'हिंदी साहित्य' के लिए खोज परिणाम

बिहार नहीं रहा UPSC की फैक्ट्री, जानें क्या है वजह।

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की ओर से 2023 का जारी फाइनल रिजल्ट सुर्खियों में है। अखबारों, टीवी चैनलों से लेकर सोशल मीडिया पर UPSC का एग्जॉम क्रैक करने वाले कैंडिडेट्स की सक्सेस स्टोरी को प्रमुखता दी जा रही ...

शेखर एक जीवनी के लेखक कौन है : जीवनी एवं उपलब्धिया

Shekhar ek jeevani ke lekhak kaun hai : शेखर एक जीवनी के लेखक कौन है : जीवनी एवं उपलब्धिया  स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Shekhar ek jeevani ke lekhak kaun hai साथ ही इससे ...

Great Writer Munshi Premchand ka Jeevan Parichay

स्वागत है आपका, आज के इस लेख में हम मुंशी प्रेमचंद का जीवन परिचय (Munshi Premchand ka Jeevan Parichay) लेकर आये है, आशा करते है कि यह लेख आपको पसंद आएगा। मुंशी प्रेमचंद- मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के एक ...

भारतेंदु हरिश्चंद्र का जीवन परिचय, भाषा शैली एवं रचनायें

भारतेंदु हरिश्चंद्र को भारतीय आधुनिक हिंदी साहित्य का पितामह कहा जाता है. वे हिंदी के पहले रचनाकार थे. इनका मूल नाम हरिश्चंद्र था बाद में इन्हें ‘भारतेंदु’ की उपाधि दी गई थी. इनके जन्म एवं कार्यकाल के समय भारत ...

हरिवंश राय बच्चन का जीवन परिचय एवं रचनाएं

हरिवंश राय बच्चन का जीवन परिचय हरिवंश राय बच्चन का जन्म 27 नवंबर, 1907 इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश में हुआ था. हरिवंश राय बच्चन हिन्दू कायस्थ परिवार से संबंध रखते हैं.वे हिन्दी भाषा के एक कवि और लेखक थे. वे ...

सूरदास जी का जन्म कब हुआ, उनके गुरु, शिक्षा और मृत्यु

सूरदास जी का जन्म कब हुआ? कवि सूरदास जी हिंदी साहित्य की कृष्ण भक्ति काव्य धारा के प्रमुख कवि हैं. उनका जन्म (हरियाणा) फरीदाबाद के पास साही नामक ग्राम में सन 1478 को हुआ था. कुछ महान विद्वानों के ...

रामचरितमानस की भाषा क्या है या कौनसी भाषा में लिखी गई है?

रामचरितमानस की भाषा क्या है? हिन्दुओं के लिए रामचरितमानस एक महत्वपूर्ण ग्रंथ हैं. रामचरितमानस को गोस्वामी तुलसीदास जी ने रचित किया था. रामचरितमानस गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा 15वीं सदी में रचित की गई. इस ग्रन्थ को अवधी साहित्य (हिंदी ...

तुलसीदास के गुरु कौन थे? और उनका जीवन परिचय 

तुलसीदास के गुरु कौन थे? और उनका जीवन परिचय आज के इस लेख में हम आपको बताने जा रहे है की गोस्वामी तुलसीदास के गुरु कौन थे और उनकी जीवनी और महत्वपूर्ण रचनाओं के बारें में आपको बताने जा ...

शीर्ष देश अपनी मातृभाषा में ही कर रहे सारा काम, समझिए शिक्षा और अनुसंधान में क्यों ज़रूरी है अपनी भाषा

शिक्षा स्वयं में एक क्रिया भी है तथा संस्था भी। अपने व्युत्पत्तिमूलक अर्थ में यह संस्कृत की 'शिक्ष्' धातु में 'अ' प्रत्यय लगाने से बनती है जिसका अर्थ है, सीखना और सिखाना। इस प्रकार शिक्षा सीखने और सिखाने की ...

जब औरंगज़ेब ने कृष्णभक्ति के कारण अपनी ही बेटी को दी उम्रकैद, जानिए कैसा था ‘फ़ारसी की मीरा’ का जीवन

15 फरवरी, 1638 में मुगल शासक औरंगज़ेब और उनकी बेगम दिलरस बानो के आँगन में उनकी पहली संतान के रूप में एक बेटी ने जन्म लिया। मुगल बादशाह के घर में जन्मी इस बेटी का नाम जेबुन्निसा रखा गया। ...

हूँ तो मुग़लानी, हिंदुआनी बन रहूँगी मैं… मुग़ल राजघराने की कृष्णभक्त, हज के रास्ते में ब्रज पड़ा और बदल गया जीवन

मध्यकाल में जहाँ एक ओर मुगलिया सल्तनत द्वारा इस्लाम को आम जनमानस पर थोपने का कार्य किया जा रहा था, हिन्दू मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें तथा मकबरे बनाये जा रहे थे तो वहीं दूसरी ओर मुगल सल्तनत में भी ...

मुगलकाल के ‘ग़दर’ से निकला महान कृष्णभक्त, कहानी अमीर पठान परिवार में जन्मे सैयद इब्राहिम खान की

'मानुष हौं तो वही रसखान, बसौं मिलि गोकुल गाँव के ग्वारन' उपर्युक्त पंक्तियों में इस उत्कटता को देखा जा सकता है कि यदि अगले जन्म में मनुष्य की योनि प्राप्त हो तो मैं वही मनुष्य बनूँ जिसे ब्रज और ...

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