किस पार्टी के पास कितनी अघोषित आय
वर्तमान समय में देश का बच्चा के बात भली-भांति जानता है कि इस देश में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार इस देश कि राजनीति में है, बड़े से लेकर छोटे तक, तमाम नेताओं ने समय-समय पर जानता को बरगला कर अपना ...
वर्तमान समय में देश का बच्चा के बात भली-भांति जानता है कि इस देश में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार इस देश कि राजनीति में है, बड़े से लेकर छोटे तक, तमाम नेताओं ने समय-समय पर जानता को बरगला कर अपना ...
हमारे देश में कई समस्याएं हैं, कहीं दंगे हो रहें हैं तो कहीं पे अलगाववाद कि आंधी चल रही है, कुछ जगहें ऐसी भी हैं जहाँ बिना किसी समस्या के भी समस्या खड़ी की जा रही है परन्तु इन ...
अगर असहिष्णुता ब्रिगेड का दोगलापन जानना हो तो इससे बढ़िया कोई समय नहीं हो सकता। मोटी ऐनक के पीछे छिपी, मेढकनुमा आँखों वाले इन बुद्धिजीवियों की प्रतिक्रियाएं कितनी पक्षपाती हैं, इनकी दलीलें कितनी खोखली हैं, इनके आदर्श कितने नकली ...
इस पोस्ट के मूल अंग्रेजी संस्करण के लिए यहाँ क्लिक करें तारीखों की घोषणा चुकी है। मंच तैयार है। राजनीतिक रूप से भारत के सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव, 11 फरवरी से 8 मार्च के बीच ...
अक्सर अपने जीवन में आप रेल द्वारा यात्राएँ करते होंगे| कभी हल्का सामान लेकर, कभी भारी सामान लेकर, कभी कभी तो आपको अपने सामान के लिए रेलवे स्टेशन पर मौजूद लाल शर्ट और बाजू पर पीतल का लाइसेंस बैच ...
आजकल हम देखते हैं क़ि हर नेता, अभिनेता या कोई सेलिब्रिटी देश में चल रहे सभी मुद्दों पर कुछ ना कुछ टिप्पणी करता हैं. मुद्दा चाहे काला धन हो या पाकिस्तान, कश्मीर हो या नोटबंदी, बोलना सभी को रहता ...
कुछ समय पहले एक हिंदी फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी जिसने बॉक्स-ऑफिस पे धूम मचा दी थी। अक्षय कुमार अभिनीत इस फिल्म का नाम ‘एयरलिफ्ट’ था और फिल्म की कहानी नब्बे में हुए इराक-कुवैत युद्ध के समय वहां ...
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विमुद्रीकरण की घोषणा करने के चंद मिनटों बाद ही देश में क्रांति की लहर उमड़ पड़ी थी| एक ओर ये एक ऐसी क्रांति थी जिसने काला कारोबार कर अवैध उगाही करने वालो पर एक ...
नोटबंदी के बाद एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने मैं राजधानी रायपुर से 200 किमी दूर सुदूर एक ग्राम 'बेलगहना' गया. उस गाँव में एक बैंक और एक एटीएम हैं. गाँव में कुछ दुकानों पर जाकर मैंने नोटबंदी पर ...
“नहीं.....” अमीना चीत्कार कर उठी “शोएब के अब्बू नहीं रहे, हाय अल्लाह...अब मैं कहाँ जाऊं” अमीना की चीख से मानो पूरा घर कंपकपा रहा था. कोने में खड़ा नन्हा शोएब भी सुबक रहा था, अभी सुबह ही तो अब्बू ...
खबर है कि सरकार बनने के लगभग दो साल बाद भी दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 50 % से अधिक विधायको ने अपने "विधायक-कोष" में से एक भी पैसा अपने क्षेत्र के विकास के लिए ख़र्च नहीं किया ...
प्रशांत किशोर, ये शख्स बिहार की राजनीति का एक जाना-माना चेहरा बन चूका है, प्रदेश का बच्चा-बच्चा इन्हें जानता है, पहचानता है। कोई बड़े नेता नहीं हैं ये, कोई समाज सुधारक भी नहीं हैं, नहीं-नहीं कोई अपराधी भी नहीं ...
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