चुनाव नजदीक देखकर एक तरफ तो राहुल गांधी समेत विपक्ष के सभी नेता खुद की छवि हिंदुओं वाली तैयार करने में लगे हैं तो दूसरी तरफ विपक्ष के नेताओं के विवादित बोल भी चालू हैं। अपने विवादित बयानों से कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी करने वाले शशि थरूर ने एक बार फिर से ऐसा ही कुछ किया है। शशि थरूर ने कुंभ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गंगा स्नान की फोटो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा है, “गंगा भी स्वच्छ रखनी है और पाप भी यहीं धोने हैं। इस संगम में सब नंगे हैं। जय गंगा मैया की।”
गंगा भी स्वच्छ रखनी है और पाप भी यहीं धोने हैं। इस संगम में सब नंगे हैं!
जय गंगा मैया की! pic.twitter.com/qAmHThAJjD— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) January 29, 2019
थरूर के इस बयान के बाद एक ओर जहां जनता के बीच इसे लेकर कांग्रेस की कड़ी आलोचना हो रही है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के लिए असहजता की स्थिति पैदा हो गई है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि इस दिनों कांग्रेस अध्यक्ष हिंदुओं को लुभाने और मनाने में लगे हैं। केवल कांग्रेस अध्यक्ष ही नहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और हाल ही में सक्रिय राजनीति मे कदम रखने वाली प्रियंका गांधी भी गंगा स्नान करके हिंदुओं को लुभाने की कोशिश में हैं। एक तरफ जहां अखिलेश यादव गंगा स्नान कर चुके हैं तो वहीं प्रियंका गांधी जल्द ही गंगा में डुबकी लगाने जा सकती हैं।
यहीं कारण है कि शशि थरूर ने अपने ट्विट से इस चुनावी सीजन में अपनी पार्टी समेत पूरे विपक्ष के लिए फजीहत करा चुके हैं। बता दें कि राहुल, प्रियंका की कुंभ स्नान की घोषणा और अखिलेश का कुंभ स्नान करना बताता है कि गंगा साफ हो गई है। यह गंगा की सफाई और नमामि गंगे परियोजना की सफलता का प्रमाण है। इन सभी नेताओं के गंगा स्नान करने के लिए एक-एक करके आना बताता है कि अब ये सब मजबूरी में ही सही लेकिन हिंदुत्व को स्वीकार कर रहे हैं। इससे कहीं न कहीं हिंदुओं की अवहेलना करने की इनकी प्रवृत्ति में बदलाव आ रहा है। ये सभी कहीं न कहीं भाजपा के ही नक्शे कदम पर चल रहे हैं। सालों से जिन्हें न गंगा की स्वच्छता से मतलब था न ही धार्मिक पर्व से आज सभी इस ओर आकर्षित हो रहे हैं और ये सब कहीं न कहीं पीएम मोदी और योगी की वजह से ही है।
इसलिए ऐसे में शशि थरूर का यह ट्विट उनकी ही पार्टी के प्रयासों और सॉफ्ट हिंदुत्व की छवि बनाने के प्रयासों पर पानी फेरने वाला काम कर गया है। अब इसे लेकर कांग्रेस पार्टी ट्रोल हो रही है। वहीं दूसरी ओर थरूर के जवाब में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, “शशि थरूर के लिए ऐसा बयान देना धार्मिक अपमान के बराबर है। सवाल राहुल गांधी से पूछा जाना चाहिए जो स्ट्रैटजी के तहत सिर्फ तभी जनेऊ पहनते हैं जब चुनाव हो रहे होते हैं। उन्हें दुनिया भर के करोड़ों हिन्दुओं की मान्यताओं पर हमला करने की छूट क्यों दी जा रही है।”
इस तरह से शशी थरूर को उनके इस बेहूदे ट्विट का जवाब मिलने के साथ नमामि गंगे परियोजना की सफलता का भी प्रमाण मिल गया। इसके अलावा वह अपनी पार्टी के लिए मुसीबत भी बना गये हैं। उनके इस ट्विट से उनकी पार्टी बुरी तरह फंस गई है। हालांकि, यहां दिलचस्प बात ये है कि जबसे मोदी सरकार सत्ता में आई है पूरा विपक्ष जो कल तक हिंदुओं की भावना को आहत करने का एक मौका नहीं छोड़ता था आज दिखावे के लिए ही सही सभी एकजुट होकर हिंदू धर्म को अपना रहे हैं।