‘कुछ’, ‘अज्ञात’, ‘संभवत:’- सुबह-शाम इस्लामिस्टों को बढ़ावा देने वालों का ‘राग-रुश्दी’ सुनिए
एक होते हैं गिरगिट, एक होते महागिरगिट और तब आते हैं लिबरल गिरगिट। पिछली तीनों श्रेणियों में लिबरल गिरगिट सबसे विनाशक श्रेणी है ...
एक होते हैं गिरगिट, एक होते महागिरगिट और तब आते हैं लिबरल गिरगिट। पिछली तीनों श्रेणियों में लिबरल गिरगिट सबसे विनाशक श्रेणी है ...
'लाज़िम है कि हम भी देखेंगे’, फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की इस पंक्ति को आपने CAA विरोधी प्रदर्शनों में अवश्य सुना होगा। लेकिन इसका ...
राजनीति में कुर्सी एक बहुत बड़ी कमजोरी है। इसमें आदर्श और वसूल जैसा कुछ नहीं होता है। आज जो आपका पराया है, वो ...
जावेद अख्तर अपने बड़बोले बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहते हैं, और इस बार भी मामला कुछ भिन्न नहीं है। हाल ही ...
गीतकार और पूर्व पटकथा लेखक जावेद अख्तर एक बार फिर सुर्खियों में हैं, पर इस बार अलग कारण से। इस बार वे किसी ...
बंद घड़ी भी दिन में दो बार सही समय दिखा देती है। ऐसे वुहान वायरस से लड़ने में जब एक समुदाय विशेष के ...
एक इकोनोमिस्ट हैं साथ में BJP के राज्य सभा सदस्य भी हैं, जो भी इनके सामने तेज़ बनने की कोशिश करता है वो ...
अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने 9 नवंबर को अपना फैसला सुना दिया ...
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