जैसे जैसे पूर्वोत्तर दिल्ली में भड़के दंगों की सच्चाई सामने आती जा रही है, वैसे वैसे आम आदमी पार्टी के नेताओं की इन दंगों को भड़काने में भूमिका और अधिक स्पष्ट होती जा रही है। अमानतुल्लाह खान और ताहिर हुसैन के बाद अब दिल्ली में दंगे भड़काने में मुस्तफाबाद क्षेत्र से हाल ही में चुने गए हाजी मुहम्मद यूनुस का नाम सामने आ रहा है।
दिल्ली दंगे में आप के पार्षद ताहिर हुसैन के बाद मुस्तफाबाद विधायक हाजी यूनुस का नाम भी जुड़ता जा रहा है। दंगा पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि हाजी यूनुस दंगे से 10 मिनट पहले ही शांति मार्च निकाल कर मस्जिद में गए थे। इसके 10 मिनट बाद ही एकाएक बृजपुरी मोड़ स्थित धार्मिक स्थल से निकली भीड़ ने जमकर तांडव मचाया। इस धार्मिक स्थल से दंगाई भीड़ सीढ़ी के जरिए चार बार विधायक रह चुके कांग्रेस नेता भीष्म शर्मा के स्कूल में उतरी और स्कूल को आग लगा दी। जिसमें 30 साल का रिकॉर्ड जलकर खाक हो गया। दंगाई मुस्तफाबाद से हथियारों के साथ करीब 400 लीटर पेट्रोल और बुगी पर पत्थर भर कर लाए थे।
know the nation नामक एक ट्विटर अकाउंट ने इन दंगों की भयावहता को अपने ग्राउंड रिपोर्ट्स से बखूबी बयां किया है। इसी दौरान बृजपुरी के कुछ पीड़ितों से बातचीत के दौरान हाजी यूनुस द्वारा दंगे भड़काए जाने की भूमिका सामने आई। एक ट्वीट में एक पीड़ित बताता है, “जब से हाजी यूनुस ने मुस्तफाबाद से चुनाव जीता है, हमारे लिए स्थिति बद से बदतर हो गयी है। एक मुसलमान का शोरूम खाली कराकर उसे जलाया गया, ताकि आरोप हम पर लगाए जा सके, और फिर वो मस्जिद पर चढ़ते हुए पास के विद्यालय में घुसे और फिर पूरा स्कूल जला दिया” –
"Since Haji Yunus has taken charge things have worsened for Hindus. A Muslim's showroom was cleared ahead of the riots & some men came & burnt it to frame us. They climbed atop the nearby mosque & desecrated the school,"#DelhiRiot2020 #DelhiAgainstJehadiViolence #DelhiRiotTruth pic.twitter.com/14LrfCjeBL
— Know The Nation (@knowthenation) February 29, 2020
एक और वीडियो ट्वीट में एक पीड़ित ने बताया कि जब लोगों ने हाजी यूनुस को घेरकर उनसे सवाल जवाब कर रहे थे, तो मानो पीड़ितों का उपहास उड़ाते हुए हाजी यूनुस कह रहे थे कि, “यह तो होता ही रहता है।” –
https://twitter.com/knowthenation/status/1233679057046269952
हालांकि, हाजी यूनुस आम आदमी पार्टी के पहले ऐसे नेता नहीं है, जिनपर दिल्ली में दंगे भड़काने का आरोप लगाया है। जब सीएए पारित हुआ, तो अमानतुल्लाह खान और अब्दुल रहमान ने सीलमपुर और उससे सटे क्षेत्र में खूब दंगे भड़काए थे। अब दंगों की बात हो रही है, और हम ताहिर हुसैन की भूमिका पर प्रकाश न डालें, ऐसा कैसे हो सकता है?
कई लोगों की गवाही और स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व पार्षद मुहम्मद ताहिर हुसैन का इस जघन्य अपराध में हाथ है। आरोप है कि उसके घर से गोलियां चल रही थीं और पेट्रोल बॉम्ब भी फेंके जा रहे थे। अंकित शर्मा के परिजनों के अनुसार, ‘आम आदमी पार्टी के नेता के घर से अनवरत गोलियां चलायी जा रही थी। उनके पास तलवार और पेट्रोल बॉम्ब भी थे। उसी नेता के लड़के हमारे अंकित को घसीटते हुए ले गए। अंकित भीड़ में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश कर रहा था, तो उसे भी घसीटते हुए ले गए, और मार डाला”।
इस क्षेत्र के लोगों के अनुसार अंकित शर्मा और तीन अन्य लोगों को ताहिर हुसैन के घर में घसीटते हुए ले जाने की पुष्टि की गयी। अभी बाकी तीन लोगों का कोई पता नहीं चला है, जबकि अंकित के अवशेष मिल चुके थे। दंगाइयों की भीड़ इसी व्यक्ति के घर पर इकट्ठा हुई थी और वहाँ पर पेट्रोल बॉम्ब से भरे क्रेट के साथ पहुंची थी। अल्पसंख्यकों पर अपनी पकड़ मजबूत करने हेतु आम आदमी पार्टी ने इन दंगाइयों को उत्पात मचाने की खुली छूट दी, और अब इन्हीं की करतूतें आम आदमी पार्टी को सताने लगी है।