TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    कांग्रेस के मंत्री प्रियांक खरगे बोले- RSS को बैन करेंगे; मुस्लिम लीग से दोस्ती लेकिन संघ से दिक्कत क्यों?

    कांग्रेस के मंत्री प्रियांक खरगे बोले- RSS को बैन करेंगे; मुस्लिम लीग से दोस्ती लेकिन संघ से दिक्कत क्यों?

    बीजेपी में होगा नेतृत्व परिवर्तन, राज्यों के चुनाव से साफ होगी तस्वीर

    बीजेपी में होगा नेतृत्व परिवर्तन, राज्यों के चुनाव से साफ होगी तस्वीर

    बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का दावा: कांग्रेस और CIA का रहस्यमयी संबंध

    बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का दावा: कांग्रेस और CIA का रहस्यमयी संबंध

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    डिजिटल इंडिया

    डिजिटल इंडिया के 10 साल पूरे: पीएम मोदी ने बताया देश के सशक्तिकरण की क्रांति का सफर

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ऊटा का कृष्ण मंदिर (Photo - ISKCON/ Vaibhavi Devi Dasi)

    अमेरिका में हिंदू मंदिर पर बड़ा हमला, इस्कॉन मंदिर परिसर को निशाना बनाकर दागी गईं 20-30 गोलियां

    ट्रंप और नेतन्याहू ‘खुदा के दुश्मन’ घोषित: ईरान के धर्मगुरु का फतवा बढ़ाएगा वैश्विक संकट?

    ट्रंप और नेतन्याहू ‘खुदा के दुश्मन’ घोषित: ईरान के धर्मगुरु का फतवा बढ़ाएगा वैश्विक संकट?

    स्विमिंग पूल में 2019 के पुलवामा हमले में शामिल चार आतंकियों मोहम्मद उमर फारूक, तल्हा राशिद अल्वी, मोहम्मद इस्माइल अल्वी और राशिद बिल्ला ने इसी स्विमिंग पूल में तस्वीरें खिंचवाई थीं (चित्र: द प्रिंट)

    ऑपरेशन सिंदूर के कुछ हफ्तों बाद जैश-ए-मोहम्मद ने फिर खोला बहावलपुर आतंकी केंद्र

    कांग्रेस नेता हरि किशन लाल भगत (बाएं) और दिल्ली में सोवियत सूचना विभाग के प्रमुख निकोले फेदिन (दाएं)

    ‘रूस के लिए दलाली करते थे 150 कांग्रेस सांसद’: दुबे ने जिस अमेरिकी खुफिया दस्तावेज का जिक्र किया उसमें क्या लिखा है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    कांग्रेस के मंत्री प्रियांक खरगे बोले- RSS को बैन करेंगे; मुस्लिम लीग से दोस्ती लेकिन संघ से दिक्कत क्यों?

    कांग्रेस के मंत्री प्रियांक खरगे बोले- RSS को बैन करेंगे; मुस्लिम लीग से दोस्ती लेकिन संघ से दिक्कत क्यों?

    बीजेपी में होगा नेतृत्व परिवर्तन, राज्यों के चुनाव से साफ होगी तस्वीर

    बीजेपी में होगा नेतृत्व परिवर्तन, राज्यों के चुनाव से साफ होगी तस्वीर

    बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का दावा: कांग्रेस और CIA का रहस्यमयी संबंध

    बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का दावा: कांग्रेस और CIA का रहस्यमयी संबंध

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    डिजिटल इंडिया

    डिजिटल इंडिया के 10 साल पूरे: पीएम मोदी ने बताया देश के सशक्तिकरण की क्रांति का सफर

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ऊटा का कृष्ण मंदिर (Photo - ISKCON/ Vaibhavi Devi Dasi)

    अमेरिका में हिंदू मंदिर पर बड़ा हमला, इस्कॉन मंदिर परिसर को निशाना बनाकर दागी गईं 20-30 गोलियां

    ट्रंप और नेतन्याहू ‘खुदा के दुश्मन’ घोषित: ईरान के धर्मगुरु का फतवा बढ़ाएगा वैश्विक संकट?

    ट्रंप और नेतन्याहू ‘खुदा के दुश्मन’ घोषित: ईरान के धर्मगुरु का फतवा बढ़ाएगा वैश्विक संकट?

    स्विमिंग पूल में 2019 के पुलवामा हमले में शामिल चार आतंकियों मोहम्मद उमर फारूक, तल्हा राशिद अल्वी, मोहम्मद इस्माइल अल्वी और राशिद बिल्ला ने इसी स्विमिंग पूल में तस्वीरें खिंचवाई थीं (चित्र: द प्रिंट)

    ऑपरेशन सिंदूर के कुछ हफ्तों बाद जैश-ए-मोहम्मद ने फिर खोला बहावलपुर आतंकी केंद्र

    कांग्रेस नेता हरि किशन लाल भगत (बाएं) और दिल्ली में सोवियत सूचना विभाग के प्रमुख निकोले फेदिन (दाएं)

    ‘रूस के लिए दलाली करते थे 150 कांग्रेस सांसद’: दुबे ने जिस अमेरिकी खुफिया दस्तावेज का जिक्र किया उसमें क्या लिखा है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

शिवसेना के एक नेताजी हैं जो उसी डाली को काट रहे हैं जिस पर बैठे हैं

The Frustrated Indian द्वारा The Frustrated Indian
4 November 2017
in मत
संजय राउत
Share on FacebookShare on X

एक राजनेता अपने सलाहकारों के द्वारा जाना जाता है। राजनीति में राजनैतिक विचारधारा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उसमें मूल रूप से लोकप्रियता की कमी हो सकती है लेकिन वह राजनैतिक निर्णय लेने के लिए आवश्यक बुद्धि और कौशल रखता है। यदि वह बुद्धिमान है तो उसका राजनीतिक मस्तिष्क उसको कई गुना आगे बढ़ा सकता है। यदि वह विषैला है तो आपका पतन भी कर सकता है।

जिस तरह से शरद यादव नीतीश कुमार को प्रभावित कर रहे थे, यह एक बड़े नेता के पतन के सबसे बड़े उदाहरणों में से एक हो सकता था। इससे न केवल बिहार राज्य पर कुमार की पकड़ को खतरा था, बल्कि उन्हें अपनी राजनीतिक संभावनाओं से भी समझौता करना पड़ा। कुमार ने भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ दिया, जिसने पटना में उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचा और जिसका लाभ आरजेडी के लालू यादव को मिला। पर सद्बुद्धि अंततः जीत गयी, आरजेडी से अलग होने के बाद नितीश कुमार नें एनडीए में वापसी की। यहीं से शरद यादव ने कुंठित होना शुरू कर दिया, लेकिन कुमार ने घर वापसी के रास्ते में लिए इस बाधा को रोड़ा नहीं बनने दिया।

संबंधितपोस्ट

खतरे में आदिवासी अस्मिता: तालाब में नहा रहीं महिलाओं से 30 मुस्लिम युवकों ने की छेड़छाड़, ग्रामीणों ने किया कैद

जून के अंत तक भाजपा को मिल जाएगा नया अध्यक्ष!, संगठन में नेतृत्व परिवर्तन की तैयारियां तेज

INDI गठबंधन पर चिदंबरम का बड़ा सवाल — बोले, ‘गठबंधन कमजोर’, क्या शशि थरूर की राह पर चल पड़े कांग्रेस के वरिष्ठ नेता?

और लोड करें

नितीश कुमार शरद यादव और उनके प्रभाव के बंधन से सफलतापूर्वक अलग हो सके लेकिन एक और शरद यादव दूसरे राज्य में फल फूल रहे हैं। बाला साहेब ठाकरे के समय में शिवसेना की महाराष्ट्र राज्य पर जबरदस्त पकड़ थी। यह सिर्फ वोटों या संख्याओं की बात नहीं थी बल्कि शिवसेना के सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभुत्व की बात थी। बाल ठाकरे की मृत्यु के बाद शिवसेना में कई चीजों में गलत बदलाव आया है और इनमे से कई बदलावों के लिए शिवसेना के सांसद संजय राउत को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।

संजय राउत शिवसेना के मुख्य सामाचार पत्र सामना के संपादक रहे हैं और वह उद्धव ठाकरे के अन्तर्गुट का हिस्सा थे। बाल ठाकरे के समय में शायद राउत की हरकतें सीमित थीं। आज बाल ठाकरे के निधन के बाद शिवसेना एक अनिश्चित स्थिति में है और संजय राउत ने खुद को शिवसेना के मूलदल में सबसे प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में स्थापित कर लिया है।

संजय राउत कई राजनेताओं और रणनीतिकारों का एक मिश्रण हैं। वह अमर सिंह की तरह चतुर हैं और शरद यादव की तरह हाथ भी रखते हैं। अब तक संजय राउत या शिवसेना प्रमुख द्वारा चले गए सारे दाँव भाजपा को लेकर उनके क्षोभ से जुड़े थे।

परन्तु, हाल ही में संजय राउत ने कांग्रेस युवराज राहुल गांधी की प्रशंसा की और उन्हें राष्ट्र चलाने में सक्षम समझा और कहा कि मोदी की लहर अपनी चमक खो रही है। अमर सिंह या शरद यादव के गुणों के साथ, संजय राउत ने अब दिग्विजय सिंह के गुणों को भी उजागर किया है जो राहुल गांधी की टीम में मुख्य भूमिका में रहते हैं।

हालांकि शिवसेना ने पहले भी इस तरह के बयान दिए है, पर कांग्रेस को समर्थन देना इसकी प्रतिष्ठा के लिए अधिक हानिकारक था। संजय राउत की शिवसेना में लंबे समय तक पकड़ पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाएगी। निम्नलिखित कारण हैं जिनकी वजह से संजय राउत के नियंत्रण वाली शिवसेना ने महाराष्ट्र राज्य पर कब्जा खो देगीऔर अंततः लुप्त हो जायेगी।

पहला, शिवसेना गुरिल्ला पार्टी थी जिसने आक्रामक रूप से पहले मराठी लोगों का और बाद में हिंदुत्व का पक्ष रखा। निश्चित रूप से कांग्रेस की प्रशंसा शिवसेना से के इस छवि के साथ नहीं जाती, हाँ दिखावटी धर्म निरपेक्ष नीतियों के अनुरूप वाली सेना के साथ जरुर जायेगी। कांग्रेस वाले बयान के बाद, उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व के बारे में भी कहा ताकि भगवा संगठन के रूप में अपनी स्थिति पुष्ट रख सकें। हालांकि, वह हिंदुत्व का आडम्बर उसी समय अमान्य हो जाता है जब आप ममता बनर्जी जैसे किसी नेता के साथ राजनीतिक रूप से मिलते हैं और चर्चा करते हैं। फिर भी, कांग्रेस के प्रति नया प्रेम और हिंदुत्व का ताज पहनने की साथ साथ कोशिश कभी एक साथ नहीं हो सकता है। यह वास्तव में उन आदर्शों से दूर होगा जो बाल ठाकरे द्वारा निर्धारित किए गए थे।

दूसरे, यहां तक ​​कि हिंदुत्व से ज़रा भी दूर जाने से भी उनके मौजूदा आक्रामक कार्यकर्ता विमुख हो सकते हैं। पार्टी के भाजपा में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि सेना के विचारधारा परिवर्तन के बाद भाजपा ही एकमात्र पार्टी रहेगी जो हिंदुत्व के पक्ष में होगी। यह शिवसेना के संगठनात्मक सरंचना पर कुठाराघात करेगा और पार्टी जो कि अपने क्षेत्रों में अभेद्य थी वो पूर्णतया भेद्य हो जायेगी। पार्टी ने पहले ही जमीनी स्तर और ग्रामीण इलाकों में काफी क्षेत्र खो दिया है।

तीसरा, अगर शिवसेना का अपने कार्यकर्ता दल से जुड़ाव ढीला हुआ, तो यह भविष्य में विद्रोह पैदा कर सकता है। भले ही संजय राउत भाजपा को अकेले चुनाव लड़ने की हिम्मत दे रहे हैं, पर गठबंधन टूटने से शिवसेना की चुनावी संभावनाओं पर असर पड़ सकता है। शिवसेना के कुछ सनकी और अभिमानी नेताओं के कारण यदि औपचारिक गठबंधन टूट जाता है तो ही भाजपा सरकार में शिवसेना के मंत्री सेना को छोड़ भी सकते हैं । अग्रिम चुनाव कि स्थिति में शिवसेना को भारी नुक्सान का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि हाल ही में संपन्न हुए नगरपालिका चुनावों और सरपंच एवं अन्य चुनावों में भाजपा मजबूत स्थिति में रही है।

चौथा, शिवसेना को राज्य में बने रहने के लिए भाजपा की जरूरत है। नीतीश कुमार को इसका एहसास हो गया था और उनकी राजनीतिक सूझबूझ ने उन्हें नुकसान से बचा लिया, जब वो महागठबंधन छोड़ एनडीए में वापस आए। संजय राउत और उनके तीक्ष्ण प्रहार प्रतिदिन गठबंधन को चोट पहुंचा रहे हैं और इस कारण भाजपा सेना सम्बन्ध ऐसी स्थिति में पहुच सकता है जहाँ से पुनःसम्बन्ध और मैत्री असंभव हो। 1990 के दशक के दौरान, भाजपा को शिवसेना की जरूरत थी और यह प्रमोद महाजन जैसे किसी राजनेता ने महसूस किया, जिन्होंने विचारधारा और सम्मान के साथ संबंधों में सुगमता को जन्म दिया। संजय राउत को उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है क्योंकि शिवसेना को अपने खोए हुए क्षेत्रों को वापस पाने के लिए वास्तव में भाजपा की जरूरत है।

अन्त में, जैसा कि मैंने पहले बताया था कि शिवसेना एक गोरिल्ला पार्टी है जो अपने आक्रामक दल और बाल ठाकरे के कुशल नेतृत्व के द्वारा देश के राजनैतिक पटल पर उदित हुई थी। अब, पार्टी में राजवंश और उच्च पद पर आसीन लोगों  की विचारधारा का वर्चस्व है जोकि संजय राउत जैसे नेताओं द्वारा पार्टी में रोपित की गयी है। एक ऐसा भी समय था जब लोग बाल ठाकरे से सीधे तौर पर मिलते थे और उनका मानना था कि वे उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। उनका जनता और वर्गों के साथ संपर्क था। संजय राउत और उनके दल ने इसे कांग्रेस संस्कृति की तरह बना दिया है और यह उद्धव ठाकरे की छवि को प्रभावित कर रही है।

जैसा कि मुख्यमंत्री फड़नवीस ने सही तरीके से बताया कि शिवसेना, सरकार और विपक्ष दोनों ही नहीं हो सकती। राजनीतिज्ञों के लिए जरूरी है कि वे बेवकूफी भरे दाँव-पेचों की बजाय समझदारी दिखाएं, जो संजय राउत को समझना चाहिए। हालाकि शिवसेना अमित शाह से नफरत करती हैं लेकिन संजय राउत को अमित शाह से सलाहकार बनने के बारे में कुछ सीखना चाहिए। शाह ने अच्छी तरह से अपनी भूमिका निभाई है और बीजेपी को आश्चर्यजनक रूप से नयी ऊँचाइयों पर पहुचाया है। अगर शिवसेना महाराष्ट्र में फिर से उभरना चाहती है, तो उसे अपनी नई हानिकारक छवि को छोड़ना पड़ेगा और संजय राऊत जैसे नेताओं को हर बार नया बहाना इस्तेमाल करने की बजाए आपस में बैठ के विचार करना चाहिए।

Tags: भाजपाशिव सेनासंजय राउत
शेयर347ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

जिस मूर्खता से भाजपा ने इस संवेदनशील मसले को संभाला, वो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है

अगली पोस्ट

द वायर ने ‘मेक इन इंडिया’ व भारतीय ऑटो उद्योग की उछाल को कम आँका, असली कहानी अब सामने है

संबंधित पोस्ट

देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?
मत

देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

1 July 2025

इस बार दिल्ली प्रवास के दौरान एक मित्र ने पूछा कि देश हित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का पैमाना क्या है?...

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति
इतिहास

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

25 June 2025

25 जून एक ऐसी तिथि है जिसे देश शायद ही कभी भूल पाये। 25 जून 1975 की मध्य रात्रि इंदिरा गाँधी ने देश को आपातकाल...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’
भारत

आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

22 June 2025

इस 21 जून को सम्पूर्ण विश्व ने ‘योग दिवस’ मनाया । योग दिवस ‘वसुंधरा परिवार हमारा’ इस ध्येय वाक्य को चरितार्थ करता है । सरल...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Kerala Muslim Groups oppose Zumba classes for School Children

Kerala Muslim Groups oppose Zumba classes for School Children

00:07:21

Crash or sabotage? Aviation expert on ahmedabad plane crash probe.

00:13:37

Ahmedabad Air India Crash: Was It Sabotage? Major Investigation Underway

00:06:27

10% Seats for Muslims? Shocking Demand from DMK’s ally MMK Ahead of 2026!"

00:04:52

The gulf crossroads: usa stakes, China's money and Iran's nuclear threat.

00:30:34
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited