राफेल को लेकर मनोहर पर्रिकर पर हमला करने के बाद हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गोवा के मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे और उनका हाल-चाल लिया। हालांकि, ऐसा लगता है कि राहुल गांधी इस मुलकात के पीछे राहुल गांधी की कुछ और ही मंशा थी। इस मुलाक़ात के बाद राहुल गांधी ने दावा किया कि पर्रिकर ने उन्हें बताया कि डील बदलते समय पीएम मोदी ने हिंदुस्तान के रक्षा मंत्री से नहीं पूछा था। हालांकि, अब उनकी इस गंदी और झूठ की राजनीति का खुद गोवा के मुख्यमंत्री ने प्रेस रिलीज़ जारी कर स्पष्ट किया कि राहुल गांधी के साथ पांच मिनट की मुलाक़ात में राफेल से जुडी कोई बात ही नहीं हुई थी। इसका मतलब साफ़ है कि राहुल गांधी ने जो भी कहा था वो सब उनकी एक बनावटी कहानी थी जिससे वो मोदी सरकार पर हमला कर सकें। राहुल गांधी की इस गंदी राजनीति की बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आलोचना की है और कहा कि, “प्रिय राहुल गांधी आप कितने असंवेदनशील है ये आपने बीमारी से लड़ रहे एक व्यक्ति के नाम पर झूठ बोलकर दिखा दिया है।“
Dear Rahul Gandhi, you showed how insensitive you are, by lying in the name of a person fighting a disease.
The people of India are disgusted by your reckless behaviour.
In his trademark style, @manoharparrikar ji sets the record straight. https://t.co/ok4GN8I6yS
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) January 30, 2019
बता दें कि मंगलवार को पर्रिकर से मुलाकात के बाद राहुल ने कहा था, ”मैं कल पर्रिकर जी से मिला था। उन्होंने खुद कहा था कि डील बदलते समय पीएम मोदी ने हिंदुस्तान के रक्षा मंत्री से नहीं पूछा था। “ राहुल गांधी ने अपने दावे में आगे कहा, “राफेल पर हमने 3-4 सवाल पूछे, बड़े सवाल नहीं थे लेकिन, चौकीदार कभी यूं देखें, कभी इधर देखें, कभी उधर देखें, कभी यहां देखें पर आंख से आंख नहीं मिला पाए।”
Goa CM Manohar Parrikar writes to Congress President Rahul Gandhi, writes "I feel let down that you have used this visit for your petty political gains. In the 5 minutes you spent with me, neither did you mention anything about Rafale, now did we discuss anything related to it.' pic.twitter.com/HbUX6yiDk3
— ANI (@ANI) January 30, 2019
राहुल के इस दावे की तब हवा निकल गयी जब गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने एक प्रेस रिलीज़ जारी कर उनकी इस गंदी राजनीति की धज्जियां उड़ाई। उन्होंने लिखा, “मेरी और राहुल गांधी से मात्र पांच मिनट मुलाकात हुई थी और इस मुलाकात में राफेल डील से जुडी कोई बात ही नहीं हुई थी। पर्रिकर ने कांग्रेस अध्यक्ष की इस निम्न स्तर की राजनीति को सामने रखते हुए कहा कि “आपने राजनीतिक फायदे के लिए राहुल गांधी ने देश के सामने झूठ बोला है।” इससे पहले राहुल गांधी ने संसद में दावा किया था कि उनके पास एक ऑडियो क्लिप है, जिसमें गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे की आवाज है। कांग्रेस ने कहा था कि ‘गोवा ऑडियो टेप’ प्रामाणिक है कि राफेल में घोटाला हुआ है और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के पास इस मुद्दे से जुड़े ‘धमाका करने वाले राज’ हैं। बाद में राहुल गांधी का ये दावा झूठा साबित हुआ था।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सदन में राफेल सौदे मामले में गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से जुड़ी टेप को संसद में चलाने की परमिशन मांगी थी। इसके बाद सुमित्रा महाजन ने उन्हें तभी ये टेप चलाने के लिए कहा था जब वो इसकी जिम्मेदारी लेंगे लेकिन तुंरत ही राहुल गांधी ने अपने कदम पीछे खींच लिए और ऑडियो टेप नहीं चलाया। यही नहीं कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संसद में ऑडियो टेप के दावे को भी गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे फर्जी करार दिया था। विश्वजीत राणे ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस का स्तर इतना नीचे गिर गया है कि वो एक टेप के साथ छेड़छाड़ कर कैबिनेट और मुख्यमंत्री के बीच गलतफहमी पैदा करना चाहती है।
ये बहुत ही शर्मनाक है कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी इस तरह की गंदी राजनीति में लिप्त हैं और झूठ का सहारा ले रहे हैं। यही नहीं एक व्यक्ति जो गंभीर बीमारी से जूझ रहा है उसके प्रति इस तरह का असंवेदनशील रवैया अपना रहे हैं।