TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Congress All Party Delegation

    देशहित से आगे तुष्टिकरण! ऑल-पार्टी डेलिगेशन के लिए कांग्रेस के दिए नामों पर क्यों हुआ विवाद?

    कांग्रेस सांसद शशि थरूर

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बना ऑल पार्टी डेलिगेशन: कांग्रेस क्यों कर रही है शशि थरूर के नाम का विरोध?

    Omar Abdullah and Mehbooba Mufti

    सिंधु जल समझौता: बाप-दादा तक क्यों पहुंची उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की जुबानी जंग?

    मोदी का मास्टर स्ट्रोक: विपक्ष-सरकार हुए एकजुट, दुनिया को देंगे सशक्त भारत का संदेश

    मोदी का मास्टर स्ट्रोक: विपक्ष-सरकार हुए एकजुट, दुनिया को देंगे सशक्त भारत का संदेश

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    PMO PM Modi Indian Jet Engine Program

    PMO को अपने हाथों क्यों लेनी चाहिए जेट इंजन प्रोग्राम की कमान?

    Defence Budget

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अब सेना को मिलेगा 50,000 करोड़ का हाइपरसोनिक बूस्ट, आधुनिक तकनीक और हथियारों पर भारत का फोकस

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    Drone Warfare india pakistan

    प्रथम विश्व युद्ध से भारत-पाक तक: ड्रोन कैसे बदल रहे हैं जंग की दिशा?; जानें इतिहास, टेक्नोलॉजी और उपयोग की पूरी कहानी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ ने कबूला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सच, कहा- ‘रात 2:30 बजे मुनीर का फोन आया…’

    पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ ने कबूला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सच, कहा- ‘रात 2:30 बजे मुनीर का फोन आया…’

    आमिर खान मुत्ताकी (बाएं) और एस. जयशंकर (दाएं)

    विदेश मंत्री एस जयशंकर की तालिबान से सीधी बातचीत के क्या हैं मायने?

    पाकिस्तान की पैरवी कर रही पश्चिमी मीडिया की खुल गईं आंखें, अब भारत नजर आने लगा संघर्ष का विजेता

    पाकिस्तान की पैरवी कर रही पश्चिमी मीडिया की खुल गईं आंखें, अब भारत नजर आने लगा संघर्ष का विजेता

    सिंधु जल संधि पर रोक से पाकिस्तान की खेती तबाह, 40% से ज़्यादा फसलें बर्बाद: एक्सपर्ट

    सिंधु जल संधि पर रोक से पाकिस्तान की खेती तबाह, 40% से ज़्यादा फसलें बर्बाद: एक्सपर्ट

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Congress All Party Delegation

    देशहित से आगे तुष्टिकरण! ऑल-पार्टी डेलिगेशन के लिए कांग्रेस के दिए नामों पर क्यों हुआ विवाद?

    कांग्रेस सांसद शशि थरूर

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बना ऑल पार्टी डेलिगेशन: कांग्रेस क्यों कर रही है शशि थरूर के नाम का विरोध?

    Omar Abdullah and Mehbooba Mufti

    सिंधु जल समझौता: बाप-दादा तक क्यों पहुंची उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की जुबानी जंग?

    मोदी का मास्टर स्ट्रोक: विपक्ष-सरकार हुए एकजुट, दुनिया को देंगे सशक्त भारत का संदेश

    मोदी का मास्टर स्ट्रोक: विपक्ष-सरकार हुए एकजुट, दुनिया को देंगे सशक्त भारत का संदेश

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    PMO PM Modi Indian Jet Engine Program

    PMO को अपने हाथों क्यों लेनी चाहिए जेट इंजन प्रोग्राम की कमान?

    Defence Budget

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अब सेना को मिलेगा 50,000 करोड़ का हाइपरसोनिक बूस्ट, आधुनिक तकनीक और हथियारों पर भारत का फोकस

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    Drone Warfare india pakistan

    प्रथम विश्व युद्ध से भारत-पाक तक: ड्रोन कैसे बदल रहे हैं जंग की दिशा?; जानें इतिहास, टेक्नोलॉजी और उपयोग की पूरी कहानी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ ने कबूला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सच, कहा- ‘रात 2:30 बजे मुनीर का फोन आया…’

    पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ ने कबूला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सच, कहा- ‘रात 2:30 बजे मुनीर का फोन आया…’

    आमिर खान मुत्ताकी (बाएं) और एस. जयशंकर (दाएं)

    विदेश मंत्री एस जयशंकर की तालिबान से सीधी बातचीत के क्या हैं मायने?

    पाकिस्तान की पैरवी कर रही पश्चिमी मीडिया की खुल गईं आंखें, अब भारत नजर आने लगा संघर्ष का विजेता

    पाकिस्तान की पैरवी कर रही पश्चिमी मीडिया की खुल गईं आंखें, अब भारत नजर आने लगा संघर्ष का विजेता

    सिंधु जल संधि पर रोक से पाकिस्तान की खेती तबाह, 40% से ज़्यादा फसलें बर्बाद: एक्सपर्ट

    सिंधु जल संधि पर रोक से पाकिस्तान की खेती तबाह, 40% से ज़्यादा फसलें बर्बाद: एक्सपर्ट

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मायावती ने अपने इस दांव से अखिलेश के कॅरियर को पूरी तरह तबाह कर दिया

Vikrant Thardak द्वारा Vikrant Thardak
25 June 2019
in मत
मायावती का बड़ा आरोप, कहा ‘मुझे अखिलेश ने मुसलमानों को टिकट देने से मना किया था’
Share on FacebookShare on X

उत्तर प्रदेश को राजनीतिक दृष्टि से देश का सबसे महत्वपूर्ण राज्य माना जाता है और यही कारण है कि इस साल के लोकसभा चुनावों से पहले जनवरी में राज्य की दो सबसे बड़ी क्षेत्रीय पार्टी, यानि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने हाथ मिला लिया और एकसाथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया। सभी को उम्मीद थी कि यह महागठबंधन भाजपा को कड़ी टक्कर देगा और भाजपा को वर्ष 2014 के प्रदर्शन को दोहराने से रोक देगा। लेकिन इस बार भी इन पार्टियों के हाथ निराशा ही लगी और भाजपा गठबंधन की नाक के नीचे से राज्य की 62 सीटों पर कब्जा करने में कामयाब रही। हालांकि, हार के बाद से ही गठबंधन में दरार पड़ना शुरू हो चुकी थी। बसपा को पिछले बार की शून्य सीटों के मुक़ाबले इस बार 10 सीटें मिली थी, और इसे सबसे बड़े गेनर के तौर पर देखा जा रहा था लेकिन समाजवादी पार्टी को अपने बड़े वोट बैंक से हाथ धोना पड़ा था, लेकिन उसके बाद भी मायावती ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश पर लगातार हमला जारी रखा है।

इसकी शुरुआत तब हुई जब चुनावी नतीजों के महज़ 10 दिन बाद ही मायावती ने अपना यह फैसला सार्वजनिक कर दिया कि बसपा अब गठबंधन का हिस्सा नहीं रहेगी। मायावती ने ऐलान किया कि वे राज्य की 11 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों पर अकेले ही चुनाव लड़ेंगे यह फैसला समाजवादी पार्टी के लिए बड़ा झटका था क्योंकि इसी पार्टी के साथ मिलकर बसपा को इन चुनावों में इतनी बड़ी सफलता मिली थी।

संबंधितपोस्ट

हर जरूरतमंद तक राशन पहुंचाने को योगी सरकार का बड़ा कदम, एनएफएसए वितरण प्रणाली के लिए 179 करोड़ की मंजूरी

रक्षा के बाद टेक्नोलॉजी में भी यूपी की बड़ी छलांग, ब्रह्मोस के साथ अब सेमीकंडक्टर हब बनेगा उत्तर प्रदेश- कैबिनेट ने 3700 करोड़ की यूनिट को दी हरी झंडी

मिलावटखोरों की अब खैर नहीं! सीएम योगी ने कहा- मिलावटखोरी सामाजिक अपराध, चौराहों पर लगाई जाएं मिलावटखोरों की तस्वीरें

और लोड करें

हालांकि, ऐसा नहीं है कि मायावती ने सिर्फ गठबंधन से अलग होने की घोषणा की हो, अलग होने के साथ ही उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि समाजवादी पार्टी के वोटबैंक में अखिलेश के प्रति अविश्वास की भावना पैदा हो सके। दरअसल, बीते रविवार को सपा की एक बैठक में मायावती ने अखिलेश यादव पर ऐसे आरोप लगाए जिसको सुनने के बाद खुद अखिलेश का वोटबैंक भी उनसे नाराज़ हो जाएगा। मायावती ने उनपर सबसे बड़ा आरोप यह लगाया कि चुनावों से पहले अखिलेश ने उनसे मुसलमानों को टिकट ना देने के लिए कहा था क्योंकि उनके मुताबिक उसकी वजह से तुष्टीकरण होगा और भाजपा को इससे फायदा पहुंचेगा। मायावती ने कहा कि उन्होंने अखिलेश के इन सुझावों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया था। मायावती ने अपने इस बयान से एक तीर से दो निशाने साधने का प्रयास किया है, और दोनों ही अखिलेश के लिए किसी झटके से कम नहीं है। एक तरफ जहां मायावती ने अखिलेश को मुस्लिम विरोधी दिखाने का प्रयास किया तो वहीं मायावती ने खुद को तुष्टीकरण की घटिया राजनीति से ऊपर उठने वाले नेता के तौर पर प्रदर्शित किया है।

इसके अलावा मायावती ने एक और बड़ा दांव खेला। मायावती ने कहा कि इन चुनावों में दलितों ने समाजवादी पार्टी को पूरी तरह नकार दिया क्योंकि पार्टी के शासन के समय दलितों पर खूब अत्याचार हुए थे। साथ ही यादवों ने भी सपा का समर्थन नहीं किया और समाजवादी पार्टी के बड़े-बड़े नेता भी हार गए। इन दोनों का बुरा असर गठबंधन पर पड़ा और गठबंधन को वो जनसमर्थन नहीं मिल पाया जिसकी उन्हें आशा थी। मायावती ने अपने इस बयान से अखिलेश पर सीधे तौर पर दलित-विरोधी होने का आरोप लगा डाला। मायावती ने यह भी कहा कि हार के बाद अखिलेश का रवैया काफी निराशनजाक रहा और उन्होंने उनको फोन तक करने की ज़हमत नहीं उठाई। इसके उलट अखिलेश ने बसपा के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा को फोन किया। उन्होंने बैठक के एक दिन बाद यानि सोमवार को दो ट्वीट किए और समाजवादी पार्टी पर गठबंधन का धर्म ना निभाने का आरोप लगाया। उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा ‘वैसे भी जगजाहिर है कि सपा के साथ सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलाने के साथ-साथ सन् 2012-17 में सपा सरकार के बीएसपी व दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरूद्ध कार्यों एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह से निभाया’।

वैसे भी जगजाहिर है कि सपा के साथ सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलाने के साथ-साथ सन् 2012-17 में सपा सरकार के बीएसपी व दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरूद्ध कार्यों एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह से निभाया।

— Mayawati (@Mayawati) June 24, 2019

इसके बाद उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में लिखा ‘परन्तु लोकसभा चुनाव के बाद सपा का व्यवहार बीएसपी को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है। अतः पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी’।

परन्तु लोकसभा आमचुनाव के बाद सपा का व्यवहार बीएसपी को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है। अतः पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी।

— Mayawati (@Mayawati) June 24, 2019

खैर चुनावों के बाद की स्थिति स्पष्ट है। एक तरफ मायावती हैं, जिनकी पार्टी के पास पहले की शून्य सीट के मुक़ाबले अब 10 सीटें हैं। मायावती ने अपने हाल ही के बयानों से यह भी दर्शाने की कोशिश की है वे दलितों और पिछड़ों की हितैषी हैं और उन्हें सपा के साथ गठबंधन करके नुकसान हुआ। जबकि दूसरी ओर अखिलेश हैं जिनकी पार्टी के पास सिर्फ 5 सीटें हैं और साथ ही उनके वोटबैंक में भी भारी नुकसान हुआ है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को उत्तर प्रदेश के 22.20 प्रतिशत वोटर्स ने अपना समर्थन दिया था, जबकि वर्ष 2019 में यह वोट शेयर सिर्फ 17.96 प्रतिशत तक गिर गया, यानि समाजवादी पार्टी को लगभग 4 प्रतिशत वोटशेयर का नुकसान उठाना पड़ा। इसके बाद अब मायावती ने भी उनका साथ छोडते-छोड़ते अखिलेश यादव पर ऐसे आरोप लगाए हैं जिससे उनकी छवि को गहरा नुकसान पहुंचा है और इसका खामियाजा उन्हें आने वाले उपचुनावों में भी भुगतना पड़ सकता है।

साफ है, अगर समाजवादी पार्टी के जनाधार में कमजोरी आती है तो मायावती के लिए इससे अच्छी बात कोई और हो नहीं सकती। अगर अखिलेश कमजोर पड़ते हैं तो बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश में एकमात्र ऐसी पार्टी बचेगी जो भाजपा को चुनौती दे सके, क्योंकि कांग्रेस तो कहीं लड़ाई में है ही नहीं। इन्हीं महत्वाकांक्षाओं के साथ अब उत्तर प्रदेश में मायावती ने यह राजनीतिक दांव खेला है और काफी हद तक अखिलेश भी बसपा प्रमुख की इस चुनावी चाल में फंसते नज़र आ रहे हैं। मायावती ने अखिलेश पर जो आरोप लगाए हैं, वे काफी गंभीर है, लेकिन अब तक अखिलेश की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अब यह जानना दिलचस्प होगा कि अखिलेश इस पूरे मामले पर क्या रुख दिखाते हैं। हार के बाद अखिलेश मीडिया के सामने आए थे और तब उन्होंने कहा था कि वे विज्ञान के छात्र हैं और उन्होंने यह प्रयोग किया जो सफल नहीं हो पाया। लेकिन हमारा मानना है ना सिर्फ उनका यह प्रयोग असफल हुआ बल्कि इस प्रयोग से अब उनके हाथ जलते भी नज़र आ रहे हैं। अगर समाजवादी पार्टी और पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी की गिरती साख को बचाने की कोशिश नहीं की, तो वह दिन दूर नहीं होगा जब इस पार्टी का अस्तित्व ही खात्मे की ओर होगा ।

Tags: अखिलेश यादवउत्तर प्रदेशमायावती
शेयर934ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

“कहां मां गंगा कहां गंदी नाली”, कांग्रेस के लोकसभा चीफ की प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ शर्मनाक टिप्पणी

अगली पोस्ट

बॉलीवुड में 27 साल पूरे होने के बाद, शाहरुख खान का नई फिल्में करने का मन नहीं करता

संबंधित पोस्ट

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा
मत

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

14 May 2025

जैसे-जैसे खाड़ी देश आधुनिक बन रहे हैं और पाकिस्तान को पैसा देना बंद कर रहे हैं, इस्लामाबाद उन्हें “सच्चे इस्लाम” से भटकता हुआ मानता है।...

भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है
मत

ऑपरेशन सिंदूर: झूठे नैरेटिव के शोर में सेना के पराक्रम की गूंज न दबने दें

14 May 2025

भारत-पाकिस्तान के बीच सैनिक संघर्ष रुकने पर हम देश की प्रतिक्रिया देखें तो बड़ा वर्ग, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मोदी सरकार और भाजपा के समर्थक...

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जरूरत है ‘ऑपरेशन गद्दार’ की
चर्चित

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जरूरत है ‘ऑपरेशन गद्दार’ की

9 May 2025

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी देश पाकिस्तान द्वारा भेजे गए रेडिकल इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा स्थानीय आतंकियों की मदद से हिन्दू पर्यटकों की पहचान पूछकर हत्या...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited