देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जगदलपुर की रैली में हैं। यहाँ उन्होंने ऐसा कुछ कहा जो शायद अर्बन नक्स लियों को रास नहीं आएगा। हालांकि जो उन्होंने कहा वो समाज की सच्चाई है। छत्तीसगढ़ की चुनावी रैली में उन्होंने अर्बन नक्सलियों पर हमला किया। अर्बन नक्सली जो समाज में नफरत और घृणा फैलाने का काम करते हैं और युवाओं को लालच देकर उन्हें गलत दिशा में ले जाते हैं उनपर पीएम मोदी ने हमला किया। उन्होंने अपने भाषण में कहा, ‘अर्बन माओवादी खुद एयर कंडीशनर में रहते हैं और बड़ी बड़ी गाड़ियों में घूमते हैं, उनके बच्चे विदेश में पढ़ाई करते हैं लेकिन ये लोग गरीब आदिवासी युवाओं को बर्बाद करने का काम करते हैं। जिन बच्चों के हाथ में कलम होनी चाहिए उनके हाथ में बंदूक पकड़ा देते हैं। क्यों कांग्रेस अर्बन माओवादियों का समर्थन करती है तो क्या आप ऐसी पार्टी को चुनेंगे?
A brave and innocent cameraman from DD, Achutyanand Sahu was killed by Maoists. Recently our valiant jawans were also martyred in encounter with Maoists,&for Congress party these Maoists are revolutionaries? What sort of vocabulary is this?: PM Modi #ChhattisgarhElections2018 pic.twitter.com/agtCrvvTrj
— ANI (@ANI) November 9, 2018
पीएम नरेंद्र मोदी का ब्यान उन गिरफ्तार शहरी नक्सलियों के मामले पर गहरा प्रभाव डालेगा जिन्हें पुलिस ने भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार किया था। पुणे पुलिस इन अर्बन नक्सलियों की करनी का उन्हें सजा दिलवाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। छत्तीसगढ़ और कई राज्यों में नक्सलियों का आतंक देखने को मिलता रहा है और अर्बन नक्सली इन्हें पोषित करते है। हालांकि, एनडीए सरकार ने सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई करने की पूरी छुट दी है। नक्सलियों की धड़पकड़ तेज हो गयी है कई नक्सलियों ने सेना के समक्ष आत्मसमर्पण भी किया है। एनआईए और कई सुरक्षा एजेंसियों की गाज इन अर्बन नक्सलियों पर गिर रही है। ये सुरक्षा बालों के लिए बड़ी उपलब्धि है जिसने नक्सलियों के पारिस्थितिकी तंत्र को हिला कर रख दिया है। यही नहीं नक्सलवाद काफी हद तक कई इलाकों में खत्म होने की कगार पर हैं। अब सुरक्षा बल अर्बन नक्सलियों पर शिकंजा कास रहे हैं लेकिन इससे लेफ्ट-लिबरल्स को बड़ी परेशानी हो रही है क्योंकि ये अर्बन नक्सली उनके चहेते भी हैं। ऐसे में पीएम मोदी की माओवादी पारिस्थितिकी तंत्र की सार्वजनिक निंदा से अर्बन नक्सलियों को झटका जरुर लगा होगा।
अपने इस बयान से पीएम नरेंद्र मोदी ने ये भी साफ़ कर दिया कि देश की सुरक्षा के साथ वो कोई समझौता नहीं करेंगे उसके लिए उन्हें चाहे कितने भी सख्त कदम क्यों न उठाने पड़े। जब देश के हित और देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की बात आती है तो राजनीतिक विपक्ष और मोदी विरोधी प्रोपेगंडा के बारे में नहीं सोचते हैं। इस दौरान उन्होंने अर्बन नक्सलियों का समर्थन करने के लिए कांग्रेस पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “मैं बस्तर के लोगों से आग्रह करता हूं कि वो कांग्रेस के नेताओं को एक उचित सबक सिखाएं, जो एक तरफ अर्बन नक्सलियों को सुरक्षा मुहैया कराने की कोशिश करते हैं और दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में राज्य को नक्सलियों से मुक्त करने की बात करते हैं।” पिछले दिनों डीडी न्यूज़ कैमरामैन पर नक्सली हमले में हुई मौत पर भी माओवादी और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “माओवादियों ने एक निर्बल और निर्दोष कैमरामैन की हत्या कर दी। नक्सल हमले में जवान भी मारे गये और कांग्रेस इन माओवादियों को क्रांतिकारी कह रही है। क्या आप सभी लोग कांग्रेस की इस बात का समर्थन करेंगे? क्या ये माओवादी जो निर्दोष पत्रकार पर हमला करते हैं वो क्रांतिकारी हैं? अर्बन नक्सलियों के प्रति सहनुभूति की भावना रखने वाले राजनेताओं के चेहरे का पर्दाफाश किया है जो अपने राजनीतिक फायदे के लिए माओवादियों का समर्थन करते हैं जो निंदनीय है।