प्रधानमंत्री मोदी कल यानि रविवार को केवल भारतीय मीडिया पर ही नहीं, बल्कि ग्लोबल मीडिया पर भी छाए रहे। अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में उन्होंने अपने कार्यक्रम ‘हाउडी मोदी’ को संबोधित किया और उनका साथ दिया अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने! ट्रम्प और पीएम मोदी, दोनों ने ही अपनी-अपनी सरकारों की उपलब्धियां गिनाई। अगले साल अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं और ऐसे में ट्रम्प के लिए अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत करने का यह सुनहरा अवसर था। इस दौरान इन दोनों नेताओं की केमिस्ट्री देखने लायक थी। पीएम मोदी ने इन पलों को ‘हिस्टरी इन मेकिंग’ बताया। भारत समेत दुनियाभर में फैले भारतीय समुदाय के लोग इस कार्यक्रम को देखने के लिए अपने मोबाइल और टीवी से चिपके रहे। इस कार्यक्रम का सबसे जोशीला पल तब आया जब प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले का उल्लेख किया। इस दौरान उन्होंने हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान का नाम लिए बिना ही उसपर जोरदार हमला बोला।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने अनुच्छेद 370 को हमेशा के लिए फेयरवेल दे दिया है और देश की संसद ने दो तिहाई बहुमत के साथ इस प्रस्ताव से जुड़े सभी संशोधनों को मंजूरी दी। इसके बाद पीएम मोदी ने इशारों ही इशारों में पाक को आड़े हाथों लिया। पीएम मोदी ने कहा ‘भारत अपने यहां जो कर रहा है, उससे कुछ ऐसे लोगों को भी दिक्कत हो रही है जिनसे खुद अपना देश संभल नहीं रहा है। इन लोगों ने भारत के प्रति नफरत को ही अपनी राजनीति का केंद्र बना दिया है’। आगे उन्होंने यह भी कहा कि ये वही लोग हैं जो अपने यहां आतंक को पालते-पोसते हैं और उनकी पहचान केवल आप ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया जानती है’। पीएम मोदी ने कहा ‘अमेरिका में 9/11 हो, या मुंबई में 26/11 हो! इसके साजिशकर्ता कहां पाये जाते हैं?’ आखिर में उन्होंने कड़े शब्दों में इस बात पर ज़ोर दिया कि आतंक के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने का समय आ गया है।
उनके इस पूरे भाषण के दौरान ट्रम्प उनके सामने बैठे रहे और उनके चेहरे पर मंद-मंद मुस्कान थी। इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि आतंक के खिलाफ इस लड़ाई में राष्ट्रपति ट्रम्प भी भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।
पीएम मोदी का और राष्ट्रपति ट्रम्प का इस तरह मंच साझा करना एक ऐतिहासिक पल था। लगभग 50 हज़ार लोग इस पल के साक्षी बनने के लिए ह्यूस्टन के NRG मैदान में पहुंचे थे। राष्ट्रपति ट्रम्प इतने बड़े जनसैलाब को देखकर आश्चर्यचकित थे। उनको इस कार्यक्रम में बुलाने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प ने पीएम मोदी का धन्यवाद भी किया।
बता दें कि अमेरिका में भारतीय समुदाय काफी तादाद में है और राष्ट्रीय राजनीति में इनका अच्छा-खासा प्रभाव है। इतना ही नहीं, भारतीय मूल के लोग आर्थिक तौर पर काफी संपन्न हैं और राष्ट्रपति ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी की पॉलिटिकल फंडिंग भी करते हैं। अब राष्ट्रपति ट्रम्प ने पीएम मोदी के साथ मंच साझा करके भारतीय समुदाय को एक सकारात्मक संदेश दिया है ताकि भारतीय मूल के वोटर्स को लुभाया जा सके। वर्ष 2016 के चुनावों में भी डोनाल्ड ट्रम्प को विजेता बनाने में भारतीय मूल के लोगों का बहुत बड़ा योगदान रहा था, और अगर इस बार भी भारतीय मूल के वोटर्स ट्रम्प के लिए वोट करते हैं तो उनका दोबारा राष्ट्रपति चुना जाना लगभग तय हो जाएगा। पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस पूरे कार्यक्रम के दौरान एक दूसरे को दोस्त कहकर संबोधित किया और माना जा रहा है कि उनकी गहरी होती इस दोस्ती का असर अमेरिका और भारत के द्विपक्षीय रिश्तों पर भी देखने को मिलेगा।