2019 के लोकसभा चुनावों में अभी दो चरणों का मतदान होना बाकी है और इसी बीच कांग्रेस के लिए एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए यह मुसीबत आई है ‘जीजाजी’ रॉबर्ट वाड्रा के मामले में। दरअसल, आज शुक्रवार को रिपब्लिक भारत ने एक बड़ा खुलासा किया है। रिपब्लिक भारत ने एक स्टिंग किया है जिसमें रॉबर्ट वाड्रा के जमीन घोटालों की असलियत एक बार फिर सबके सामने आ गई है। इस स्टिंग में रिपब्लिक भारत की पॉलिटिकल टीम ने रॉबर्ट वाड्रा के जमीन खरीद फरोख्त में धोखाधड़ी के मामले में सनसनीखेज खुलासा किया है।
रिपब्लिक भारत के अनुसार जिस समय रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ ईडी की पूछताछ चल रही थी, उस समय रिपब्लिक की टीम इस स्टिंग के मिशन पर जुटी हुई थी। इस स्टिंग से रॉबर्ट वाड्रा के राजदार नागर भाईयों व रॉबर्ट वाड्रा के संबंध जनता के सामने आए हैं।
स्टिंग से सामने आया है कि नागर बंधु महेश नागर और ललित नागर देश भर में रॉबर्ट वाड्रा के जमीन सौदों के सूत्रधार थे। आज वाड्रा के समीन सौदों के कारण ही इन दोनों भाइयों पर ईडी की गाज गिर रही है। बता दें कि, ललित नागर तिगांव से कांग्रेस के विधायक हैं। इन दोनों भाइयों ने स्टिंग में वे सारे राज उगले जो रॉबर्ट वाड्रा के जमीन घोटाले से जुड़े हुए हैं।
स्टिंग से खुलासा हुआ है कि, महेश नागर के रॉबर्ट वाड्रा से व्यवसायिक संबंध थे और उन्होंने वाड्रा को फायदा पहुंचाने का काम किया। गरीबों और सेना के हितों से खिलवाड़ कर इन दोनों भाइयों ने वाड्रा के लिए जमीनी सौदे करने का काम किया था।
ललित ने इस स्टिंग में यह बात कबूली है कि, उनके गांधी परवार के साथ घनिष्ठ संबंध हैं और उसी परिवार के कारण उन्हें पहले लोकसभा का टिकट भी मिला था। स्टिंग में ललित नागर ने यह भी कबूला कि वे रॉबर्ट वाड्रा को बचाने के प्रयास कर रहे हैं। ललित ने कहा कि वे वाड्रा के लिए एक दीवार बनकर खड़े हैं, अगर हम बयान बदल दें तो बहुत नुकसान हो जाएगा।
महेश नागर ने स्टिंग में कबूला है कि उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा को राजस्थान में जमीन दिलाई थी। महेश नागर ने कहा कि, 2014 में हमने राजस्थान में जमीन दिलाई थी। महेश बोले, ‘हमने वाड्रा को बहुत जमीन दिलाई लेकिन एक जमीन ऐसी आ गई जिसमें शुरू से ही फर्जीवाड़ा किया गया था तहसीलदार और गिरदावर ने। उसने अपने रिश्तेदारों को जमीन अलॉट कर दी थी और उस जमीन के पैसे नहीं दिए थे। वो जमीन री- सेल होते होते हमने ली, हम चौथे मालिक थे। हमें नहीं पता था, किसी को ये नहीं पता था। जब हमें इस चीज का पता लगा तो उन्होंने 420 का मुकदमा कर दिया उन लोगों के खिलाफ जिन्होंने ये किया था। हमें केवल जांच में बुलाया था।’
रिपोर्टर ने सवाल किया कि, ‘लोग कहते हैं कि आपने उनकी जमीन बचाकर रखी है। सारी जमीन आपने अपने नाम पर ली। रॉबर्ट वाड्रा ने अपने नाम पर नहीं ली। आपने कभी सोचा कि आपने इतने बड़े परिवार को बचाने की कोशिश की।’ इस पर महेश नागर सिर्फ इतना बोले कि वो ( रॉबर्ट वाड्रा ) देश के बहुत बड़े आदमी हैं। महेश ने यह भी कबूला कि, वे रॉबर्ट वाड्रा की 100 करोड़ तक कीमत की पूरी जमीन की दखरेख करते हैं।
स्टिंग में यह भी सामने आया कि वाड्रा के दलाल ने राहुल गांधी के लिए भी जमीन की सौदेबाजी की थी। महेश नागर ने यह भी कबूला कि, उन्हें कमीशन रॉबर्ट वाड्रा खुद देते थे।
गौरतलब है कि, 2014 में रॉबर्ट वाड्रा से जब जमीन सौदे को लेकर सवाल पूछा गया था तो उन्होंने बड़े गुस्से में कहा था, ‘आर यू सीरियस’ लेकिन, अब 2019 आते-आते वाड्रा के जमीन सौदे से जुड़े सारे कागजात बाहर आ गए हैं।
रिपब्लिक भारत के स्टिंग के बाद अब वाड्रा के जमीन घोटाले के मुद्दे ने तेजी से आग पकड़ ली है। देशभर में कांग्रेस पार्टी को जमकर कोसा जा रहा है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी कहा कि, ”इसकी जांच चल रही है। जांच एजेंसियां ही इसकी जांच करे तो ज्यादा अच्छा है। अगर आप के पास जो कुछ भी इनपुट है उसे जांच एजेंसियों को देशहित में देना चाहिए। शाह ने कहा कि, हम अपनी जगह पर कायम है। हम राजनीतिक प्रतिशोध में कोई काम नहीं करेगें। जांच एजेंसियां स्वत्रंत तरिके से अपना काम कर रही है। जो भी सुचना है उसे देशहित में जांच एजेसिंयो को दे दनी चाहिए।
वहीं इस स्टिंग पर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस केस में तुरंत FIR दर्ज करके रॉबर्ट वाड्रा को गिरफ्तार करने की मांग की है। उन्होंने नागर बंधुओं को भी रॉबर्ट वाड्रा के सामने बिठाकर पूछताछ करने की मांग की है। ऐसे समय में जब 2 चरणों के चुनाव होने बाकी हैं, कांग्रेस के लिए यह स्टिंग बड़ी चिंता का सबब बन गया है।