“धर्मांतरण से हिंदुओं की जनसंख्या में कमी”, संघ के दत्तात्रेय होसबाले का दावा
भारत एक ऐसा बड़ा देश है जहां पर हर धर्म के लोग रह रहे हैं, इससे यह तो आभास होता है कि कई धर्म को मानने वाले लोग और अलग-अलग विचारधारा को धारण करने वाले लोग एक साथ रहते ...
भारत एक ऐसा बड़ा देश है जहां पर हर धर्म के लोग रह रहे हैं, इससे यह तो आभास होता है कि कई धर्म को मानने वाले लोग और अलग-अलग विचारधारा को धारण करने वाले लोग एक साथ रहते ...
इतिहास भी विचित्र है, जिसके हाथ में कलम है वही उसे रच पाता है। हमारे देश के वामपंथियों ने बड़े चाव से बताया है कि कैसे अरबी आक्रांता मुहम्मद बिन कासिम ने सिंध पर आक्रमण किया था और कैसे ...
आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी कि प्रभु जब देते हैं तो छप्पर फाड़ कर देते हैं। यह कहावत साउथ फिल्म इंडस्ट्री पर एकदम सटीक बैठती है। यह वर्ष साउथ फिल्म इंडस्ट्री के लिए किसी वरदान से कम ...
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय 21 वीं शताब्दी, दिल्ली “हम चाहते हैं कि आप केशुभाई पटेल के नायब मुख्यमंत्री पद का भार संभालें!” “अच्छा?” “जी हां!” “ठीक है जी, जैसा पार्टी कहे परंतु ऑपरेशन में तो कई लोग होते हैं – ...
भारत हमेशा से ही अपने उसूलों और अपनी रणनीति के हिसाब से चलने वाला देश रहा है। इसी कारण इतनी बड़ी कोरोना महामारी का उसने डटकर सामना किया और आज देश वासियों को इससे लगभग मुक्त कर दिया है ...
‘गोलमाल है भई सब गोलमाल है, सीधे रास्ते की एक टेढ़ी चाल है, गोलमाल है भई सब गोलमाल है!” कुछ स्मरण हुआ? एक युग ऐसा भी था जब लोगों को सिनेमाघरों में आकर्षित करने के लिए न चमचमाती गाड़ी ...
पोन्नियिन सेल्वन- 1:समय भी बड़ा विचित्र है। कभी-कभी ऐसे अवसर उन लोगों के हाथों से दिलवाते हैं जिसका कोई न सर होता है, न पैर। परंतु वो इतना भव्य और सौभाग्यशाली होता है कि लोग उसे अनदेखा ही नहीं ...
सही ही कहते हैं कि सब्र का फल एक न एक दिन मिलता अवश्य है। वो कश्मीर जिसे धरती पर स्वर्ग के समान माना जाता हैं, वो कश्मीर जो भारत का गौरव हैं, उस कश्मीर में सदैव ही आतंकवादी ...
देश की सबसे पुरानी पार्टी होने का घमंड करने वाली कांग्रेस अपने कर्मों का ही परिणाम भुगत रही है। कभी पूरे देश में दशकों तक राज करने वाली कांग्रेस आज केवल दो ही राज्यों में पूर्ण बहुमत के साथ ...
बॉलीवुड और उससे जुड़े लोग न जाने किसका मुंह देखकर उठे हैं। जब देखो, जिसे देखो, उसे पटक पटक कर कूटा जाता है और अब तो स्वयं तरण आदर्श भी बॉलीवुड का साथ छोड़ चुके हैं। कम से कम ...
'पश्चिमी देशों के नायक और अपने देश के खलनायक' सोवियत संघ के आखिरी राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव के लिए यह शब्द एकदम सटीक बैठते हैं। शीत युद्ध समाप्त करने के कारण कई देश उन्हें एक हीरो की तरह देखते आ ...
देखो भई करण, तुम आदमी जैसे भी हो, परंतु यह काम नहीं करना चाहिए था। जयकान्त शिकरे जैसा एटीट्यूड केवल जयकान्त शिकरे पर ही सुहाता है आप पर नहीं, जिनसे खुद की एक ओरिजिनल फिल्म तक न बन सके। ...
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