'हिंदी साहित्य' के लिए खोज परिणाम

कबीर दास जी की रचनाएं, सम्पूर्ण लिस्ट हिंदी में यहाँ पढ़े

कबीरदास जी की साखियाँ और शबद कबीरदास जी ने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज में फैली तमाम तरह की कुरोतियों को भी दूर करने की कोशिश की है. कबीरदास जी हिन्दी साहित्य के एक प्रकंडविद्धान, महान कवि एवं ...

‘परम सुंदरी’ गाने ने साबित कर दिया कि संस्कृतनिष्ठ हिंदी का इस्तेमाल करके भी सुरमय संगीत बन सकता है

इन दिनों एक गीत बड़े चर्चा में है। नेटफ्लिक्स से चर्चा में आई फिल्म ‘मिमी’ का एक गीत ‘परम सुंदरी’ पिछले कई महीनों से काफी ट्रेंड कर रहा है, जो काफी महत्व रखता है। ये इसलिए ही अहम नहीं ...

कमल हासन ने कहा, हिंदी अभी भी डायपर पहने हुए है, स्वामी ने दिया ताबड़तोड़ जवाब

भाषा का विषय जितना सरस और मनोरम है, उतना ही गंभीर और कौतूहलजनक भी। वह क्रमश: विकसित होकर नाना रूपों में परिणत हुई और आज भी हमारे बीच है। कोई भाषा को ईश्वरदत्ता कहता है, कोई उसे मनुष्यकृत बताता ...

हिंदी थोपने का आरोप लगाने वालों को PM मोदी ने ह्यूस्टन से दिया 6 से अधिक भाषाओं में जवाब

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनियाभर में अपनी 'वाकपटुता', धारदार और धाराप्रवाह भाषण के लिए खूब लोकप्रिय हैं। रविवार रात अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में उन्होंने अपने कार्यक्रम ‘हाउडी मोदी’ को संबोधित किया और सम्बोधन के दौरान हिन्दी ही नहीं बल्कि ...

वर्तमान हिंदी ‘राष्ट्रभाषा’ बनने के लिए उपयुक्त ही नहीं है, इसे पहले मूल स्वरूप में लाना होगा

मेरी मातृभाषा हिन्दी है। मैं हिन्दी में लिखता हूँ, हिन्दी में सोचता हूँ, स्वप्न भी हिन्दी में ही देखता हूँ। मैं अँग्रेजी अच्छी बोल लेता हूँ परंतु मैं हिन्दी में सोच कर अनुवाद करता हूँ फिर बोलता हूँ। मुझे ...

साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने अवार्ड वापसी अभियान की खोली पोल

विपक्ष का एकमात्र एजेंडा मोदी को हटाना है और सत्ता पाना है, देश हित के बारे में बाद में जीत के बाद सोचेंगे। इसके लिए राजनीतिक षड्यंत्र बनाये जा रहे हैं उनपर अमल किया जा रहा है। राजनीतिक पार्टियां ...

आखिर इन हिंदी भाषी राज्यों की हालत इतनी चिंताजनक क्यों है?

एक और हिंदी पट्टी प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं, अरे भई अपने उत्तर प्रदेश में. सभी पार्टियों के बयान सुनकर तो लग रहा हैं क़ि चुनाव 90 के दशक के यूपी चुनाव की तरह लड़े जायेंगे. सभी पार्टियां ...

नाम जपो, कीरत करो, वंड छको… समाज सुधार के लिए गुरु नानक ने किए कई कार्य, दिल्ली से काबा तक उनकी कहानियाँ

ऋषि-मुनियों एवं संतों की पवित्र भूमि भारत में ज्ञान की वैविध्य सभ्यता अत्यंत प्राचीन है। इस सभ्यता का विकास विविध कालखण्डों में इसी धरा पर जन्मे संतों, भक्तों आदि ने किया है। भारत की सभ्यता, संस्कृति का अध्ययन करने ...

वो राजा जिसने अरब के खलीफा को ही बंदी बना कर रखा, भील समाज मानता था अभिभावक: इस्लामी आक्रांताओं की तोड़ी रीढ़

भारत के महान सपूत एवं पराक्रमी योद्धा बप्पा रावल उर्फ कालभोज, जिन्हें कलियुग का भीष्म पितामह कहा जाता है, उन्होंने अपनी वृद्धावस्था में मेवाड़ की बागडोर अपने बेटे खुमाण को सौंप दी और स्वयं वन की ओर प्रस्थान कर ...

बिस्नु जू के पग तें निकसि संभु सीस बसि… माँ गंगा और गणेश के आराधक सैयद गुलाम नबी, सनातन परंपराओं से था स्नेह

मध्यकाल में जो हिंदी साहित्य हमें प्राप्त होता है उसे समृद्ध करने में तत्कालीन रचनाकारों का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। मध्यकाल के रचनाकारों ने जो साहित्य रचा, उस साहित्य की समृद्धि के कारण ही इसे स्वर्ण युग कहा गया। ...

सेर सिवराज है… वो महाकवि जिन्होंने ठुकराया औरंगजेब का प्रस्ताव, भूषण ने अपनी रचनाओं से छत्रसाल और छत्रपति को कर दिया अमर

मध्यकाल के उत्तरार्द्ध में जहाँ एक ओर निरंकुश केंद्रीय मुगल सत्ता अपनी कुनीतियों से छोटे-बड़े देशी रजवाड़ों को विवश कर भारतीय संस्कृति, राष्ट्रीयता का भाव और हमारे अतीत के प्रति गौरव के भाव का ह्रास कर रही थी, जब ...

जिनसे शेरशाह सूरी ने भी माँगी माफ़ी: कहानी ‘पद्मावत’ की रचना करने वाले मलिक मुहम्मद जायसी की

भारत के इतिहास में मध्यकाल का कालखंड एक सांस्कृतिक संक्रमण के दौर से गुजर रहा था। जहाँ एक ओर मुगलों द्वारा हिन्दू मंदिरों, इमारतों इत्यादि को तोड़कर भारतीय संस्कृति को जबरन नष्ट किया जा रहा था, तो इसी कालखंड ...

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