भारत के लगातार प्रयासों ने आतंकवाद पर नकेल कस दी है। आतंकवाद के मुद्दे पर भारत की पाकिस्तान को अलग थलग पटकने की ज़िद्द अब कहीं पाकिस्तान को घुटनों पर न ला दे।
दरअसल, पाकिस्तान ने जैश ए मोहम्मद के सरगना ‘मसूद अज़हर’ की सम्पत्तियां सील करने और उस पर यात्रा प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है। साथ ही मसूद अजहर के हथियारों की खरीद, बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। पाकिस्तानी सरकार ने ये कदम संयुक्त राष्ट्र द्वारा मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के बाद उठाया है। तो ज़ाहिर है पाक के पास अब कोई चारा नहीं बचा है।
पाक के विदेश मंत्रालय की तरफ से बुधवार को जारी अधिसूचना में कहा गया कि ‘‘संघ सरकार को यह आदेश देते हुए प्रसन्नता हो रही है कि अजहर के खिलाफ प्रस्ताव 2368 (2017) का पूर्ण रूप से पालन होगा.’’ पाकिस्तान सरकार ने ये भी बताया कि ‘सरकार ने अधिकारियों को अधिसूचना के आधार पर जैश सरगना के खिलाफ समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।‘ पाकिस्तान ने कहा कि मसूद अजहर पर लगाए गए प्रतिबंधों को तत्काल रूप से लागू किया जाएगा। पाक के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा, ‘तीन बिन्दुओं – यात्रा पाबंदी , हथियार पाबंदी और संपत्ति पर प्रतिबंध पर औपचारिक कार्रवाई की जाएगी।‘ इन बयानों से ये साफ है कि पाक अब इतना मजबूर हो गया है कि ना चाहते हुए भी अपने प्यारे-दुलारे आतंकियों को बैन कर रहा है।
आपको बता दें कि 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में एक भीषण आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें सीआरपीएफ़ के लगभग 40 जवान मारे गए थे। जिसके बाद भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में आतंकवाद और पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों के खिलाफ कड़े कदम उठाने मांग तेज हो गयी थी। जैश ए मोहम्मद ने खुद इस हमले की ज़िम्मेदारी ली थी लेकिन उसके बाद भी पाकिस्तान मसूद अज़हर को बचाने में लगा हुआ था।
इस बचाव में चीन भी पाकिस्तान की हां में हां मिला रहा था लेकिन भारत ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका, फ़्रांस और ब्रिटेन जैसे देशों को साथ लेकर चीन को भी पाकिस्तान का साथ छोड़ने पर मजबूर कर दिया। जिसके बाद चीन को भी मसूद अजहर को ब्लैक लिस्ट में डालने के लिए लाये गए प्रस्ताव पर अपनी सहमति देनी पड़ी।
मसूद अजहर के बैन के बाद अब बारी है आतंकवाद के पालक पाक की। दरअसल, भारत अब पाक को घेरने के प्लान पर काम कर रहा है। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बीते गुरुवार को अपने एक बयान में कहा कि ‘ “भारत अंतरराष्ट्रीय मनी लॉन्ड्रिंग एंड टेरर फाइनेंस वॉचडॉग से पाकिस्तान को उन ब्लैकलिस्ट देशों की सूची में डालने के लिए कहेगा, जो वित्तीय अपराध रोकने में अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा नहीं कर पाते हैं।” शायद पाक को इस बात का आभास पहले ही हो गया है तभी अचानक से उसके सुर बदल गए।
इन सभी बातों से ये साफ है कि पाकिस्तान ने मसूद अजहर को बैन करने का ये कदम यूं ही नहीं उठाया है इसके पीछे एक बड़ा कारण है, वो है भारत के कूटनीतिक प्रयास जिनके कारण अब पाकिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर पूरी दुनिया से दबाव झेल रहा है। इसलिए अब पाकिस्तान आज मसूद अजहर के खिलाफ एक्शन लेने के लिए मजबूर है। वो दुनिया को दिखाना चाहता है कि वो आतंक के खिलाफ है और वो एक्शन भी ले रहा है।