TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

    बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तान

    भारत इज़राइल रणनीतिक साझेदारी

    बदलते वैश्विक समीकरणों और क्षेत्रीय संघर्षों के बीच कैसे बदल रही है भारत-इज़राइल के बीच रणनीतिक साझेदारी ?

    जोरावर टैंक से नाग मिसाइल का सटीक वार, भारत की स्वदेशी शक्ति का उदय, दुश्मनों के होश उड़ना तय

    जोरावर टैंक से नाग मिसाइल का सटीक वार, भारत की स्वदेशी शक्ति का उदय, दुश्मनों के होश उड़ना तय

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तान

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    बांग्लादेश के जन्म की कहानी

    Explainer : पाकिस्तान का आतंकी शासन और भारत का जवाब—पूर्वी बंगाल के दमन और बांग्लादेश के जन्म की कहानी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

    बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तान

    भारत इज़राइल रणनीतिक साझेदारी

    बदलते वैश्विक समीकरणों और क्षेत्रीय संघर्षों के बीच कैसे बदल रही है भारत-इज़राइल के बीच रणनीतिक साझेदारी ?

    जोरावर टैंक से नाग मिसाइल का सटीक वार, भारत की स्वदेशी शक्ति का उदय, दुश्मनों के होश उड़ना तय

    जोरावर टैंक से नाग मिसाइल का सटीक वार, भारत की स्वदेशी शक्ति का उदय, दुश्मनों के होश उड़ना तय

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तान

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    बांग्लादेश के जन्म की कहानी

    Explainer : पाकिस्तान का आतंकी शासन और भारत का जवाब—पूर्वी बंगाल के दमन और बांग्लादेश के जन्म की कहानी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मोदी जी ने बिना बोले पहले केजरीवाल के पर काटे, अब शत्रुघ्न सिन्हा की बारी है

Nitesh Kumar Harne द्वारा Nitesh Kumar Harne
5 December 2017
in मत
शत्रुघ्न सिन्हा मोदी
Share on FacebookShare on X

प्रधानमंत्री मोदी भारतीय राजनीति के मंजे हुए खिलाडी है उन्हें ये भलीभांति पता होता है की उन्हें कब बोलना है, कितना बोलना है, क्या बोलना और कब नहीं बोलना है। जब उन्हें विरोधियों पर वार करना होता है तो वो खुलकर कभी आक्रामक होकर तो कभी अपने चुटीले अंदाज में वार करते हुए देखे गए है लेकिन जब उन्हें किसी को जवाब देना मुनासिब नहीं लगता है वे उस विरोधी को अनदेखा कर देते है की विरोधी इस कदर उनके अनदेखी से बौखला जाते है की कई बार वे चूक कर देते है और मोदी जी के जाल में फंस जाते है। यही वो गलती करने लगते है बिना सोचे समझे की जनता सब देख रही है और वे जनता की निगाहों में गिरते ही जा रहे है। कुछ ऐसा ही वाकया मोदी जी ने केजरीवाल के साथ किया था। जब केजरीवाल सुबह से लेकर रात तक सोते जागते उठते बैठते मोदी राग अलापा करते थे, खुलकर झूठे आरोप लगाया करते थे लेकिन इधर मोदी है की कभी अपने भाषणों में केजरीवाल का नाम नहीं लिए जिससे अक्सर केजरीवाल बौखला जाया करते थे और कई बार अभद्र शब्दों का इस्तेमाल कर दिया करते थे जिस कारण  वे जनता की नजरों में आ जाते है।

प्रधानमन्त्री मोदी का यह दांव उनक बोल के हमले करने से भी ज्यादा कारगर सिद्ध हुआ है। मोदी अक्सर ऐसा ही दांव इस्तेमाल करते रहे है चाहे विरोधी दूसरे पार्टियों का हो या उनके खुद की पार्टी का। अब शत्रुघ्न सिन्हा को ही ले लीजिये जबसे मोदी प्रधानमंत्री बने है शत्रुघ्न सिन्हा को पूरी उम्मीद थी की उन्हें मंत्री पद दिया जायेगा लेकिन मोदी तो मोदी है चौंकाने वाले फैसलों के लिए ही जाने जाते है। उन्होंने अपना कैबिनेट खुद से तय किया जूनियर सीनियर से ज्यादा कार्यकुशलता और परफॉरमेंस के सहारे मंत्री पद बांटे गए। ऐसे में मोदी से सिन्हा की नाराजगी लाजमी थी लेकिन यह नाराजगी के स्वर जल्द ही विरोध में बदलने लगे।

संबंधितपोस्ट

‘विभाजन की विभीषिका स्मृति दिवस’ 2025: भारत में कई ‘मिनी पकिस्तान’ पैदा हो चुके हैं”?

राजा प्रथमोसेवक, राष्ट्रसाधक… संवैधानिक पद पर मोदी के 23 साल, शाह और योगी ने क्या कहा?

आखिरकार शाहबाज शरीफ भारत के साथ ‘स्थाई शांति’ क्यों चाहते हैं?

और लोड करें

शत्रुघ्न सिन्हा खुलकर करते है प्रधानमंत्री मोदी, सरकार और सरकार की नीतियों का विरोध

अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा हैं तो बीजेपी के सांसद, लेकिन इन दिनों उनके ‘शब्दों की शॉट गन’ मोदी सरकार की नीतियों पर ही ज्यादा बरसती नजर आ रही है। ‘अपनों पे सितम, गैरों पे करम’ की तर्ज पर शत्रुघ्न सिन्हा विरोधी दल कांग्रेस की तारीफ करते भी नजर आते है। बता दे की शत्रुघ्न सिन्हा ने हाल ही में पीएम मोदी, वित्तमंत्री अरुण जेटली और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर तीखी टिप्पणी की थी । एक कार्यक्रम में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि अगर एक वकील वित्तीय मामलों पर बोल सकता है, टीवी एक्ट्रेस एचआरडी मंत्री बन सकती है और एक चायवाला बड़ी उपलब्धियों को हासिल कर सकता है तो हम नोटबंदी और जीएसटी पर क्यों नहीं बोल सकते? दरअसल, शत्रुघ्न सिन्हा समय-समय पर जीएसटी और नोटबंदी का विरोध करते रहे हैं।

शत्रुघ्न सिन्हा देश के हर गर्म मुद्दे पर बात करना चाहते है और किसी न किसी बहाने मोदी और सरकार पर हमला करने से नहीं चूकते है। हाल ही में संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती पर चल रहे विवाद पर बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मांग  कि पद्मावती फिल्म पर चल रहे हंगामे पर फिल्म कलाकारों से पहले प्रधानमंत्री मोदी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए।

शत्रुघ्न सिन्हा ने सरकार का ही नहीं, मंत्री और पार्टी अध्यक्ष का भी जमकर बनाया मजाक

भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रियों का भी मजाक उड़ाया है। गुरुवार को उन्होंने कहा है कि कैबिनेट के 90 फीसद मंत्रियों को कोई नहीं जानता है । जबकि, बचे हुए 10 फीसद मंत्रियों की कोई इज्जत नहीं करता है। इस दौरान बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि देश में इस वक्त केवल “वन मैन शो” और “टू मैन आर्मी” काम कर रही है।

शत्रुघ्न सिन्हा कभी पाकिस्तान तो कभी कन्हैया का समर्थन करते नजर आते है

सिन्हा यही नहीं रुकते उन्होंने पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद की रिहाई के मुद्दे पर बोलते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि पाकिस्तान के साथ हर हाल में बातचीत जारी रहनी चाहिए। जबकि वे जानते है इस विषय में सरकार का पक्ष स्पष्ट है। उन्होंने एक ट्वीट में कन्हैया कुमार का भी समर्थन करते हुए लिखा था, ‘‘माननीय अदालत द्वारा कन्हैया को जमानत प्रदान करने को लेकर प्रसन्न हूं और खुशी है कि उसे जेल से रिहा कर दिया गया है।’’ यानी वो सरकार का हर मुद्दे पर विरोध ही करना चाहते है। लेकिन उनकी यह नीति उन्हें जनता की नजरों में और कमजोर कर देती है क्योंकि कहीं न कहीं पाकिस्तान हो या कन्हैया और जेएनयु वाले मुद्दे पर जनता भी सरकार के पक्ष से सहमत नजर आती है।

इंदिरा जिंदा होतीं, तो कांग्रेस में होता

अब शत्रुघ्न सिन्हा को कांग्रेस पार्टी में भी टैलेंट नजर आने लगा है। सिन्हा अब लालू, नितीश और कजरी से होते हुए अब कांग्रेस और  राहुल की भी तारीफों के पूल बंधने से नहीं चुक रहे है। कांग्रेस की तारीफ करते हुए शत्रुघ्न ने कहा, ‘ये बात तो माननी पड़ेगी कि कांग्रेस में टैलेंट पूल जबरदस्त हैं। मनमोहन सिंह ज्ञानी आदमी हैं। शत्रुघ्न ने इंदिरा गांधी को देश की बेहतरीन प्रधानमंत्री बता दिया। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर इंदिरा गांधी आज जिंदा होतीं, तो वे शायद कांग्रेस में होते। उनका ऐसा कहना पार्टी का अपमान करने जैसा ही है। शत्रुघ्न ने आगे कहा, ‘स्टार होते हुए भी वो स्टार कैंपनेर नहीं हैं, लेकिन आप जानते हैं कि मैं कितना लोकप्रिय हूं? लोग मुझे कितना मानते हैं, लेकिन पार्टी को इसकी कीमत नहीं है।’

यह वही मोदी है जिनके नाम का सिर्फ विरोध करते करते कई नेता और पत्रकारों की लाइफ बन गयी है। मोदी ने जो अनदेखी की सिन्हा साहब की जनाब की जबान को लगाम नहीं लगी। और होता यूँ है की जब आपको जवाब नहीं मिलता तो ऐसे लोग और ज्यादा आक्रामक होने लगते है वैसे ही शत्रुघ्न सिन्हा बडबोले नेताओं में से है। फिर इन्होंने प्रधानमंत्री पर हमले और तीखे कर दिए अब खुल के हमले करने लगे। उनके सुर विरोधियों से मेल खाने लगे है। कही न कहीं उन्हें ये लगने लगा है जनता उन्हें अगली बार संसद में भेजने के मूड में नहीं है और इसी का अंदाजा उन्हें हो गया तो अब वे चाहते है की इसी बहाने सही प्रधानमंत्री भी उनपर पलटवार करें तो वे इसको मुद्दा बनाये और जनता की सहानुभूति ले पाएं ताकि आने वाला चुनाव अपने दम पर जीता जा सके।

शत्रुघ्न सिन्हा को जब भी मौका मिलता बड़े मंच पर वे मोदी और उनके मंत्रिमंडल का विरोध करने से नहीं चुकते। कभी वे लालकृष्ण आडवाणी को प्रधानमंत्री का दावेदार बता देते कभी नितीश कुमार की तारीफ करने लगते कभी लालू से मिल जाते तो कभी कांग्रेस की बातों को सही ठहरा देते। यह पहली बार नहीं है जब सिन्हा ने प्रधानमंत्री या उनके मंत्रियों पर हमला किया हो इसके पहले बिहार चुनाव में भी जब उनका नाम प्रचारक में नदारद था तब भी उन्होंने बीजेपी पर हमला किया था और बीजेपी को इस चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा था। लेकिन तब से लगातार शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी पर हमलावर होते रहे है लेकिन इधर प्रधानमंत्री उनके खिलाफ एक शब्द नहीं बोल रहे और न ही पार्टी कोई एक्शन लेने के मूड में है तो ऐसे में शॉटगन और तिलमिलाए से नजर आने लगे है और विरोधी खेमे के साथ गलबहियां करते नजर आते है| अब सिन्हा साहब ये भूल गए की वे जितना हमला प्रधानमंत्री पर हमले करेंगे मोदी उतना ही पसंद किये जायेंगे और जनता के सामने सिन्हा हीरो नहीं विलेन नजर आयेंगे।

Tags: नरेन्द्र मोदीशत्रुघ्न सिन्हा
शेयर1338ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

नेहरु ने सोमनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार को रोकने का हर संभव प्रयास किया. पर वह हार गया

अगली पोस्ट

राहुल गाँधी निर्विरोध जीतने वाले हैं कांग्रेस अध्यक्ष का पद

संबंधित पोस्ट

भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत
आयुध

भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

21 October 2025

भारत जब दुनिया की तीसरी सबसे ताकतवर वायुसेना के रूप में उभरा, तो यह किसी एक वर्ष की उपलब्धि नहीं थी। यह उस राजनीतिक इच्छाशक्ति...

डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया
इतिहास

डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

21 October 2025

भारत के राजनीतिक इतिहास में कुछ तारीखें ऐसी होती हैं जो केवल संगठन की नहीं, बल्कि एक विचार की जन्मतिथि होती हैं। 21 अक्टूबर 1951...

बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता
चर्चित

बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

21 October 2025

बिहार की राजनीति हमेशा से नाटकीय रही है, लेकिन इस बार महागठबंधन ने जो तमाशा पेश किया है, उसने राजनीति को मज़ाक बना दिया है।...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

The Congress Party’s War on India’s Soldiers: A History of Betrayal and Fear

The Congress Party’s War on India’s Soldiers: A History of Betrayal and Fear

00:07:39

How Bursting Firecrackers on Deepavali Is an Ancient Hindu Tradition & Not a Foreign Import

00:09:12

This is How Malabar Gold Betrayed Indians and Preferred a Pakistani

00:07:16

What Really Happened To the Sabarimala Temple Gold Under Left Government?

00:07:21

How Stalin is planning to divide the nation through a poisonous agenda?

00:06:44
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited