दैनिक भास्कर के सर्वे के मुताबिक एक बार फिर से मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार सत्ता में आएगी वो भी बड़े अंतरों के साथ। इस सर्वे ने राज्य में सत्ता-विरोधी लहर को तगड़ा झटका दिया है। राज्य में शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ आम जनता में असंतोष की भावना पैदा करने के विपक्ष के प्रोपेगंडे को धराशाही कर दिया है। इसका मतलब ये है कि साल 2005 सेलगातार सत्ता में बने रहे शिवराज सिंह चौहान की सरकार आगामी चुनावों के बाद भी बनी रहेगी।
इस सर्वे ने बीजेपी के आत्मविश्वास को बढ़ावा दिया है। सर्वे में जनता से कुछ सवाल किये गये थे जिनके जवाब के अनुसार ही सर्वे के नतीजे पेश किये गये हैं। इस सर्वे में कुल 2 लाख 31 हजार लोगों ने भाग लिया था जिसमें छात्रों से लेकर नौकरीपेशा, कारोबारी, किसान यहां तक कि कुछ घरेलू महिलाओं ने भी हिस्सा लिया। इस सर्वे के मुताबिक करीब 51 फीसदी लोगों ने एक बार फिर से शिवराज सिंह चौहान को सीएम पद के लिए पसंद किया है जबकि सिर्फ 34 फीसदी लोग ही कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम बनते देखना चाहते हैं। इसके साथ इस सर्वे में करीब 63 फीसदी लोगों का मानना है कि 15 सालों से सत्ता पर काबिज बीजेपी एक बार फिर से सत्ता में आयेगी जबकि सिर्फ 15 फीसदी लोगों ने कांग्रेस के पक्ष में अपनी राय रखी। इसके अलावा अगले सवाल के जवाब में 51 फीसदी लोगों ने शिवराज सिंह चौहान की सरकार को मजबूत और ठोस इरादों वाली सरकार बताया तो जबकि सिर्फ 17 फीसदी ने कामचलाऊ तो 33 फीसदी लोगों में शिवराज सिंह की सरकार के प्रति असंतोष की भावना है। जहां तक राज्य कांग्रेस की बात है, एक तिहाई लोगों का मानना है कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी के लिए शिवराज की छवि से पार पाना मुश्किल है जबकि 32 फीसदी लोगों ने कहा कि वो पीएम मोदी के लिए वोट करेंगे और सिर्फ 3 फीसदी लोगों की पसंद राहुल गांधी हैं। इस सर्वे ने एक तरह से राज्य की वर्तमान स्थिति को सामने रख दिया है। लगातार पीएम मोदी को निशाना बनाने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इससे कोई फायदा मिलते नहीं दिख रहा है और न ही राहुल गांधी की लोकप्रियता में कुछ ख़ास इजाफा हुआ है। ऐसे में इस सर्वे ने कांग्रेस की मुश्किलों को बढ़ा दिया है।
इस सर्वे ने प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान को मिल रहे बड़े समर्थन और लोकप्रियता की पुष्टि की है। शिवराज सिंह चौहान ने बीमारू राज्य की रूपरेखा को जिस तरह से सत्ता में आन के बाद से वो किसी से छुपा नहीं है। वो आत्मविश्वास के साथ कहते हुए भी नजर आते हैं कि मुझे अपने काम पर भरोसा है और आम जनता के सामने है जो भी मैंने किया है। अपने कार्यों से जिस तरह से मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने विकास की लहर दौड़ाई है उसी वजह से वो प्रदेश में बड़ी संख्या में लोकप्रियता का आनंद उठाते रहे हैं। फिलहाल ऐसा कोई भी नहीं है जो उनकी लोकप्रियता को कई टक्कर दे सके। हर बार विपक्ष राज्य में सत्ता विरोधी लहर पैदा करने की भरपूर कोशिश करता रहा है लेकिन चौहान की लोकप्रियता ने उनके इस प्रयास को बार-बार हार का मुंह दिखाया है।
ओपिनियन पोल्स, विपक्षी पार्टियां और लुटियंस मीडिया ने कई बार मध्य प्रदेश के सीएम के खिलाफ नकारात्मक बातें लिखी हैं। ऐसा कहा जा रहा था कि राज्य में उठती सत्ता-विरोधी लहर इस बार मध्य प्रदेश में शिवराज की हार का सबसे बड़ा कारण बनेगा। कुछ मीडिया वर्ग ने कहा कि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह की सरकार लोगों की पहली पसंद है। शिवराज सिंह चौहान को ये लोकप्रियता और सालों की सत्ता यूं ही नहीं मिली है उन्होंने अपने कार्यों से यहां वो विकास की एक एक ईंट जोड़ी है और उसे ढाहना इतना आसान नहीं है।