दिल्ली दंगे: पीड़ित परिवारों को जल्द ही न्याय मिलने वाला है
कुछ जख्म ऐसे होते है, जो समय के साथ भी नहीं भर पाते है। ऐसे ही जख्म दिल्ली को दो वर्ष पहले मिले थे, जब देश-विरोध तत्वों के द्वारा राजधानी को दंगों की आग में झोंकने का काम किया। ...
कुछ जख्म ऐसे होते है, जो समय के साथ भी नहीं भर पाते है। ऐसे ही जख्म दिल्ली को दो वर्ष पहले मिले थे, जब देश-विरोध तत्वों के द्वारा राजधानी को दंगों की आग में झोंकने का काम किया। ...
देश में एक बार फिर से CAA अर्थात नागरिकता संशोधन कानून लागू करने की कवायद शुरू हो गई है। क्योंकि गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि, "कोरोना की एहतियाती खुराक (बूस्टर डोज) का काम पूरा होने के ...
अमानतुल्लाह खान, केजरीवाल की पार्टी के वे कुख्यात एमएलए जो आये दिन कानूनी पचड़ों में पड़े रहते हैं। कभी- कभी तो लगता है जैसे वे अपनी किस्मत आज़मा रहे है कि कब तक और किस हद तक वे बार ...
विरोध बढ़ गए हैं. आये दिन ये देशव्यापी दंगो का रूप ले लेते हैं. अब ये खबरें हमारे दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनते जा रही हैं. सरकार ने किसी की बात नहीं सुनी तो विरोधियों ने मुंह उठा कर ...
स्ट्रीट वीटो अर्थात प्रदर्शन की आड़ में रोड पर घर बसाओ नीति से देश को अब बचाने के लिए पुख्ता कदम उठाने पड़ेंगे। प्रदर्शन के नाम पर दंगाई और उपद्रवी सड़कों को नया घर और पत्थरबाजी का नया अड्डा ...
‘जनता द्वारा, जनता के लिए, जनता का शासन’ अब्राहिम लिंकन के इसी नारे के साथ भारत ने जोर-शोर से लोकतंत्र को अपनाया था। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। लेकिन सवाल यह है कि क्या भारत इस ...
मानवीय इतिहास में हुई हिंसाओं को तारीख और शहरों के से नाम याद रखा जाता है। लेकिन भारत में इस दौर में जो हिंसा हो रही है वो तारीख या फिर शहर के नाम से याद नहीं रखी जाएगी ...
किसी भी व्यक्ति या संगठन विशेष को यदि कमज़ोर करना हो तो उसकी आर्थिक रीढ़ को तोडना सबसे पहला उद्देश्य होता है। इसी क्रम में जब भारत के अंदर पल रहे ऐसे संगठन की बात आए जो भारत को ...
2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से पीएम मोदी ने एक सुधारक के रूप में अपनी साख स्थापित की है और एक प्रधानमंत्री के रूप में उत्कृष्ट साबित हुए हैं। उनके सत्ता में आने के साथ भारत धीरे-धीरे नेहरूवाद ...
एक देसी कहावत है कि औकात से ज्यादा नहीं उड़ना चाहिए। यह कहावत आज के परिदृश्य में आम आदमी पार्टी के विवादित नेता अमानतुल्लाह खान पर सटीक बैठता है। आम आदमी पार्टी दिल्ली में सत्ता चला रही है और ...
कुछ लोगों को देखकर एक ही कहावत स्मरण होती है– चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए। जहांगीरपुरी की हिंसा और तद्पश्चात अतिक्रमण पर हुई कार्रवाई को अभी एक माह भी पूर्ण नहीं हुआ कि शाहीन बाग में भी अतिक्रमण ...
राजनीति शास्त्र में व्यवस्था संचालन के 3 अंग होते हैं- विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका। विधायिका केंद्र सरकार राज्य सरकार और पंचायती राज व्यवस्था को प्रदर्शित करती है तो वही कार्यपालिका पुलिस और प्रशासनिक तंत्र को, जबकि न्यायपालिका भारत के ...
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