TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

3 दिन पहले तक वो सिर्फ एक आम भाजपा नेता था, CAA विरोधी गैंग ने अब कपिल मिश्रा को महान बना दिया है

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
26 February 2020
in मत
Google के बाद अब PayPal को भी भाया भारत का UPI, भारत की इस तकनीक की US में भी धूम
Share on FacebookShare on X

शायद वामपंथियों के मन मस्तिष्क में एक बात कभी नहीं बैठने वाली, “कभी भी अपनी पूरी ताकत एक व्यक्ति को बर्बाद करने में खर्च न करें!” इसीलिए वामपंथियों ने कपिल मिश्रा को सॉफ्ट टार्गेट मानकर दिल्ली हिंसा के लिए उसे बलि का बकरा बनाने चले थे, पर उल्टे कपिल मिश्रा को उन्होंने हीरो बना दिया, जो आगे चलकर वामपंथियों को एक बार फिर बहुत भारी पड़ने वाला है।

सीएए विरोधी हिंसा के कारण दिल्ली के पूर्वोत्तर क्षेत्र में जनता का जीना मुहाल हो गया है, पर हमारे वामपंथी बिरादरी का सारा ध्येय भाजपा नेता कपिल मिश्रा पर हिंसा का आरोप मढ़ना है। बरखा दत्त से लेकर जावेद अख्तर तक, सभी ने कपिल मिश्रा को बिना साक्ष्य दोषी ठहराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है।

संबंधितपोस्ट

6 दिसंबर के दिन राजधानी को दहलाने की थी तैयारी, पहले हो गया धमाका! ‘बाबरी विध्वंस’ के दिन 6 बड़े हमलों की तैयारी में थे आतंकी

सादगी की सरकार, शीशे के महल में बंद: दिल्ली से चंडीगढ़ तक केजरीवाल की चमचमाती सादगी की कहानी

I stand For India: ऑपरेशन सिंदूर पर फेक नैरेटिव के खिलाफ अभियान का शंखनाद , ताकि सेना के शौर्य पर कोई न उठाए सवाल

और लोड करें

अब कपिल मिश्रा हैं कौन? केजरीवाल की कैबिनेट में पहले ये व्यक्ति एक अहम मंत्री हुआ करते थे, परंतु वैचारिक मतभेद के कारण उन्हें आम आदमी पार्टी छोड़नी पड़ी। उन्होंने आखिरकार भाजपा का दामन थामा और हाल ही में वे मॉडल टाउन क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव लड़ा, जहां उन्हें पराजय प्राप्त हुई।

परंतु जिस तरह से वामपंथियों का पूरा समूह इनके पीछे हाथ धोकर पड़ा हुआ है, उससे उन्होंने एक बार फिर वही गलती दोहराई है, जिसके कारण कई आम नेता आज देश की राजनीति में एक अहम स्थान रखते हैं। वामपंथियों की कवरेज देख तो ऐसा लगता है मानो कपिल मिश्रा 1989 में हुए कश्मीरी पंडितों के नरसंहार से लेकर गोधरा दंगों तक सभी त्रासदियों के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं।

जहां बरखा दत्त ने कपिल मिश्रा पर दोष मढ़ते हुए ट्वीट किया कि उन्हें तुरंत हिरासत में लेना चाहिए।  तो वहीं लिबरलों के शायर जावेद महोदय ट्वीट करते हैं, “दिल्ली में हिंसा का स्तर बढ़ाया जा रहा है। सभी कपिल मिश्राओं को खुला छोड़ा जा रहा है। एक माहौल बनाया जा रहा है, जिससे एक दिल्लीवाले को ये विश्वास दिलाया जा सके कि ये सब सीएए विरोधियों की कारस्तानी है और दिल्ली पुलिस उन्हें बिलकुल नहीं छोड़ने वाली” –

Head constable of Delhi Police Ratan Lal dies as violent clashes escalate between pro and anti #CAA protesters in North East Delhi. Horrifying news. And a day after ultimatum by Kapil Mishra that all protests have to be cleared or else.. Whoever responsible must be arrested now

— barkha dutt (@BDUTT) February 24, 2020

the level of violence is being increased in Delhi . All the Kapil Mishras are being unleashed . An atmosphere is being created to convince an average Delhiite that it is all because of the anti CAA protest and in a few days the Delhi Police will go for “ the final solution “

— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) February 25, 2020

 

 

पार्ट टाइम फ़िल्ममेकर और फुल टाइम प्रोपगैंडावादी विनोद कापड़ी तो दो कदम आगे बढ़ते हुए बोले, “देखिये दिल्ली में मौजपुर की हालत। अभी के अभी आतंकी कपिल मिश्रा को गिरफ्तार करो” –

https://www.twitter.com/vinodkapri/status/1231921663110868992

परंतु कपिल मिश्रा पर कार्रवाई की मांग केवल वामपंथियों और उनके राजनीतिक आकाओं तक ही सीमित नहीं रही। कुछ भाजपा नेताओं ने अपनी ही पार्टी की किरकिरी कराते हुए कपिल मिश्रा को पार्टी से हटाने की मांग की। जहां पूर्व क्रिकेटर और सांसद गौतम गंभीर ने वामपंथियों का समर्थन करते हुए कपिल मिश्रा के विरुद्ध कारवाई की मांग की, तो भाजपा के लिए मुसीबत का पर्याय बने दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली पराजय का दोष भी कपिल मिश्रा के ऊपर डालने लगे, जिसका कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने विरोध भी किय।

कपिल मिश्रा पर भले ही वामपंथियों का पूरा समूह दोषारोपण करने में लगा हुआ है, परंतु वास्तविकता से सभी अनभिज्ञ नहीं है। जब से सीएए संसद से पारित हुआ है, तब से अफवाहों के बल पर इन लोगों ने देश के कई हिस्सों में हिंसा का तांडव रचा है। यदि ऐसा नहीं है, तो हाल ही में जाफराबाद को उपद्रवियों से मुक्त करने पर यह ट्वीट क्यों डाला गया, “यह जो दहशतगर्दी है, उसके पीछे वर्दी है?” –

Ye jo #dehshatgardi hai
Isk peeche #Vardi hai

There's Uniform behind this terr0rism. https://t.co/xW9tr91fqu

— 𝓑𝓲𝓷𝓽-𝓔-𝓗𝓪𝔀𝓪 بنتِ حوا (@zTweeples) February 25, 2020

इन्हीं अफवाहों के कारण कई निर्दोषों और पुलिस कर्मचारियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। अभी सोमवार को ही गोलियां लगने के कारण एक हेड कांस्टेबल की मृत्यु हो गयी, और जैसे ही पता चला कि गोलियां चलाने वाले व्यक्ति कौन थे, स्थिति बद से बदतर हो गयी।

कपिल मिश्रा से ज़्यादा तो अफवाह फैलाने वाले वामपंथियों के गिरोह के कारण पूर्वोत्तर दिल्ली में हिंसा भड़की है। केवल कपिल मिश्रा पर सीएए की हिंसा का सारा दोष डालना न सिर्फ हास्यास्पद है, अपितु वामपंथियों की निकृष्ट सोच का भी परिचय देती है, जो अमानतुल्लाह खान और वारिस पठान के भड़काऊ बयानों पर आंख और कान दोनों बंद कर मौन व्रत साध लेती है।

वारिस पठान एक रैली में कहने लगा, “अब वक्त आ चुका है, हमें बताया गया है कि हमारी मांओं और बहनों को मोर्चे पर भेजा गया है। आपको हमारी शेरनियों के मोर्चा संभालने से ही पसीने छूटने लगे। सोचो तब क्या होगा जब हम एक होंगे। हम 15 करोड़ हो सकते हैं, पर 100 करोड़ पर भी भारी है, याद रखना”। क्या यह बयान भड़काऊ नहीं थे? पर नहीं, इस पर वामपंथियों का एक ही रिएक्शन रहेगा न, कुछ मत बोलो ये सेक्युलरिज्म है।

इसी कारण से कपिल मिश्रा अब कई देशवासियों के लिए किसी हीरो से कम नहीं है। जब दिल्ली पुलिस ने कई प्रदर्शन स्थलों से उपद्रवियों को बाहर खदेड़ा, तो बरबस ही लोगों को कपिल मिश्रा का उद्देश्य याद आया। वे केवल उपद्रवियों द्वारा कबजाए सार्वजनिक स्थलों को मुक्त कराने आए थे।

Finally he did it! Thankyou @KapilMishra_IND
We stand by you!#IStandWithKapilMishra #iSupportKapilaMishra https://t.co/qFEwD2ZOif

— Shachee Bhatore (@BhatoreShachee) February 25, 2020

सीएए विरोधी उपद्रवियों द्वारा मार्ग अवरोधों को हटाने के लिए उन्होंने दिल्ली पुलिस से विशेष अपील की थी। क्या ऐसा करना कोई अपराध है? जिस तरह से कपिल मिश्रा पर आरोप मढ़े जा रहे थे, और जिस तरह से हिंसा हुई है, उससे कपिल मिश्रा का दोष तो किसी भी तरह सिद्ध नहीं जाता।

Mr @ashutosh83B I cant find @KapilMishra_IND in this video, please help me #IStandWithKapilMishra https://t.co/l0kafu3V5Q pic.twitter.com/vpbRblRHOU

— Ramesh Solanki (Modi Ka Parivar) 🇮🇳 (@Rajput_Ramesh) February 25, 2020

इस बात को राजनीतिक कार्यकर्ता शहजाद पूनावाला ने तुरंत प्रकाश में लाते हुए बताया, “असली पाप तो 72 दिन पहले ही प्रारम्भ हो चुका था, जब बुर्का पहने अराजकतावादियों के कृत्यों को उचित ठहराया गया। उन लोगों के विरुद्ध एक्शन क्यों नहीं लिया गया जो सीएए को जानबूझकर दो महीनों से हिन्दू मुस्लिम का मुद्दा बना रहे हैं”।

'Original sin' began nearly 2 months ago with the Shaheen Bagh protest: @Shehzad_Ind on @thenewshour. #DelhiFightHate #IStandWithKapilMishrapic.twitter.com/44eNXt5miE

— Jitendra R Gupta (मोदी का परिवार) (@jsudheer999) February 25, 2020

यह गलती पहली बार नहीं हुई है, और न ही ये गलती वामपंथी दोबारा नहीं करेंगे। गोधरा में 2002 में हुई हिंसा के पीछे 12 वर्षों तक जिस व्यक्ति को उन्होने दोषी बनाकर प्रताड़ित किया, वो आज देश का प्रधानमंत्री है। जिस योगी को इन वामपंथियों ने झूठे आरोपों में फंसाकर जेल भिजवाया था, आज वही योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी हैं, और सीएए के विरोध के नाम उपद्रवियों के विरुद्ध कार्रवाई कर पूरे देश के लिए एक बेजोड़ उदाहरण है। अब जिस तरह से कपिल मिश्रा को वामपंथियों के गिरोह ने निशाने पर लिया है, उन्होंने उसे अब ऐसे एक हीरो का रूप दिया है, जो आगे चलकर इनके लिए किसी दुस्वप्न से कम नहीं होगा।

Tags: कपिल मिश्रादिल्ली
शेयर9028ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

Google के बाद अब PayPal को भी भाया भारत का UPI, भारत की इस तकनीक की US में भी धूम

अगली पोस्ट

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही नीतीश कुमार और लालू ने गठबंधन कर लिया है

संबंधित पोस्ट

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश
चर्चित

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

17 November 2025

NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका, सामान्य हमला नहीं बल्कि फिदायीन हमला था। यानी आई-20 कार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47

This is How China Spread Disinformation After Operation Sindoor

00:06:27

How DRDO’s New Laser System Can Destroy Drones at 5 KM Range?

00:04:31
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited