सविनय अवज्ञा आंदोलन : कारण एवं आन्दोलन
Savinay avagya andolan : सविनय अवज्ञा आंदोलन : कारण एवं आन्दोलन स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Savinay avagya andolan साथ ही इससे जुड़े कारण एवं आन्दोलन के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः ...
Savinay avagya andolan : सविनय अवज्ञा आंदोलन : कारण एवं आन्दोलन स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Savinay avagya andolan साथ ही इससे जुड़े कारण एवं आन्दोलन के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः ...
“विश्वासघात की सबसे बुरी बात क्या है? वो शत्रु नहीं देते!” द गॉडफादर शृंखला में ये संवाद आज भी कई लोगों के मन मस्तिष्क में बैठ चुका है। इसका अर्थ स्पष्ट है और दुर्भाग्य की बात तो यह है ...
उद्योग और कोलकाता, वो क्या होता है? आज के परिप्रेक्ष्य में ये चुटकुला आप बहुत सुनते होंगे परंतु वो क्या है न, एक समय वो भी था जब कोलकाता, कलकत्ता हुआ करता था और वह भारत की सांस्कृतिक एवं ...
“तो तुम जाना चाहते हो?” “जी सर?” “देश स्वतंत्र हो रहा है, और तुम जॉब से स्वतंत्र होना चाहता हो?” “सर, 30 वर्षों से नौकरी पर रहा हूँ। कभी सोचा नहीं था कि मेरे जीते जी देश स्वतंत्र होगा ...
श्रीमद्भगवद्गीता में कहा गया है कि कर्म किए जाओ, फल की चिंता मत करो! जवाहरलाल मोतीलाल नेहरू को इस बात पर तनिक चिन्तन तो करना ही चाहिए था या जो भी उनका वास्तविक नाम था। आज बिना नेहरू की ...
‘MDH का तड़का, अंग-अंग फड़का’ ‘असली मसाले सच-सच, MDH, MDH!’ कुछ व्यक्ति या उत्पाद ऐसे होते हैं जो अपने आप में उस उत्पाद का अभिप्राय बन जाते हैं। अब चॉकलेट के अनेक ब्रांड है पर दुकान पर जाते ही ...
“चैन से सोना है तो जाग जाइए!” “Three Shots That Shook The Nation!” ये शब्द कुछ सुने सुने से नहीं लगते? लगेंगे क्यों नहीं, ये परिलक्षित करते हैं भारतीय पत्रकारिता के उस पहलू को जिससे चिढ़ते तो सब हैं ...
विभाजन से पहले और बाद में भी भारत को खंडित करने वाली ताकतें हमेशा से ही मौजूद रही हैं। देश को पहली बार तोड़ने का षड्यंत्र मोहम्मद अली जिन्ना ने रचा था और वो अपनी इस षड्यंत्र में सफल ...
ये भारत है, बड़ा ही विचित्र स्थान है! यहां कभी योद्धाओं की जय जयकार होती थी एवं ऋषि मुनियों के ब्रह्मज्ञान को शाश्वत सत्य माना जाता था परंतु आज स्थिति दूसरी है। आज इनका सम्मान तो छोड़िए, इन्हें दो ...
सावरकर का नाम सुनते ही कांग्रेस का पारा सातवें आसमान पर चढ़ जाता है। आपको बस सावरकर बोलना है और कांग्रेसी तुरंत आपको 'देशद्रोही' साबित करने में लग जाएंगे। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के शासन में तो प्रतिस्पर्धा होती ...
देश की आजादी में वीर सावरकर के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है लेकिन कांग्रेसियों की कुंठा, वामपंथियों का एजेंडा और कट्टरपंथियों ने अपने घृणित खेल से उनके योगदान को धुंधला करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज ...
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय, हिंदी के सबसे बड़े लेखकों और कवियों में से एक. अज्ञेय की एक बहुत ही अच्छी कविता है. अज्ञेय लिखते हैं- आपने कभी चाय पीते हुए पिता के बारे में सोचा है? अच्छी बात नहीं ...
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