“सीता राम चरित अति पावन” कोरोना के बीच प्रसार भारती दोबारा लेकर आ रहा है रामायण और महाभारत

अब गारंटी है कि कोई दिन में घर से बाहर नहीं निकलेगा

BR चोपड़ा महाभारत, रामानंद सागर रामायण

रामानंद सागर कृत रामायण का पुनः प्रसारण

देश में 21 दिन के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है। लोगों के आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दी गयी है। अच्छी खबर यह है कि सरकार रामानंद सागर कृत रामायण और BR चोपड़ा कृत महाभारत का एक बार फिर टीवी पर प्रसारण करने के लिए विचार रही है। शहरों में तो लोग अपने फोन में कई तरह के वीडियो एप्प जैसे हॉट स्टार, नेटफ्लिक्स और अमेज़न प्राइम से अपना मनोरंजन कर लेते हैं लेकिन दूर-दराज क्षेत्रों के लिए अभी भी TV मनोरंजन का प्रमुख साधन हैं।

इसी लॉक डाउन को देखते हुए कई लोगों ने ट्विटर पर प्रसार भारती से यह मांग की कि दूरदर्शन पर एक दशक पहले आने वाले सीरियल जैसे रामानन्द सागर की रामायण और BR चोपड़ा की महाभारत को पुनः प्रसारित किया जाए। इसपर जवाब देते हुए प्रसार भारती CEO शशि शेखर ने भी कहा है कि प्रसार भारती इन दोनों लोकप्रिय धारावाहिकों के राइट्स को लेकर बात कर रही है। उन्होंने आज अपडेट दिया कि आज दिन के अंत तक इन दोनों की धारावाहिकों की समय सारिणी साझा किए जाने की उम्मीद है।

इसके साथ ही तमाम सोशल मीडिया यूजर्स दूरदर्शन और प्रसार भारती के साथ ही पीएम मोदी, प्रकाश जावड़ेकर को भी सोशल मीडिया पर टैग करते हुए रामानंद सागर की रामायण और BR चोपड़ा की महाभारत के टेलीकास्ट की मांग कर रहे हैं। एक यूजर ने ऐसे ही एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूचना तथा प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को टैग करते हुए लिखा है कि टीवी पर रामानंद सागर की रामायण और बीआर चोपड़ा की Mahabharata रोज दिखाए जाएं। दो एपिसोड रोज दिखाए जाएं। आइसोलेशन के दौरान ये दोनों सीरियल देखने के लिए लोग टीवी से चुम्बक की तरह चिपक जाएंगे।

https://twitter.com/pranasutra/status/1242290907258347520?s=20

वहीं एक पत्रकार ने ट्वीट करते हुए लिखा कि डीडी नेशनल के लिए रामानंद सागर की रामायण और बीआर चोपड़ा की महाभारत के पुन: प्रसारण के लिए सोशल मीडिया पर भारी मांग हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने प्रकाश जावड़ेकर और दूरदर्शन को टैग भी किया।

यूजर्स का कहना है कि अब जबकि वो आने वाले कई दिनों के लिए घर में ही रहने वाले हैं, ऐसे में बच्चों के लिए कुछ अच्छा सीखने के लिए मिल जाएगा और वहीं बड़े- बुजुर्गों की यादें ताजा हो जाएंगी।

 

इसके बाद प्रसार भारती से सीईओ शशि शेखर ने एक पत्रकार को quote करते हुए  लिखा है, हां हम रामायण और महाभारत के फिर से प्रसारण को लेकर बात कर रहे हैं। इसलिए हमें उन पक्षों से बात करना होगी, जिनके पास इनके राइट्स हैं। बने रहिए। जल्द अपडेट देंगे।

आज फिर एक यूजर ने जब उनसे पूछा कि क्या अपडेट है तो शशि शेखर ने लिखा कि बाकी बातचीत हो चुकी है, आज दिन के आखिर तक इसका समय सारणी बता दिया जाएगा।

कुछ लोगों ने चाणक्य की भी मांग की थी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चाणक्य की मांग पूरी होती है या नहीं।

इस समय देश में ज्यादातर लोग अपने घरों में हैं, तब मनोरंजन के लिए कई तरह के कार्यक्रमों की जरूरत महसूस की जा रही है। एक समय समाज में बेहद लोकप्रिय रहे इन दोनों धार्मिक धारावाहिकों के पुनः प्रसारण को उपयोगी माना जा रहा है। इसीलिए उन्हें टेलीकास्ट करने की कवायद शुरू हुई है।

रामानंद सागर की रामायण का प्रसारण साल 1987 और बीआर चोपड़ा की महाभारत का प्रसारण साल 1988 में पहली बार दूरदर्शन पर हुआ था।  रामायण और महाभारत को लोग इतने चाव से देखते थे कि सड़कों पर एक दम सन्नाटा होता था। तब घरों में टीवी कम हुआ करती थी तो लोग एक दूसरे के घरों में जाकर सामूहिक रुप से रामायण और महाभारत देखते थे।

आज लगभग सबके घरों में टीवी है, लगभग सभी देशवासी अपने परिवार के साथ हैं। ऐसे में अगर रामानंद सागर की रामायण और बीआर चोपड़ा की महाभारत फिर से प्रसारित की जाती है तो आज के बच्चों को कार्टून से इतर वो सब दिखाया जाएगा जो 80s-90s देखते थे। वहीं बुजुर्गों की यादें भी ताजा होगीं।

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