पत्नी की संपत्ति में पति का कोई हक नहीं- सुप्रीम कोर्ट
26 April 2024
जो दर्द भारत ने झेला अब अमेरिका झेला रहा है।
26 April 2024
जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी। यूक्रेन से आ रहे भारतीयों में जहां एक ओर इस बात का संतोष है कि वो संकटग्रस्त देश से लौट अपने वतन आ चुके हैं। तो वहीं, एक वर्ग ऐसा भी है जिसका पहले से ही ध्येय था कि जैसे ही ...
भारत में प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की फीस देश की सबसे बड़ी बुनियादी समस्याओं में से एक है। निजी कॉलेजों की फीस इतनी ज्यादा होती है कि एक आम आदमी इसे अफॉर्ड नहीं कर सकता। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच जब बवाल मचा तो यह आंकड़ा सामने आया कि यूक्रेन में मेडिकल ...
किसी भी व्यक्ति को उसके अपनों के होने का एहसास दो परिस्थितियों में ही अधिक होता है। एक उसके ख़ुशी और दूसरे उसके कष्ट के समय में। इनमें भी प्रमुखतः कष्ट और दुःख के समय में कितने लोग आपके साथ हैं उसे ही देखा जाता है क्योंकि ख़ुशी में तो ...
मुग़ल कौन थे, क्या थे और कैसे थे यह हमारे देश में अभी भी विवाद का विषय बना हुआ है? यह विवाद अज्ञानता के कारण नहीं बल्कि तुष्टीकरण के कारण है। हमारे तथाकथित बुद्धिजीवियों को लगता है कि मुगलों की सच्चाई खुल गयी तो इससे समाज का एक वर्ग नाराज़ ...
राष्ट्र आपके पहचान का प्रथम और एकमेव स्रोत है। इस कथन का अन्तः करण से स्वीकृति ही राष्ट्रवाद है। आपकी यही पहचान और इस पहचान पर आपकी गर्व की अनुभूति कभी-कभी आपका कवच बन जाती है। यही अभिमान और इस अभिमान पर आपकी अटल स्वीकृति आपके अंदर अद्भुत साहस का ...
लगभग तीन दशक पहले, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा सुरक्षा की गारंटी दिए जाने के बाद सोवियत संघ से निकले कई देशों ने परमाणु हथियार त्याग दिए। हालांकि, सोवियत संघ के टूटने के तीन दशक बाद, अब व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के माध्यम से पूरे विश्व को परमाणु हथियार ...
राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को शक्ति और सामर्थ्य से ही बनाए रखा जा सकता है। दूसरी बात, अगर आप में शक्ति नहीं होगी, तब तक आपके अधिकारों के लिए कोई नहीं लड़ेगा और आपको धोखा मिलता रहेगा। यूक्रेन पर रूसी आक्रमण हमें यही दो सीख देता है। यह ...
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सदैव अपनी मुखरता के लिए जाने जाते रहे हैं, फिर चाहे वो भारत का साथ देने से लेकर पाकिस्तान की गलतियों पर दो टूक बात रखनी हो या अन्य कोई भी मुद्दा हो, ट्रंप की एक स्पष्ट लाइन है कि "उन्हें कोई न छेड़े, ...
रूस-यूक्रेन विवाद में तनाव की एक बड़ी वजह यूक्रेन में रह रहे रूसी मूल के लोग भी है। यूक्रेन का जो पूर्वी हिस्सा है, वहां रूसी मूल के लोगों की संख्या काफी ज्यादा है। इन लोगों ने यूक्रेन में बढ़ती रूस विरोधी भावनाओं का विरोध किया, जो पूर्वी यूक्रेन और ...
घर में नहीं हैं दानें और अम्मा चलीं भुनाने। यह है हमारे देश भारत के एक वर्ग की हालत जो अपने मूल के लोगों को कुछ नहीं समझते हैं और बाकी सभी विदेशी और पश्चिमी घटनाओं को देश और देशवासियों से ऊपर समझते हैं। आज यह स्थिति तब है जब ...
पिछले कुछ वर्षों से यह देखा गया है कि आपूर्ति-पक्ष में पड़ने वाला व्यवधान वैश्विक बाजारों में अस्थिरता पैदा कर रहा है। इन व्यवधानों के कारण भोजन से लेकर धातु तक, ऊर्जा से लेकर अर्धचालक तक, सब कुछ महंगा होता जा रहा है। पिछले दो साल से दुनिया कोविड संकट ...
यूक्रेन पर रूसी आक्रमण ने हज़ारों भारतीय माता-पिताओं के मन में दहशत और भय पैदा कर दिया है। उनके बच्चे युद्धग्रस्त देश में फंसे हुए हैं, जहां हवाई हमले के सायरन बज रहे हैं और रूसी सेनाएं निरंतर बम और मिसाइल गिरा रही है। अपने नागरिकों को संकटग्रस्त क्षेत्र से ...