गुजरात में सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति की तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या में सरयू नदी के तट पर भगवान राम की प्रतिमा के निर्माण की योजना बना रहे हैं। इस दिवाली वो 151 मीटर लंबी भगवान राम की प्रतिमा के निर्माण की घोषणा भी कर सकते हैं। एक तरह से सभी राम भक्तों को ये सीएम योगी की तरफ से दीवाली उपहार है।
अयोध्या नगर निगम के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, “अयोध्या में सरयू नदी के तट पर भगवान राम की 151 मीटर लंबी प्रतिमा बनाने का प्रस्ताव है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देव दीपावली के अवसर पर इसकी घोषणा कर सकते हैं।’
एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी नेता उपाध्याय से कहा, “जहां प्रतिमा की स्थापना की जाएगी, उस जगह का चुनाव मिट्टी परीक्षण के बाद किया जाएगा। संत तुलसीदास घाट के आसपास प्रतिमा बनाये जाने की संभावना है। अधिकारी दो-तीन स्थलों को देख रहे हैं, जिनमें से वे सबसे अच्छी जगह का चुनाव करेंगे।’
स्टेचू ऑफ यूनिटी के आवरण के बाद ये खबर सामने आई है। भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर प्रतिमा को उनकी जयंती के अवसर पर राष्ट्र को समर्पित किया गया। सरदार पटेल ने राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोया था उनकी जयंती एक अवसर पर उन्हें वो सम्मान दिया गया जिसके वो हकदार हैं।
अब अयोध्या में भगवान राम की प्रतिमा की घोषणा ने राम भक्तों के मन में उल्लास भर दिया है।टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने यूपी भाजपा अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडे के एक बयान का उल्लेख किया है। महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा, “योगी प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ एक बहुत बड़े पीठ के पीठाधीश्वर और संत हैं। अयोध्या भगवान राम का जन्मस्थान है। उसके लिए निश्चित ही उन्होंने कोई योजना बनाई है। उन्होंने आगे कहा, “खुशखबरी के लिए दिवाली तक इंतजार कीजिये।“
पिछले साल की तरह ही इस साल भी सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या में बड़े स्तर पर दिवाली मनाएंगे। भगवान् राम की प्रतिमा से न सिर्फ सांस्कृतिक विरासत और धर्म को बढ़ावा मिलेगा बल्कि अर्थव्यवस्था और विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। ये प्रतिमा लोगों को भगवान राम की तरह ही सच्चाई, विनम्रता और अपने कर्तव्यों के प्रति प्रतिबद्धता के लिए प्रोत्साहित करेगा। लोग भगवान् राम का उनकी प्रजा के लिए समर्पण को याद दिलाएगा। भगवान् राम की प्रतिमा के निर्माण के साथ ही अयोध्या में जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण भी शुरू होना चाहिए।
पिछले महीने इस शहर ने अंततः मंदिर निर्माण के लिए खुद को तैयार करने की कोशिश शुरू कर दी थीं। तीन दिवसीय त्योहार आयोजित किया गया था जिसमें कई देशों से लोग अयोध्या के इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आये थे। अयोध्या कला महोत्सव-2018 में दो सौ कलाकारों ने हिस्सा लिया था जिन्होंने अपनी कला से शहर की दीवारों पर चित्र बनाया था। इस बार इस त्योहार का शीर्षक भगवान राम और उनका जीवन था। इसके अलावा उनके जीवन को आठ पहलुओं में विभाजित किया गया था।
सबकुछ ईसिस तरह से अच्छा रहा तो वो दिन भी जल्द ही आयेगा जब अयोध्या मरम मन्दिर का निर्माण होगा। सुप्रीम कोर्ट द्वारा राम मंदिर के फैसले को अगले साल तक टाले जाने के बाद से राम भक्त में निराशाकी लहर थी लेकिन अब ऐसा लगता है कि केंद्र और राज्य सरकार इस मुद्दे पर काम कर रहे हैं और जल्द ही आम जनता के सामने होगा।