विवादित कांग्रेस नेता शशि थरूर जो हमेशा ही प्रधनमंत्री मोदी की आलोचना के लिए अक्सर चर्चा में रहते हैं उन्होंने गुजरात में 2001 में आये भूकंप से हुए नुकसान के बाद पुनर्निर्माण के कार्यों को लेकर पीएम मोदी की तारीफ की है। यही नहीं उन्होंने ये तक कहा कि गुजरात की तरह ही केरल सरकार को भी पुनर्निर्माण के लिए गुजरात मॉडल को अपनाना चाहिए।
हाल ही में केरल के तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सांसद शशि थरूर ने एक सम्मेलन में केरल में बाढ़ से आई त्रासदी के बाद पुनर्निर्माण को लेकर बात की। उन्होंने साल 2001 में गुजरात में आये भूकंप के बाद राज्य सरकार ने जिस तरह से पुनर्निर्माण को अंजाम दिया गया उसकी उन्होंने तारीफ की।
उन्होंने कहा, “साल 2001 के भूकंप के बाद पुनर्निर्माण के लिए गुजरात सरकार का मॉडल उत्कृष्ट था जिसे केरल में भी अपनाया जाना चाहिए। हमें गुजरात से सीखना चाहिए और उसी तरीके को लागू करना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, “आज केरल को पुनर्निर्माण के लिए सामाजिक रूप से प्रतिबद्ध और टिकाऊ मॉडल की आवश्यकता है लेकिन अगर वनों की कटाई और अवैध निर्माण से पर्यावरण को नुकसान पहुंचेगा जिससे पुनर्निर्माण संभव नहीं होगा। हमें घरों के निर्माण के लिए अधिक से अधिक विशेषज्ञों की जरूत है जिससे वो भूस्खलन को सह सके।”
बता दें कि साल 2001 में 26 जनवरी के दिन गुजरात में कुदरत का कहर टूटा था। भूकंप की तीव्रता इंट्राप्लेट भूकंप पैमाने पर 7.7 पर दर्ज की गयी थी। इस भूकंप ने गुजरात के कई जिलों की सूरत ही बदलकर रख दी थी। गुजरात के 24 जिलों में तबाही का मंजर था, कच्छ, सुरेंद्रनगर और राधनपुर में इसका प्रभाव सबसे जायदा देखने को मिला था। इस प्राकृतिक आपदा में 7904 गांव तबाह हुए थे जिसमें 16,927 लोगों की मौत हुई थी और 1 लाख 66 हजार 836 लोग घायल हुए थे। इसके अलावा 1 लाख 47 लाख 499 लोग ऐसे थे जिनके सर से उनका घर छीन गया था। इस भूकंप का केंद्र कच्छ था। इस तरह के भयावह परिदृश्य में राज्य के तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी ने आगे बढ़कर राज्य में पुनर्निर्माण व्यवस्था के लिए योजना बनाई। अन्य राज्यों के सीएम के विपरीत उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लिया और खुद पुनर्निर्माण के कार्यभार को संभाला। अपने पूर्ववर्ती श्री केशुभाई पटेल द्वारा शुरू की गयी आवास योजनाओं का विस्तार, उनके दृष्टिकोण को सरल और प्रभावी तरीके से लागू किया था।
भूकंप से क्षतिग्रस्त कस्बों और संपत्तियों के पुनर्निर्माण में गुजरात सरकार के उद्देश्य की पूर्ति के लिए निम्नलिखित नीति अपनाई थी:-
- सतत विकास
- क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत,
- सार्वजनिक भवनों के साथ भूकंप में नष्ट घरों का निर्माण और सुदृढ़ीकरण
- अर्थव्यवस्था का पुनरुद्धार
- स्वास्थ्य सहायता प्रणाली को सुदृढ़ बनाना
- सामुदायिक और सामाजिक बुनियादी ढांचे आदि का पुनर्निर्माण
जल्द ही गुजरात सरकार ने पुनर्निर्माण के अपने उद्देश्य में सफलता हासिल की। बाद में गुजरात के विकास की खूब सराहना भी की गयी। दुर्भाग्यपूर्ण है कि, मुख्यधारा की मीडिया ने सीएम की भूमिका का श्रेय नहीं दिया।
हालांकि, शशि थरूर द्वारा पीएम मोदी के प्रयासों की सराहना करना हैरान कर देने वाला हो जो हमेशा ही पीएम मोदी के बड़े आलोचकों में से एक रहे हैं।