कल अजय देवगन की बहुप्रतीक्षित फिल्म तान्हाजी रिलीज़ हुई जिसको लेकर दर्शकों में काफी उत्साह देखने को मिला। फिल्म में मराठाओं की शान को बड़े गौरव के साथ दिखाया गया है, साथ ही भारतीयों पर मुग़लों के दमनकारी शासन की झलक भी दिखाई गयी है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस फिल्म को भी हिन्दू-मुस्लिम का रंग देने में लगे हैं। हालांकि, ऐसे समय में फिल्म के अभिनेता अजय देवगन इन लोगों से बड़े ही शानदार तरीके से सोशल मीडिया वॉर लड़ रहे हैं। इसी कड़ी में कल यानि शुक्रवार की शाम को अजय देवगन ने JNU हिंसा पर एक ऐसा ट्वीट किया जिसको देखकर तान्हाजी के खिलाफ एजेंडा चला रहे लोग दांत पीसकर रह गए होंगे।
अजय ने शुक्रवार को जेएनयू मुद्दे पर ट्वीट किया, ‘मैंने हमेशा कहा है कि हमें सही तथ्यों के बाहर आने का इंतज़ार करना चाहिए। मैं सभी से अपील करता हूं कि हम शांति और भाइचारे की भावना को आगे बढ़ाएं। इसे जानबूझकर या लापरवाही से पटरी से नहीं उतरने देना चाहिए।’
I have always maintained that we should wait for proper facts to emerge.
I appeal to everyone- let us further the spirit of peace and brotherhood, not derail it either consciously or carelessly #JNUViolence
— Ajay Devgn (@ajaydevgn) January 10, 2020
उनका यह ट्वीट इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि JNU में इससे पहले दीपिका पादुकोण ने जाकर उन छात्रों का समर्थन किया था जिनपर अक्सर देशविरोधी होने का आरोप लगता रहता है। ये वही टुकड़े-टुकड़े गैंग है जो अक्सर भारत से ‘आज़ादी’ की मांग करती रहती है। दीपिका पादुकोण के इस कदम के बाद उनकी फिल्म ‘छपाक’ का बहिष्कार करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती गयी और ऐसे लोगों ने छपाक को छोड़कर तान्हाजी को प्रोमोट करने की मुहिम छेड़ दी थी।
JNU हिंसा मामले पर जब दीपिका पादुकोण, स्वरा भास्कर जैसे एक्टर्स ने एक पक्ष के साथ खड़े होने का फैसला लिया था, तो दूसरे पक्ष ने इनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इसी दूसरे पक्ष को लुभाने का अब अजय देवगन कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। कल दिल्ली पुलिस की शुरुआती जांच में जब यह पता लगा कि JNU हिंसा के पीछे लेफ्ट के छात्रों का ही हाथ था, तो अजय देवगन ने अपने ट्वीट से मौके पर चौका लगाया।
बता दें कि JNU हिंसा की जांच कर रही दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने कुछ बड़े खुलासे करते हुए कहा है कि “मामले की जांच को लेकर कई तरह की गलत जानकारी फैलाई जा रही है। एक जनवरी से लेकर 5 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन होना था। हालांकि, SFI, AISA, AISF और DSF छात्र संगठनों ने छात्रों को रजिस्ट्रेशन करने से रोका। रजिस्ट्रेशन करने वाले छात्रों को धमकाया जा रहा था। इसके बाद विवाद लगातार बढ़ता गया और पांच जनवरी को पेरियार व साबरमती हॉस्टल के कुछ कमरों में हमला किया गया”।
अजय देवगन ना सिर्फ एक कमाल के एक्टर हैं, बल्कि उन्होंने अपनी फिल्म के प्रोमोशन के दौरान अपनी सूझ-बूझ का परिचय भी दिया है। शायद यही कारण है कि उनके खिलाफ बॉलीवुड भी जमकर लोबिंग कर रहा है। लेकिन अजय देवगन के इस रुख की वजह से जनता का उन्हें जमकर प्यार मिल रहा है, जिसका असर उनकी फिल्म की सफलता के रूप में आपको जल्द ही देखने को मिल जाएगा।