'वीर सावरकर' के लिए खोज परिणाम

ऐसी भारतीय फिल्म, जिनके निर्देशक सुनकर आपको विश्वास ही नहीं होगा!

भारतीय सिनेमा अपनी विविध प्रकार की फिल्मों के लिए जाना जाता है, जिनमें से प्रत्येक अपने निर्देशक की अनूठी दृष्टि को दर्शाती है। हालाँकि, ऐसे उदाहरण हैं जब प्रसिद्ध निर्देशकों ने अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलकर और अपरंपरागत ...

भारतीय अभिनेता जो मृत स्क्रिप्ट में भी जान डाल दे!

भारतीय सिनेमा अपार प्रतिभा से भरा है, और कुछ अभिनेताओं के पास अपने शक्तिशाली प्रदर्शन के साथ एक औसत पटकथा को भी ऊपर उठाने की अविश्वसनीय क्षमता है। इन अभिनेताओं ने बार-बार साबित किया है कि वे अपनी छाप ...

आने वाले बहुप्रतीक्षित 7 भारतीय बायोपिक

सिनेमा जगत में बायोपिक्स का एक खास स्थान है। वे उन व्यक्तियों के जीवन में एक अंतरंग रूप प्रस्तुत करते हैं जिन्होंने समाज पर एक महत्वपूर्ण छाप छोड़ी है। पिछले कुछ वर्षों में, भारतीय सिनेमा ने हमें ऐसी कई ...

7 ऐसी भारतीय फिल्में, जिन्हे क्रिटिक्स से मिली लात, और जनता ने लुटाया प्रेम!

फिल्मों की अक्सर उनके सिनेमाई तत्वों और कथा संरचनाओं के लिए आलोचना की जाती है, एक फिल्म की सफलता का वास्तविक परिचय दर्शकों में इसकी लोकप्रियता से है। फिल्म समीक्षकों और फिल्म देखने वालों के बीच यह दूरी भारतीय ...

स्वतंत्रता सेनानियों का रिश्तेदार होने मात्र से आप सर्वज्ञाता नहीं बन जाते!

इस बात से किसे आपत्ति होगी कि वीर सावरकर ने “भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस” जैसे असंख्य क्रांतिकारियों को प्रेरित किया? कोई देशभक्त तो पक्का नहीं होगा, परंतु इस संसार में ऐसे भी लोग, जिन्हे इस बात से भी ...

Pan INDIA फिल्में इस वर्ष रही फुस्स, और कारण भी स्पष्ट है!

जैसे ही हम 2023 के मध्य बिंदु पर पहुँचते हैं, भारतीय सिनेमा पर संकट के बादल मंडराते हुए दिखाई देते हैं। बॉलीवुड से लेकर क्षेत्रीय सिनेमा तक, देश भर के फिल्म उद्योगों को कई चुनौतियों और असफलताओं का सामना ...

लिबरलों के रातों की नींद उड़ाने आ रहे हैं राम चरण!

“अब और भागना नहीं है, बस भगाना है!” जब “रामम राघवम” के उद्घोष के साथ राम चरण ने “RRR” में इस संवाद को दोहराया था, तो किसे प्रतीत होगा की इसका वह अक्षरश: पालन भी करेंगे! बॉलीवुड से लेकर ...

28th May 2023: भारत के लिए अभूतपूर्व, तो वामपंथियों के लिए दर्दनाक

28 मई 2023 को, भारत कई महत्वपूर्ण घटनाओं का गवाह बना जिसने वामपंथियों को गजब का डिसप्रेसन यानि अवसाद दिया। सनातनी परंपराओं से अभिभूत नए संसद भवन के भव्य उद्घाटन से लेकर वीर सावरकर फिल्मों की घोषणा और प्रतिष्ठित ...

अकबर का हिन्दू प्रेम : सत्य बनाम मिथ्या!

अकबर को महान क्यों बताया जाता है? क्योंकि वामपंथी इतिहासकारों के अनुसार, वे सेक्युलर थे, उन्होंने कई राज्यों के साथ मित्रता की, कई हिन्दू राजकुमारियों को अपने घर का हिस्सा बनाया। परंतु जब आज के युग में अतीक अहमद ...

असहयोग आंदोलन गांधी की उपज नहीं थी

कुछ समय पूर्व, सीबीआई द्वारा सम्मन भेजे जाने पर आम आदमी पार्टी का हर एक नेता क्रोध से तमतमा रहा था। कुछ अति उत्साही समर्थक तो इतना भावुक हो गए कि केजरीवाल की तुलना बैरिस्टर मोहनदास करमचंद गांधी से ...

चारण : राजपूताना के “योद्धा कवि”

Charan caste history in Hindi: भारत में भांति भांति के योद्धा उत्पन्न हुए हैं। कुछ के लिए बल अधिक महत्वपूर्ण है, तो कुछ ने बुद्धि से युद्ध जीते हैं, परंतु राजस्थान वो भूमि है, जहां के कण कण में ...

जब नेहरू वाली गलती दोहराने वाले थे लालबहादुर शास्त्री….

वो कहते हैं “दुर्घटना से देर भली”। आज भारत की आक्रामकता से कोई भी अनभिज्ञ नहीं है। परंतु स्वतंत्रता के पश्चात प्रारम्भिक दो दशकों में ऐसा नहीं था। चीन ने हमारा क्या हाल बनाया, इससे कोई भी अनभिज्ञ नहीं ...

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