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‘अफ्रीका का प्रवेश द्वार’ मिस्र भी भारत के साथ, क्या बदलने वाली है वैश्विक स्थिति?

मजबूत आवाजों की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई देती हैं। वर्ष 2014 से पहले जब भारत से प्रधानमंत्री विदेश दौरों पर जाते थे तो उनके लौटने पर यह प्रश्न उठता था कि आखिर भारत को इस यात्रा से क्या ...

SCO में भारत की धमक – चीन और पाकिस्तान को उनके मुखिया के सामने ही धो दिया

भारत विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है इसमें कोई संदेह नहीं है। वस्तुतः भारत ने अपने विकास के क्रम में अनेक उतार चढ़ाव देखे, एक समय था जब 'महाशक्तियां' भारत का मज़ाक़ उड़ाया करती थी। इतना ही नहीं, पाकिस्तान ...

निर्यात में 20 फीसदी वृद्धि, इन सेक्टर्स में भारत ने किया कमाल

इस समय पूरी दुनिया में वैश्विक आर्थिक मंदी को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। विश्व में आर्थिक मंदी को लेकर चिंताएं बढ़ने लगी हैं। स्वयं को महाशक्ति मानने वाले देशों की भी मंदी के कारण हालत पस्त होने लगी ...

मधुबनी की अद्भुत कला तो आपने देखी ही होगी, अब फड़ कला की भव्यता भी देखिए

भारत विविधतओं का भंडार है, कहते हैं कि दो कोस में बदले पानी चार कोस में बानी। यहां अलग-अलग भाषाएं हैं, अलग-अगल बोलियां हैं, यहां एक से बढ़कर एक कलाकृतियां हैं, यहां लोगों के अंदर एक से बढ़कर एक ...

2029 तक कैसे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा भारत?

भारत कभी सोने की चिड़िया हुआ करता था, स्वयं में समृद्धि का पर्याय समेटे भारत में संभावनाओं के असीम अवसर विद्यमान हुआ करते थे. कभी दुनिया के जीडीपी में एक तिहाई हिस्सा रखने वाला भारत अंग्रेजों के राज में ...

भारत ने टूटे चावल (Broken rice) पर प्रतिबंध क्यों लगा दिया?

समय चलायमान और परिवर्तनशील है वह कभी भी एक सा नहीं रहता। चावल की बात करें तो भारत दुनिया में चावल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और दुनिया में चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है। भारत में चावल का उत्पादन वित्त ...

बाइडेन को प्रसन्न करने चला था पाकिस्तान, पुतिन को क्रोधित कर बैठा

एक बड़ी पुरानी कहावत है मरता क्या न करता? पाकिस्तान की हालत भी अभी कुछ ऐसी ही है, किसी भी तरह से वो अमेरिका को खुश करना चाहता है। अपनी घटिया आदतों की वजह से आर्थिक तंगी से तो ...

हरित क्रांति के बाद अब समय की मांग है ‘सदाबहार क्रांति’

भारत 1960 के दशक में जनसंख्या विस्फोट और कृषि उत्पादकता की कम दर के साथ ही सबसे खराब खाद्य संकटों में से एक का सामना कर रहा था। चीन (1962) और पाकिस्तान (1965) के साथ युद्ध के बाद तो ...

जब एक विज्ञापन ने बदल दिया सौरव गांगुली का जीवन

कभी कभी लाख प्रयत्न करने पर भी कोई वस्तु नहीं मिल पाती और कभी कभी कोई वस्तु ऐसी होती है, जिसे हम देखना भी पसंद न करें परंतु वही हमें शिखर तक पहुंचाने में मददगार साबित हो जाती है। ...

नरेंद्र मोदी दुनिया के इकलौते ऐसे नेता हैं जो विश्व में शांति स्थापित कर सकते हैं

आज दुनिया एक साथ कई संकटों का सामना कर रही है। महंगाई, आर्थिक मंदी जैसी चुनौतियों से विश्व के तमाम देश इस समय जूझ रहे है लेकिन इसके अलावा जो सबसे बड़ा संकट है जिससे दुनिया लड़ रही है, ...

कैसे अजमेर शरीफ दरगाह ने विश्व के इकलौते ब्रह्मा जी के मंदिर ‘पुष्कर महातीर्थ’ को निगल लिया?

आप अजमेर जाते हैं तो सर्वप्रथम कहां जाने की सोचते हैं? निस्संदेह ख्वाजा गरीब नवाज़ की दरगाह और कभी अगर पुष्कर मेला लगा तो ‘असली राजस्थान’ का स्वाद लेने हेतु पुष्कर। परंतु अजमेर केवल इन दोनों के लिए ही ...

हाल के वर्षों में चीनी सेना बॉर्डर पर अति सक्रिय क्यों हो गई है?

क्या कभी सोचा है, ऐसा भी संभव था कि इंदिरा गांधी ने जो आपातकाल लगाया था वह शायद इतिहास के पन्नों में दर्ज ही नहीं हो पाता? हां, यह काफी हद तक सिमट सकता था यदि इंदिरा गांधी बॉर्डर ...

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