रूस को क्यों है भारत की जरूरत?
16 April 2024
टेस्ला की कारों के लिए सेमीकंडक्टर चिप बनाएगी टाटा।
16 April 2024
जैसे मछली जल के बिना और मनुष्य वायु के बिना अधूरा है वैसे ही भोजन नमक बिना अधूरा है। इस नमक के उत्पत्ति के लिए काफी प्रयास करना पड़ता है, तो क्या आपको पता है कि संसार का सबसे अधिक नमक उत्पादन कहां होता है? कहने को तो चीन सबसे ...
हमें पता था कि बॉयकॉट अभियान का ‘लाल सिंह चड्ढा’ पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा, परंतु ऐसा बाप रे बाप। इस फिल्म पर कौन सी कुदृष्टि पड़ी इसके लिए तो सच में विशेष शोध की आवश्यकता पड़ सकती है क्योंकि इस फिल्म को न तो मीडिया का PR बचा पाया, न ...
जितनी बुद्धि होगी इंसान उतनी ही तो क्रिया-प्रतिक्रिया देगा। अब जिनकी बुद्धि ही चमक-धमक और सोने की चमच्च तक सिमट चुकी हो उन्हें क्या ही पता चलेगा कि क्या होता है सामाजिक जीवन? क्या करने और न करने से आम जनमानस की भावना आहत होंगी, नहीं होंगी यह तब पता ...
बिहार में बहार बा, सही बात है, बिहार में बहार तो है, जंगलराज के लिए, भ्रष्टाचार के लिए, फर्जीवाड़े के लिए, धोखाधड़ी के लिए बहार है। भला जिस प्रदेश के मुखिया पल्टूराम श्री नीतीश कुमार हों जो सत्ता के लिए किसी को भी धोखा दे सकते हैं, जिस प्रदेश के ...
किसी ने बड़ा ही सत्य कहा है, “बिन मांगे मोती मिले, मांगे मिले न भीख”. कुछ लोग लाख प्रोमोशन और प्रचार प्रसार के बाद भी जनता के बीच सम्मान के दो बोल प्राप्त नहीं कर पाते और कुछ लोग अनेक बाधाओं के बाद भी केवल अपने रचना के बल पर ...
'दोबारा' की टीम ने बेकार ही मेहनत किया! जिस फिल्म को विवेक अग्निहोत्री की ताशकंद फाइल्स से भी कम स्क्रीन के साथ ओपनिंग मिली हो, उसे भला कौन सीरियसली लेगा? सीरियसली लेना बनता भी नहीं क्योंकि यह फिल्म उस काबिल है ही नहीं! जी हां, हम बात कर रहे हैं ...
कुछ लोगों को देखकर एक ही बात स्मरण आती है, ‘चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए’ और हमारी मीडिया पर भी यही बात जोर-शोर से लागू होती है। बॉलीवुड का जिस तत्परता से ये लोग बचाव करते हैं, उतना तो शायद नीतीश कुमार का भारत के बुद्धिजीवी भी न करें। ...
जब बुरा समय आता है तो आप कहीं के नहीं रहते और आमिर खान को इसका आभास कुछ अलग ही प्रकार से हो रहा है। “लाल सिंह चड्ढा” भारतीय बॉक्स ऑफिस पर क्या फ्लॉप हुई, लोगों ने अब एक-एक बात पर उनकी खटिया खड़ी करनी प्रारंभ कर दी है और ...
गेंहू के साथ घुन भी पिस जाता है, अभिनेता अक्षय कुमार की रक्षा बंधन मूवी की हालत भी कुछ ऐसी ही हो गई है जो वास्तव में नहीं होनी चाहिए थी। फिल्म रक्षाबंधन 11 अगस्त को रिलीज़ हो गई साथ ही रिलीज़ हुई लाल सिंह चड्ढा, जहां पहले दिन रक्षा ...
कमाल की बात है न, ई बॉलीवुड का गोला मा गजब ही झोल मिलते रहते हैं। जब भी सोचो कि बॉलीवुड में कुछ अच्छा होगा, तभी कुछ न कुछ कांड हो ही जाना है। लाल सिंह चड्ढा के बॉयकॉट अभियान की सफलता के पश्चात अब आमिर खान के चीन कनेक्शन ...
"मिटाने से नहीं मिटते, डराने से नहीं डरते, वतन के नाम पर हम सर कटाने से नहीं डरते" द लीजेंड ऑफ भगत सिंह फिल्म के यह बोल भारत भूमि की भव्यता को परिलक्षित करते हैं। अब भारत भूमि की बात ही कुछ और है, यहां के कण कण में शौर्य ...
आचार्य चाणक्य ने एक समय कहा था, “जो राष्ट्र शास्त्र पढ़ना त्याग दे वो राष्ट्र समाप्त हो जाता है।” यूं ही नहीं कहा था उन्होंने यह क्योंकि राजस्थान में जो कुछ भी इस समय चल रहा है उससे इतना तो स्पष्ट होता है कि केवल यह भूमि नहीं अपितु समस्त ...