'बाबरी मस्जिद' के लिए खोज परिणाम

“हिंसा के बाद भी हम डटे रहे!” ये है आपकी तैयारी बीजेपी?

जबकि हिंसा को कभी भी अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए या राजनीतिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के साधन के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, भाजपा बेशर्मी से "असाध्य हिंसा के बावजूद बनी रहने" का दावा करती है। ...

पीएम मोदी गलत नहीं कहे थे : कांग्रेस के राशिद अल्वी ने पुनः सुप्रीम कोर्ट के अस्तित्व पर प्रश्न उठाया

न्यायपालिका और सरकार के क्या अधिकार होने चाहिए, क्या नहीं, ये अनंत वाद विवाद का विषय है, और अभी भी यह अंतरद्वन्द जारी है। परंतु कुछ ऐसे भी महानुभाव हैं जो सत्ता तो सत्ता, विपक्ष में भी अपने हितों ...

राम मंदिर को उड़ाने की एक बार फिर धमकी, कुछ तो करना होगा

Ram Mandir Bomb Threat: अयोध्या में  बन रहे राम मंदिर का इंतजार राम भक्त लंबे समय से कर रहे हैं। सरकार का भी प्रयास है कि मंदिर के निर्माण का कार्य जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाये। वैसे ...

“बचपन में चली गई थी देखने की शक्ति, 22 भाषाओं के ज्ञाता, राम मंदिर के लिए सुप्रीम कोर्ट में गवाही, 80 ग्रंथ रच दिए”, जगद्गुरु रामभद्राचार्य की कहानी

भारत की पहचान साधु-संतों की भूमि के रूप में होती है। भारत के संतों ने विश्व में सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार करने का कार्य किया हैं। इसलिए समाज में ऐसे संतों को बेहद सम्मान और ...

6 दिसंबर: एक ऐसा दिन जिसने भारत को हमेशा के लिए बदल दिया

6 दिसम्बर 1992, एक ऐसा दिन जिसने भारतीय राजनीति को पूरी तरह से बदलकर रख दिया। असल में इस दिन एक ऐसी घटना हुई जिसे बाबरी विध्वंस के नाम से जाना जाता है और जिसके बाद न केवल उत्तर ...

मुलायम सिंह यादव: जननेता और किंगमेकर, जिसने रामभक्तों पर गोली चलवाई

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने राजनीति में एक लंबी पारी खेली। देश में जब-जब बात होगी बड़े और प्रभावशाली नेताओं की तब-तब उत्तर प्रदेश के धरतीपुत्र के रूप में विख्यात मुलायम सिंह यादव का नाम ...

इस्लामिस्टों ने भगवान श्रीकृष्ण की बेट द्वारका पर किया था कब्जा, चल गया बुलडोजर

अंत निश्चित है, हर उस फैलाए गए भ्रम और दुष्प्रचार का जिसके आधार पर सनातन धर्म को बर्बाद करने के प्रयास किए जाते हैं। सनातनियों का अपमान कर उन्हें नीचा दिखाना न केवल अल्पसंख्यकों बल्कि लिबरल ब्रिगेड का भी ...

वरदराजन, मस्तान, दाऊद एवं अन्य – कैसे संगठित माफिया ने मुंबई, क्रिकेट, राजनीति और बॉलीवुड को लंबे समय तक नियंत्रित किया

“चौकियां चाहे पुलिस की हो, शहर के कमिशनर लोग तो हम ही हैं....” वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई का यह संवाद उस समय का परिचायक है जब अपराध और समाज के बीच का अंतर मिट चुका था। तब ...

CJI के रूप में एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं जस्टिस उदय उमेश ललित

देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस यूयू ललित पूरी तरह से एक्शन मोड़ में नजर आ रहे हैं। CJI के रूप में उनका कार्यकाल केवल 74 दिनों का ही हैं। मुख्य न्यायाधीश के तौर पर कार्यभारत संभालते ही जस्टिस ...

अरविंद केजरीवाल, हम आशा करते हैं कि आपको आपकी नानी की दी गयी “मंदिरों पर सुनहरी सलाह” याद होगी

पल में रंग बदलना कोई गिरगिट से सीखे और बयान बदलना केजरीवाल से। वैसे दोनों में कई समानताएं हैं पर इंसानी प्रारूप का भी सम्मान किया जाना आवश्यक है। अब मामले पर आते हैं, तो दिल्ली के स्वघोषित मालिक ...

Time Capsule: सभ्यता और भारतवर्ष के इतिहास की रक्षा करने का एक सफल प्रयास है

क्या कभी सोचा है कि आज से सौ या हज़ार सालों बाद लोगों का जीवन कैसा होगा? उन्हें इस समय के बारे में क्या और कितना पता होगा? यदि आपको उस समय के लोगों से बात करने का अवसर ...

Gujarat 2002 Scam– कैसे तीस्ता सीतलवाड़ ने अनेकों दंगा पीड़ित मुसलमानों को उल्लू बनाया

अरे वाह वाह वाह वाह, सरस बात, मजामा, परंतु किसको पता था कि यही संवाद एक दिन किसी व्यक्ति के लिए ब्रह्मवाक्य समान होगा। कोई मृत लोगों और उनके संबंधियों की भावनाओं से भी धंधा कर सकेगा, ऐसा अमूमन ...

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