जिग्नेश मेवाणी: मीडिया द्वारा बनाया गया नया मसीहा
वर्ष 2004 में जब युवा राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में अमेठी से चुनाव लड़कर भारतीय राजनीति में प्रवेश किया था, तभी से वे भारतीय मीडिया की आंखों का तारा बन गए थे। मीडिया ने राहुल गांधी को एक ...
वर्ष 2004 में जब युवा राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में अमेठी से चुनाव लड़कर भारतीय राजनीति में प्रवेश किया था, तभी से वे भारतीय मीडिया की आंखों का तारा बन गए थे। मीडिया ने राहुल गांधी को एक ...
26 जनवरी 1992 को देशद्रोहियों के एक समूह ने श्रीनगर में लाल चौक पर कब्जा कर लिया और भारतीयों को वहां तिरंगा फहराने की चुनौती दी। चुनौती स्वीकार कर ली गई, प्रतिबद्ध भाजपा कार्यकर्ताओं के एक जुलूस ने दृढ़ता ...
अभी इसी हफ्ते, एक अप्रत्याशित दांव चलते हुये, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना समर्थन प्रदान किया, और यह घोषणा की कि भारत में विपक्षी पार्टियों को जो दिक्कतें झेलनी पड़ती है, उसके ...
‘हमें एक महागठबंधन की आवश्यकता है भाजपा को देश से भगाने के लिए’ ‘मोदी जी को हमारी ज़रूरत नहीं है राष्ट्रपति चुनाव के लिए’ ‘अंग्रेजों की भांति, हमें एक और भारत छोड़ो आंदोलन की आवश्यकता है। भाजपा को भारत ...
जब बात काँग्रेस के विध्वंस की हो, और ‘काँग्रेस मुक्त भारत’ के सपने को पूरा करने की हो, तो यह अवश्यंभावी की हम उस मनुष्य को याद करें, जिसने इस सुनहरे अभियान की नींव रखी थी। आज कोंग्रेसियों की ...
GST अब एक सच्चाई है और इसी के साथ माननीय अटल बिहारी बाजपेई जी के द्वारा देखा गया एक सपना पूरा हो गया| एक बहुत बड़ा बदलाव है ये और हर बदलाव के आरम्भ में सभी को कुछ न ...
चाणक्य से कालजयी राजनीतिज्ञ शायद ही इस दुनिया में कहीं पैदा हुआ होगा। जब उन्होने यह कहा था ‘बाहरी शत्रु से सीमा की सुरक्षा सरल है, परंतु अगर सीमा के अंदर देशद्रोही हो, तो कोई भी आपके देश को ...
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष की माथापच्ची के बाद अब सत्ताधारी बीजेपी ने भी चुनाव की औपचारिक तैयारी शुरू कर दी है | राष्ट्रपति उमीदवार को लेकर तमाम अटकलें और अपवाहों पर जल्द ही विराम लग सकता है क्यूंकि ...
जबसे नरेंद्र मोदी जी ने काँग्रेस को लोक सभा में महज 44 सीटों में सिमटा दिया है, और सम्पूर्ण भारत में लगभग एक भी मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं बक्शी है, तबसे अपनी काँग्रेस बड़ी क्रिएटिव हो गयी है। केंद्र ...
एक बार जब मीडिया ने केसीआर पे उंगली उठाई, तो केसीआर ने राज्य में आपातकाल घोषित कर दिया। अरुण शौरी तब घोड़े बेच कर सो रहे थे। एडिटरस गिल्ड अब यह पढ़कर हैरान ज़रूर होगा, और होना भी चाहिए। ...
आजकल हम देखते हैं क़ि हर नेता, अभिनेता या कोई सेलिब्रिटी देश में चल रहे सभी मुद्दों पर कुछ ना कुछ टिप्पणी करता हैं. मुद्दा चाहे काला धन हो या पाकिस्तान, कश्मीर हो या नोटबंदी, बोलना सभी को रहता ...
वैसे तो लोकतन्त्र में पार्टी नियुक्तियाँ कोई नई बात नहीं है, पर नोटबंदी के पश्चात भारतीय जनता पार्टी के अंदर कोई भी फेरबदल अब गिद्ध की तरह दृष्टि लगाए मीडिया और विपक्ष की आँखों में आना तो लाज़मी है। ...
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