'तांडव' के लिए खोज परिणाम

हिंदू पत्नियां सलाहकार और मार्गदर्शिका होती थीं फिर ‘मुगल’ आ गए

कार्येषु मन्त्री करणेषु दासी भोज्येषु माता शयनेषु रम्भा। धर्मानुकूला क्षमया धरित्री भार्या च षाड्गुण्यवतीह दुर्लभा।। अर्थात कार्य के संदर्भ में मंत्री, गृहकार्य में दासी, भोजन प्रदान करने वाली मां, रति के संदर्भ में रंभा, धर्म में सनुकुल और क्षमा ...

पहली बार किसी फिल्म में ‘मानक हिंदी’ का प्रयोग होगा, विडंबना ये है कि यह तमिल फिल्म है

पोन्नियिन सेल्वन- 1:समय भी बड़ा विचित्र है। कभी-कभी ऐसे अवसर उन लोगों के हाथों से दिलवाते हैं जिसका कोई न सर होता है, न पैर। परंतु वो इतना भव्य और सौभाग्यशाली होता है कि लोग उसे अनदेखा ही नहीं ...

बांग्लादेश में हिंदू क्रिकेटर्स से इतना भेदभाव किया जाता है कि आप सोच भी नहीं सकते

एक पोस्ट आपको भौकाल से 'वोकानंद' बना सकता है और एक पोस्ट आपको इस्लामिस्टों के कोपभाजन का शिकार भी बना सकता है। अंतर आपकी विचारधारा का है बस। कुछ ऐसा ही हुआ बांग्लादेशी क्रिकेटर लिटन कुमार दास के साथ, ...

नीतीश का पूर्ण बहिष्कार और स्वयं का सीएम, शाह ने तय कर दी बिहार में भाजपा की दिशा!

राजनीति का खेल बहुत निराला है और उसमें भी अगर बात बिहार की राजनीति की करें तो कहानी जटिल जान पड़ती है। यहां विचारों की लड़ाई अधिक होती है, जो किसी भी दल के नहीं मिलते। बावजूद इसके यहां ...

बॉलीवुडियों को आदिपुरुष से सीखना चाहिए कि कैसे करें फिल्मों का प्रमोशन

“मार्केट में सबसे बड़ा जोखिम होता है जोखिम न लेना”, स्कैम 1992 का यह संवाद भारतीय फिल्म उद्योग पर शत प्रतिशत लागू होता है और यह भारतीय फिल्म उद्योग विशेषकर बॉलीवुड के पतन का एक प्रमुख कारण बना है। ...

जब एक विज्ञापन ने बदल दिया सौरव गांगुली का जीवन

कभी कभी लाख प्रयत्न करने पर भी कोई वस्तु नहीं मिल पाती और कभी कभी कोई वस्तु ऐसी होती है, जिसे हम देखना भी पसंद न करें परंतु वही हमें शिखर तक पहुंचाने में मददगार साबित हो जाती है। ...

सलमान रुश्दी की किस्मत राजीव गांधी ने 1988 में ही लिख दी थी

आतंकवाद भी काफी मैच्योर हो चुका है! बात अब 9/11, 26/11 जैसे बड़े बड़े हमलों तक नहीं रही, अब छोटे छोटे पर डरावने आघातों से भी संदेश पहुंचाए जा सकते हैं! जगह कोई भी हो, आघात किसी पर हो ...

गुमनायक नायक: बंगाल के ‘वास्तविक टाइगर’ बाघा जतिन की कहानी

जब कोई आपसे शुद्ध बांग्ला में कहे, “आमरा मोरबो, जगत जॉगबे” तो आपकी प्रतिक्रिया क्या होती? आप कहते – पागल हो क्या, हमारे मरने से क्या होगा? परंतु एक मतवाले ऐसे भी थे, जिनके प्रभाव, जिनके शौर्य से उनके ...

अनन्या पांडे की वो ‘टेकनीक’ जिसके कारण उन्हें फिल्मों की कोई कमी नहीं होती

अरे भई, ई बॉलीवुड भी गजब गोला है भैया, जितना भी लिखो कम पड़ेगा। राजनीति में इतने दांव पेंच न होवे, जितने इस लोक में हैं और इसकी सबसे प्रत्यक्ष प्रमाण है अनन्या पांडे जिनके पास अपने दम पर ...

आखिरकार भारत के लोगों ने क्यों Netflix को फ्लॉप और Amazon Prime को हिट करा दिया?

कोई भी प्रतिक्रिया बिना किसी क्रिया के संभव नहीं, उसी तरह कुछ तो बात होगी ही जिसके कारण भारत के OTT प्रेमी भर-भर के नेटफ्लिक्स को दुलत्ती मार रहे हैं, जिसका सीधा लाभ भारत में एमेजॉन को मिल रहा ...

तमिल सुपरस्टार सूर्या को जय हिंद बोलने में क्या समस्या है?

वो कहते है न पांचों उंगलियां और समय एक समान नहीं होते। अब शाहरुख खान ने फिल्मों में या रियल में कर्मकांड चाहे जितने किये हो पर रोलेक्स भैया जितने महान तो बिल्कुल नहीं हुए कि जय हिन्द बोलने ...

अब बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी करेंगी ‘जिहाद’, स्वयं कर दी घोषणा

ममता बनर्जी शासित बंगाल में कानून व्यवस्था खुदा भरोसे हैं, यहां लोकतंत्र छुट्टी पर है और यहां की मुख्यमंत्री सार्वजनिक मंच से जिहाद के नारे लगाती हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे ममता बनर्जी जानबूझकर बंगाल को ...

पृष्ठ 4 of 21 1 3 4 5 21

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team