़कर एक योजनाएं दर्शा रही हैं नीति आयोग का महत्व

देश को योजना से चलाने के लिए संस्था की आवश्कयता होती है। इसी जरूरत को समझते हुए वर्ष 1950 में योजना आयोग का गठन किया गया था।  संस्था का मुख्य उद्देश्य देश में उपलब्ध संसाधनों का सही तरीके से ...

भ्रम में मत रहिए, राजनीतिक लाभ के लिए इंदिरा गांधी ने किया था बैंकों का राष्ट्रीयकरण

इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) जब भारत की प्रधानमंत्री थीं तब देश में आपातकाल लगाया गया था। आज भी उस आपातकाल (emergency) के काले दिनों की चर्चा समय-समय पर होती रहती है। लेकिन क्या आपको पता है कि इंदिरा गांधी ...

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