'हिंदी साहित्य' के लिए खोज परिणाम

उर्दू पुस्तक को मिला “राष्ट्रभाषा सम्मान” : ये कहाँ आ गए हम?

भारत की विविधता से कोई भी अनभिज्ञ नहीं। यूं ही नहीं “दो कोस में बदले पानी चार कोस में बानी” इस देश की विविधता का परिचायक है। परंतु जब एक भाषा को दूसरों की तुलना में अधिक प्राथमिकता मिले, ...

बोली किसे कहते हैं : प्रकार एवं विशेषताएं

Boli kise kahate hain : बोली किसे कहते हैं : प्रकार एवं विशेषताएं स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Boli kise kahate hain साथ ही इससे जुड़े प्रकार एवं विशेषताएं  के बारें में भी चर्चा ...

आनंद बक्शी की कहानी, जो अपना गीत पूरा करके ही दुनिया से विदा हुए

कोरा कागज़ था ये मन मेरा, लिख लिया नाम इस पर तेरा ‘आराधना‘ फिल्म के इस गीत को लता मंगेशकर और किशोर कुमार ने अपनी मधुर आवाज से पिरोया है। इन गायकों ने जितनी शिद्दत से इस गीत को ...

कुंग फू, ताइक्वांडो, करांटे की मां भारत की कलरीपायट्टु युद्ध कला को जानते हैं आप?

भारत हमेशा से ही अपनी विविधताओं और कलाओं के लिए जाना जाता है।  किसी भी देश के विकास में कला का एक महत्‍वपूर्ण योगदान होता है। जहां तक भारत की बात करें तो कुछ कलाओं की उत्पत्ति भारत में ...

दक्षिण का क्षेत्रीय सिनेमा कमाल कर रहा है, उत्तर का क्षेत्रीय सिनेमा अश्लीलता से आगे नहीं बढ़ पा रहा

सत्य ही कहा गया है कि सिनेमा समाज का दर्पण होता है। सिनेमा एक ऐसा माध्यम है जिससे लोगों को जागरूक तो किया ही जा सकता है। इसके अतिरिक्त सिनेमा के माध्यम से अपने गौरवशाली इतिहास को लोगों के ...

रहीमन धागा प्रेम का दोहे का अर्थ एवं भावार्थ

स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम रहीमन धागा प्रेम का दोहे की व्याख्या के बारें में जानेंगे एवं साथ ही रहीम दास जी का जीवन परिचय के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन ...

बिहारी लाल का जन्म एवं शिक्षा

बिहारी लाल का जन्म एवं शिक्षा स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे की बिहारी लाल के बारे में साथ ही इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि ...

श्री ब्रह्मा तथा शिव की उत्पत्ति

श्री ब्रह्मा तथा शिव की उत्पत्ति – स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे की शिव पुराण इन हिंदी के बारे में साथ ही इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः ...

जब मुस्लिम लेखकों ने ‘सेक्युलर’ प्रेमचंद का उर्दू में लिखना बंद करा दिया

कार्ल मार्क्स ने किसी जमाने में कहा था कि “धर्म जनमानस के लिए अफीम समान है।” अब पता नहीं वो कौन सा अफीम खुद चाट कर बैठे थे परंतु विश्वास मानिए, आज के वोकवाद और सेक्युलरिज़्म से कम घातक ...

आखिर बॉलीवुड एक धर्म को नीचा और दूसरे धर्म को ऊंचा क्यों दिखाता आया है ?

पहले के समय में साहित्य को समाज का दर्पण कहा जाता था। परंतु वर्तमान में देखें तो स्थिति बदल चुकी है। आज सिनेमा को समाज का आईना माना जाता है। इसमें कोई दो राय नहीं कि सिनेमा लोगों को ...

स्मृति ईरानी-सोनिया गांधी के बीच क्या हुआ था? एक-एक सीन, फ्रेम वाइज़, जान लीजिए

28 जुलाई को संसद में क्या हुआ था? सोनिया गांधी और स्मृति ईरानी बवाल की इनसाइड स्टोरी सोनिया गांधी के साथ सच में धक्का-मुक्की हुई ? या फिर स्मृति ईरानी के साथ धक्का-मुक्की करने की थी योजना? सोनिया गांधी ...

अंग्रेजों ने बैन किया था, मोदी ने प्रतिबंध हटा दिया

आज भारत को आज़ाद  हुए कितने वर्ष हो गए हैं लेकिन क्या भारत मानसिक रूप से ब्रिटिश की गुलामी से आज़ाद हो पाया है? ऐसा क्यों है कि आज भी लोग अपनी भाषा बोलने में शर्म महसूस करते हैं ...

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