बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा अपनी कमजोर GK की वजह से सुर्खियों में हैं। दरअसल, उन्होंने सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर प्रसारित ‘कौन बनेगा करोड़पति ’ के एक एपिसोड में एक बड़े ही आसान सवाल के लिए लाइफलाइन का उपयोग किया। उनसे प्रश्न पूछा गया था कि ‘संजीवनी बूटी की जरूरत किसे पड़ी थी, जिसके लिए संकटमोचन हनुमान द्रोणागिरि के पूरे पर्वत को उखाड़ कर अपने साथ ले आए थे।
इस सवाल के जवाब के लिए सोनाक्षी ने लाइफलाइन का उपयोग किया। अब जिसके पिता का नाम शत्रुघ्न हो, और उनके भाइयों के नाम रामायण के चार भाइयों के ही नाम पर रखे गए हों, और जिसके खुद के भाइयों के नाम श्री राम के पुत्रों के नाम पर रखा गया हो, वो अगर ऐसे प्रश्न के लिए लाइफलाइन का प्रयोग करे तो अटपटा तो लगेगा ही न।
बस फिर क्या था, उन्हें सोशल मीडिया पर लाखों यूज़र्स ने इस बेतुके जवाब के लिए जमकर ट्रोल किया था। हालांकि, सोनाक्षी सिन्हा ने उन्हें जवाब देने का प्रयास भी किया, जहां उन्होंने ट्रोलर्स को खुद पर और मीम्स बनाने के लिए कहते हुए एक व्यंग्यात्मक ट्वीट किया जो उन्हीं पर भारी पड़ गया। सोनाक्षी ने ट्वीट कर कहा- डियर जागे हुए ट्रोल्स, मैं पाइथागोरस प्रमेय, मर्चेंट ऑफ वेनिस, पीरियोडिक टेबल, क्रोनोलॉजी, मुगल शासन…और पता नहीं क्या-क्या याद नहीं है, अगर आपके पास कोई काम नहीं है और टाइम है तो प्लीज इन सब पर भी मीम्स बनाओ ना…क्योंकि मुझे मीम्स पसंद है। इस ट्वीट के बाद सोनाक्षी को और ट्रोल होना पड़ा।
Dear jaage hue trolls.I don't even remember the Pythagoras theorem,Merchant of Venice,Periodic Table,Chronology of the Mughal Dynasty,aur kya kya yaad nahi woh bhi yaad nahi. Agar aapke paas koi kaam nahi aur Itna time hai toh please yeh sab pe bhi memes banao na. I love memes 😂
— Sonakshi Sinha (@sonakshisinha) September 21, 2019
हालाँकि, सोनाक्षी ध्यान आकर्षित करने के लिए सोशल मीडिया पर इस तरह के बेतुके बयान देने वाली पहली हस्ती नहीं है। बॉलीवुड ऐसे के उदाहरणों से भरा हुआ है, जहां मशहूर हस्तियों की असल जिंदगी उनके द्वारा रुपहले पर्दे पर निभाए गए किरदारों से बिलकुल भिन्न है। उदाहरणों की यह सूची भले ही अनंत हो, परंतु यहां कुछ बेजोड़ उदाहरण हैं, जहां ये सिद्ध होता है कि कैसे सेलेब्रिटीज़ और कॉमन सेन्स में दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं है –
सोनम कपूर आहूजा:
जब बेतुके बयान देने की बात आती है, तो सोनम कपूर आहूजा इस मामले में साक्षात देवी हैं। यदि इनके ऊपर बायोपिक बनाई जाती है, जिसमें सिर्फ उनके बेतुके बयान शामिल होते हैं, तो सोनम को निर्विरोध सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। हालांकि, उनके कुछ ट्वीट घमंड से परिपूर्ण है, परंतु उनके अधिकतर ट्वीट्स आपको अपना सिर खुजाने के लिए मजबूर कर देते हैं कि वह आखिर कहना क्या चाहती थी?
एक बार, जब उन्होंने भारत की सहिष्णुता पर हमले के बारे में अपना निष्कर्ष निकाला, तो उन्होंने राष्ट्रगान में एक छंद का उल्लेख किया, जिसमें कहा गया है, “हिंदू मुस्लिम सिख इसाई, आपस में सब भाई।” हालांकि, इसका उल्लेख हमारे आधिकारिक राष्ट्रगान में कहीं नहीं किया गया है। यदि आपको अभी भी विश्वास नहीं होता कि सोनम कितने अजीबोगरीब बयान दे सकती है, तो एक और उदाहरण आपके सामने पेश है।
Still hurts. Long back when she said “Hindu Muslim Sikh Isai, aapas me hain bhai bhai” is her favourite part of the national anthem, I merely responded by saying “mere desh premiyon, aapas me prem karo” is mine.
She blocked me 😔 pic.twitter.com/EV6HYuJS1k
— Atul Mishra (@TheAtulMishra) August 21, 2019
Will one be branded a troll to ask where does in our national anthem these lines appear? #LetsTalkAboutTrolls @sonamakapoor pic.twitter.com/h1LGIuuET3
— हम भारत के लोग (@India_Policy) April 21, 2017
उदय चोपड़ा –
अगर कोई ऐसा व्यक्ति है जो सोनम कपूर को बेतुके बयान देने के मामले में चुनौती दे सकता है, तो यह निस्संदेह अभिनेता एवं निर्माता उदय चोपड़ा ही हो सकते हैं। कभी अपने पसंदीदा सन शाइन के लिए अपने जन्मदिन को बदलना हो या ‘अप्रैल फूल डे’ को अपना दिन समझना हो, उदय चोपड़ा ने ऐसे कई बयान दिये हैं, जिसे पढ़कर आप कहेंगे, ‘भाई, ये सच में तुमने कहा था?’
एक जगह उन्होंने अपने जन्म की कहानी बड़े ही अजीब शैली में बताई थी, तो दूसरे बयान में उन्होंने पूछा था, “क्या बाईपोलर भालू हो सकता है?’ –
Every year on this day I feel proud to call myself a fool, cause it’s a day celebrating people like me. #AllFoolsDay #AprilFoolsDay
— Uday Chopra (@udaychopra) April 1, 2018
आलिया भट्ट –
आलिया भट्ट एक ऐसी अभिनेत्री हैं जो अपने अभिनय से कई लोगों को आश्चर्यचकित करने की क्षमता रखती हैं। लेकिन उनके सामान्य ज्ञान के साथ ऐसा नहीं है। करण जौहर के साथ अपने चैट शो ‘कॉफ़ी विद करण’ के लिए एक एपिसोड की रिकॉर्डिंग करते हुए, आलिया भट्ट ने, अपने अति उत्साह में, पृथ्वीराज चव्हाण को उत्तर बताया। यह उत्तर, करण द्वारा सिद्धार्थ मल्होत्रा, आलिया भट्ट और वरुण धवन की तिकड़ी से पूछे गए प्रश्न ‘भारत के राष्ट्रपति कौन है?’ के लिए था।
इस कारण सोशल मीडिया पर आलिया के लचर सामान्य ज्ञान पर मीम्स का अंबार बन गया। हालाँकि, आलिया ने इस अटैक को अपने पक्ष में लिया और यहां तक कि पैरोडी वीडियो में अभिनय किया, जिसका शीर्षक था ‘डीअसियस ऑफ द ईयर’, जो अब बंद हो चुके AIB पर रिलीज़ हुई। परंतु आज भी आलिया को एक बेवकूफ़ सेलेब्रिटी माना जाता है।
वरुण धवन –
बेतुके बयान देने के मामले में एक और किंवदंती के रूप में वरुण धवन भी माने जाते है। अपनी फिल्म ‘दिलवाले ’को प्रमोट करते हुए, उन्होंने कहा था, “आपने ‘इंसेप्शन’ देखि? क्या आपको वह पसंद आया? फिर आप दिलवाले को भी पसंद करेंगे”।
सच्चाई तो यह थी कि इन्सेप्शन का उदाहरण एक ड्रीम सीक्वेंस के लिए उपयोग में लाये गाये एक गाने के लिए था, जो क्रिस्टोफर नोलन के मूल कार्य से बिलकुल भी मेल नहीं खाता था।
इन हस्तियों के अलावा, बिपाशा बसु जैसे अन्य लोग भी हैं, जो सोचते हैं कि ओलंपिक एडोल्फ हिटलर द्वारा बनाया गया है। ये ठीक है कि मशहूर हस्तियों को रोल मॉडल के रूप में देखा जाता है, परंतु हमें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि इनका वास्तविक व्यवहार कैसा है, वरना हमें ऐसे उदाहरण हर समय देखने को मिलेंगे, और हम बार बार अपने अभिनेताओं के इस बेतुके व्यवहार पर मायूस महसूस करेंगे!