कल रात पीएम मोदी के आह्वान पर देशवासियों ने 9 मिनट तक अपने घर की लाइटें बंद कर दीप जलाए, मोमबत्तियां जलाईं। जिस प्रकार से जनता ने उत्साह दिखाया, ऐसा लगा मानो अप्रैल में ही दीपावली मनाई जा रही थी। कई जगह तो जनता कर्फ्यू की भांति थाली भी बजाई और शंखनाद भी हुआ।
परन्तु यदि किसी को इसमें भी दिक्कत लगी, तो वह थे हमारे वामपंथी ब्रिगेड के सदस्य। हर चीज में कमी ढूंढने वाले ये प्राणी इस बात से काफी कुपित थे कि पीएम मोदी का यह आह्वान फिर से कैसै सफल हो गया।
शुरुआत की नन अदर दैन राणा अय्यूब ने। मोहतरमा तंज कसते हुए ट्वीट करती हैं, “भारत माता की जय, जय शेरावाली, जय श्री राम, वन्दे मातरम के नारे और सड़कों पर पटाखे। देखो, कोरोना भाग गया”।
Bharat mata ki jai, jai sherawali, Jai Shri Ram, vande mataram chants, firecrackers on the streets. Corona bhaag gaya.
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) April 5, 2020
दूसरी ओर निखिल वागले ऐसे समय में खुलेआम जनता का मज़ाक उड़ाते हुए नजर आए। अपने घर की लाइट ऑन रख ट्वीट करते हैं, “आज मेरा घर – #अंधेरनगरीचौपटराजा”।
Today at 9pm, my house. #अंधेर_नगरी_चौपट_राजा pic.twitter.com/RCVDNsf4kY
— nikhil wagle (@waglenikhil) April 5, 2020
अब ये कुंठा थोड़ी स्वाभाविक है। यही लोग दावा कर रहे थे कि घर की लाइट बंद करने पर लोड शेडिंग होगी, देश भर में बिजली संकट उत्पन्न होगा। परन्तु ऐसा कुछ ना होते देख वे कुंठा में कुछ भी बकने लगे, जैसा उनके ट्विटर साफ दिखाई दे रहा है। जनाब तो यहां तक दावा करने लगे कि ये सब इसलिए हो रहा है ताकि 6 अप्रैल को होने वाले भाजपा स्थापना दिवस में कोई कमी ना हो।
BJP supporters are trending #BjpFoundationDay. This may be the real reason behind yesterday’s Corona Diwali.
— nikhil wagle (@waglenikhil) April 6, 2020
परन्तु यह अकेले थोड़ी ना थे। अपने आप को पत्रकार समझने वाली प्रोपेगैंडावादी सागरिका घोष तो मानो सुध-बुध सब खो बैठीं। मोहतरमा ट्वीट करती हैं, “हमारे पास इस महामारी के कारण किसी तरह स्वच्छ हवा आई थी। अब पटाखे जलाकर फिर से प्रदूषण सातवें आसमान पर पहुंच गया”।
The clean air we had until now was the one rare benefit of #lockdown21 . Now the crackers and fireworks at #9pm9minutes will take up pollution levels again. What a way to fight #Covid_19
— Sagarika Ghose (@sagarikaghose) April 5, 2020
परन्तु सागरिका घोष पटाखों के बहाने हिन्दू संस्कृति पर प्रहार करने वाली अकेली प्राणी नहीं थीं। हर चीज पर ज्ञान देने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर ट्वीट करती है, “मेरे कुत्तों को बहुत डर लग रहा है। दिवाली हो रही है क्या?” –
People are bursting crackers. Just FYI . They dogs are freaking out. Do people think it’s Diwali? I’m so confused.
— Sonam K Ahuja (@sonamakapoor) April 5, 2020
शायद मोहतरमा ने अपने दिवाली स्टॉक से ही कोई पुराना ट्वीट उठाकर और कॉपी पेस्ट कर डाल दिया। इसके चक्कर में सोनम कपूर को सोशल मीडिया की जनता ने ऐसा ट्रोल किया कि पूछिए मत।
Awww…So much concern for animals..!! What happened during the video below? pic.twitter.com/AmpprQ8oX2
— Vertigo_Warrior (@VertigoWarrior) April 5, 2020
https://twitter.com/CHOTESA50699707/status/1246826700454785024?s=20
परन्तु यह पहली बार ऐसा नहीं हुआ है। जब पीएम मोदी के अनुरोध को देश ने हाथों हाथ लेते हुए उसे बेहद सफल बनाया, तो इससे कुपित लिबरल उसमें भी कमी ढूंढने लगे। जनता कर्फ्यू तो अलग बात है, इन्हें टेनिस बात से भी तकलीफ थी कि आखिर रामायण और महाभारत क्यों दोबारा प्रसारित कराया ना रहा है। सच कहें तो हमारे वामपंथी ब्रिगेड उस मिट्टी के बने हैं, कि इन्हें भगवान अमर भी बना दे, तो इस बात की शिकायत करेंगे, कि भगवान क्यों नहीं बनाया। जिस नकारात्मकता में ये दिन रात लोटते हैं, उसी का नतीजा है कि ये किसी भी अच्छे काम को हमेशा गलत ही ठहराते हैं।