अमेरिका से शुरु हुआ मीटू कैंपेन जब भारत आया तो काफी बड़े-बड़े नाम सामने आए। बॉलीवुड से लेकर मीडिया और राजनीति के भी कई दिग्गजों के नकाब इस कैंपेन से उतरने लगे थे। उस समय एक के बाद एक ढेरों जानी-मानी ऐक्ट्रेसेज, महिलाओं और लड़कियों ने अपने साथ हुए यौन शोषण का खुलासा करके पूरे देश में सनसनी फैला दी थी। इन आरोपों में कई जाने-मानें लोगों पर कार्रवाई भी हुई थी। साजिद खान भी उनमें से एक थे। साजिद खान का अपराध सामने आने के बाद पहले उनसे हाउसफुल-4 फिल्म छिन गई तो अब उन्हें एक और बड़ा झटका लगा है। उन्हें आईएफटीडीए ने तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
दरअसल, आईएफटीडीए ने पीओएसएच इनवेस्टिगेशन क्लोजर रिपोर्ट जारी किया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 7 दिसंबर 2018 को साजिद खान की सदस्यता को एक साल के लिए तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस निलंबन को साजिद के मीटू कैंपेन में नाम आने के परिणाम के रूप में देखा जा रहा है।
बता दें कि, साजिद खान पर एक्ट्रेस सिमरन सूरी, सलोनी चोपड़ा और अहाना कुमरा सहित कई और महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। उस समय साजिद खान इन आरोपों को झूठा बता रहे थे। अब उन पर कार्रवाई की गई है। आईएफटीडीए ने संस्थान की गरिमा और प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए खान को पद से निलंबित कर दिया है।
इससे पहले साजिद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए एक महिला पत्रकार ने अपनी आपबीती भी शेयर की थी। महिला पत्रकार ने बताया था कि, वह साजिद की बहन फरहा खान का इंटरव्यू लेने उनके घर गई थी। इसी बीच उनकी मुलाकात साजिद से हुई। साजिद ने इस मौके पर उसे बलपूर्वक किस करने की कोशिश की थी।
साजिद खान को निलंबित करते हुए आईएफटीडीए के अध्यक्ष अशोक पंडित ने अपने स्टेटेमेंट में कहा, “समिति POSH ऐक्ट के तहत शिकायत की जांच कर रही है। जांच में समिति खान द्वारा पद के दुरुपयोग और यौन उत्पीड़न की शिकायत की जांच करेगी। इसके लिए साजिद खान को निलंबित करने का फैसला लिया है।” इससे पहले साजिद खान पर लगे आरोपों के तुरंत बाद उन्हें फिल्म ‘हॉउसफुल 4’ से बाहर कर दिया गया था। हालांकि, साजिद खान ने आईएफटीडीए के इस फैसले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नही दी है।
बता दें कि, साजिद खान के अलावा एक्टर आलोक नाथ पर भी मीटू के तहत आरोप लगे हैं। जिस पर कार्रवाई करते हुए पिछले दिनों सीआईएनटीएए ने आलोक नाथ को निष्कासित किया था। अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने जब नाना पाटेकर सहित कई फिल्म कलाकारों पर यौन शोषण के आरोप लगाए तो मी टू का मुद्दा तेजी से जोर पकड़ता गया। उस समय अलोक नाथ, कैलाश खेर, अभिजीत भट्टाचार्य, रजत कपूर, सुभाष घई, साजिद खान, विकास बहल, चेतन भगत, विनोद दुआ, अनु मलिक, रोहित रॉय, रघु दीक्षित, वरुण ग्रोवर, विवेक अग्निहोत्री, गौरांग दोशी और सुहैल सेठ सहित तमाम और लोगों का नाम सामने आए।
अब आईएफटीडीए के ऐसे फैसले से जनता के बीच सकारात्मक संदेश गया है। इससे सबके मन में ऐसी बेहूदी हरकत करने के प्रति डर पैदा होगा। कोई भी अपने पद और बड़े नाम का फायदा उठाकर किसी के भी साथ गलत करने की नहीं सोचेगा।