'जिन्ना' के लिए खोज परिणाम

समुद्री दस्यु, दहेज, और वाडिया समूह की उत्पत्ति

वाडिया समूह: आज भारत में उद्यमिता की स्थिति पहले से बेहतर है। अनेकों कंपनियां एक भीषण प्रतिस्पर्धा में सम्मिलित है, परंतु जिनका प्रभाव सबसे अधिक है भारतीय उद्योग पर, वह है धीरुभाई अंबानी का रिलायंस समूह , और गौतम ...

सावरकर के प्रति HSRA की रुचि की अनकही कही कथा

कुछ समय पूर्व एक ‘महापुरुष’ ने अपने कर्मों का बचाव करते हुए कहा था, “देखिए जी, हम सावरकर की औलादें नहीं है, हम भगत सिंह के वंशज हैं। हम आखिरी सांस तक अत्याचार के विरुद्ध लड़ेंगे” बोलने में क्या ...

3 अभियुक्त, 1 उद्देश्य: किसने चंद्रशेखर आजाद के साथ विश्वासघात किया?

“दुश्मन की गोलियों का सामना करेंगे, आजाद ही रहें हैं, और आजाद ही रहेंगे!” चंद्रशेखर आजाद एक ऐसा नाम जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का उतना ही अभिन्न अंग है जितना सरदार पटेल, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, भगत सिंह इत्यादि। 27 ...

The Guruji Effect: एम एस गोलवलकर वह व्यक्ति जिनके कारण RSS अपने वर्तमान स्वरूप में विद्यमान है

किसी वस्तु या संस्थान का प्रारंभ करना एक बात है परंतु उसे आगे बढ़ाना और उसकी सशक्त नींव स्थापित करना बिल्कुल ही अलग। आज RSS जैसी भी हो, आपके जो भी विचार हों, परंतु आप इस बात को बिल्कुल ...

आपत्तिजनक सामग्री को प्रस्तुत करने वाले कॉमेडियन का समर्थन करने के बाद से ही कोटक बैंक निशाने पर है

Kotak Mahindra Bank Ad campaign: कभी कभी आपका एक गलत कदम या प्रयोग आपकी समस्त अच्छाईयों को ढक लेता है। आप हृदय के कितने भी स्वच्छ हो, यदि वो एक भूल सबकी चर्चा का विषय बन जाए, तो फिर ...

सविनय अवज्ञा आंदोलन : कारण एवं आन्दोलन

Savinay avagya andolan : सविनय अवज्ञा आंदोलन : कारण एवं आन्दोलन स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Savinay avagya andolan साथ ही इससे जुड़े कारण एवं आन्दोलन के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः ...

क्रांति के चंदन में लिपटे हुए भुजंग की तरह थे यशपाल

“विश्वासघात की सबसे बुरी बात क्या है? वो शत्रु नहीं देते!” द गॉडफादर शृंखला में ये संवाद आज भी कई लोगों के मन मस्तिष्क में बैठ चुका है। इसका अर्थ स्पष्ट है और दुर्भाग्य की बात तो यह है ...

बंगाल फिल्म उद्योग काफी समृद्ध था लेकिन यह मुंबई स्थानांतरित कैसे हो गया?

उद्योग और कोलकाता, वो क्या होता है? आज के परिप्रेक्ष्य में ये चुटकुला आप बहुत सुनते होंगे परंतु वो क्या है न, एक समय वो भी था जब कोलकाता, कलकत्ता हुआ करता था और वह भारत की सांस्कृतिक एवं ...

सरदार पटेल और वीपी मेनन ने कैसे रचा आधुनिक भारत का इतिहास?

“तो तुम जाना चाहते हो?” “जी सर?” “देश स्वतंत्र हो रहा है, और तुम जॉब से स्वतंत्र होना चाहता हो?” “सर, 30 वर्षों से नौकरी पर रहा हूँ। कभी सोचा नहीं था कि मेरे जीते जी देश स्वतंत्र होगा ...

नेहरू को इतिहास से निकाल कर कूट दिए वो भी जयराम रमेश के सामने, किरेन रिजिजू नाम है हमारा!

श्रीमद्भगवद्गीता में कहा गया है कि कर्म किए जाओ, फल की चिंता मत करो! जवाहरलाल मोतीलाल नेहरू को इस बात पर तनिक चिन्तन तो करना ही चाहिए था या जो भी उनका वास्तविक नाम था। आज बिना नेहरू की ...

MDH की सफलता की कहानी और हिंदू व्यापार मॉडल की विशेषता

‘MDH का तड़का, अंग-अंग फड़का’ ‘असली मसाले सच-सच, MDH, MDH!’ कुछ व्यक्ति या उत्पाद ऐसे होते हैं जो अपने आप में उस उत्पाद का अभिप्राय बन जाते हैं। अब चॉकलेट के अनेक ब्रांड है पर दुकान पर जाते ही ...

गॉसिप और चुगलियों में भारत की जनता को इतना आनंद क्यों आता है?

“चैन से सोना है तो जाग जाइए!” “Three Shots That Shook The Nation!” ये शब्द कुछ सुने सुने से नहीं लगते? लगेंगे क्यों नहीं, ये परिलक्षित करते हैं भारतीय पत्रकारिता के उस पहलू को जिससे चिढ़ते तो सब हैं ...

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