हिमंता ने स्पष्ट कहा, “हिन्दुओं को सेक्युलरिज़्म न सिखाएं!”
किसी ने ठीक ही कहा था, "हमें जो सही है उसके लिए खड़ा होना चाहिए, भले ही इससे दूसरे दुखी हों।" ये शब्द प्रतिकूल परिस्थितियों में भी सत्य और न्याय के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के सिद्धांतों को प्रतिबिंबित करते ...


















