TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    मध्य प्रदेश में धर्मान्तरण का मामला आया सामने.

    मध्य प्रदेश में धर्मान्तरण का मामला आया सामने

    अस्थिरता के साये में बांग्लादेश

    हिंसा और अस्थिरता के साये में बांग्लादेश: चुनाव से पहले बढ़ता संकट

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    अटल मोदी

    आंध्र प्रदेश में भाजपा का विस्तार अभियान: अटल–मोदी सुपारिपालन यात्रा की शुरुआत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    मध्य प्रदेश में धर्मान्तरण का मामला आया सामने.

    मध्य प्रदेश में धर्मान्तरण का मामला आया सामने

    अस्थिरता के साये में बांग्लादेश

    हिंसा और अस्थिरता के साये में बांग्लादेश: चुनाव से पहले बढ़ता संकट

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    अटल मोदी

    आंध्र प्रदेश में भाजपा का विस्तार अभियान: अटल–मोदी सुपारिपालन यात्रा की शुरुआत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘मरकज से आने के बाद मिठाइयां बांटना, गले मिलना, थूकना’ पूरी साजिश के तहत जमातियों ने भारत में कोरोना फैलाया

कोरोना जिहादियों की क्रोनोलॉजी पढ़कर माथा ठनक जाएगा

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
10 April 2020
in मत
तबलीगी जमात

PC: Al Jazeera

Share on FacebookShare on X

तबलीगी जमात के बारे में रोज कोई न कोई नए तथ्य सामने आ रहे हैं जिससे इस जमात द्वारा जानबूझकर फैलाये गए कोरोना की पुष्टि हो रही है। अब भारत में कोरोना पॉज़िटिव मामले बढ़ कर 6,500 को पार कर चुका है जिसमें से 1700 मामले जमात से जुड़े हैं। यह जमात भारत के किसी एक कोने में नहीं बल्कि गाँव गाँव तक कोरोना फैला चुका है। कल ही एक रिपोर्ट आई जिसमें यह तथ्य सामने आया कि मरकज से लौट रहे कुछ तबलीगीयों ने आगरा से मिठाई खरीदी थी और उसे रास्ते भर बांटते आए थे।

यानि अब जा कर इस बात का खुलासा हुआ है कि मरकज में शामिल होने के बाद ये सभी बस या ट्रेन से अपने घर लौटते समय अपने साथ के यात्रियों को मिठाई बांटते आए यानि कोरोना किस-किस शहर पहुंच चुका है ये पता लगाना रेत के पहाड़ में सुई ढूँढने जैसा हो चुका है।

संबंधितपोस्ट

थाली बजाने से कोरोना गया?”: नरेंद्र मोदी को पुनः पीएम बनाने की केजरीवाल की नई टेकनीक

तमिल YouTuber Maridhas ने DMK और कट्टरपंथी मुसलमानों को अदालत में किया पराजित

अगर सऊदी तब्लीगी जमात को ‘आतंकवादी संगठन’ कह सकता है, तो भारत क्यों नहीं?

और लोड करें

ऐसे केस बदायूं, पीलीभीत बरेली और सहजहांपुर में मिले हैं और इन्हें बाकी स्थान पर ढूँढना योगी सरकार के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है। अब अधिकारियों को इन सभी को ढूँढने के लिए युद्ध स्तर पर कार्यक्रम चलाना पड़ेगा कि आखिर किस-किस को मिठाई बांटी गई और किन लोगों ने तबलीगीयों द्वारा दी गयी मिठाई को खाया।

ये तो बस एक मामला था जहां से ये साफ हो रहा है कि इनका मकसद क्या था।  बिहार में तो जमाती नर्स के साथ बदतमीजी करने लगे और उन्हें यह धमकी दिया कि वे नर्सों की फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देंगे। यह घटना गाजियाबाद में हुई घटना से भी मिलती है जहां जमाती qurantain में बिना पैंट के घूम रहे थे और नर्सों को गलत-गलत इशारे कर रहे थे। यह कैसा व्यवहार है ? किसी बीमारी के मरीज का तो ऐसा व्यवहार नहीं होता है। यह एक सुनियोजित व्यवहार लगता है। ऐसी घटनाओं से ऐसा प्रतीत होता है कि तबलीगी जामत ने जानबूझकर और सुनियोजित तरीके से कोरोना को पूरे भारत में फैलाया। अगर ऐसा नहीं होता तो आखिर वे उत्तर प्रदेश के अलग अलग रस्तों पर मिठाई क्यों बांटते हुए गये?

कल भी दिल्ली में COVID-19 संक्रमण के कुल 93 मामले सामने आए थे, इनमें सभी के सभी तबलीगी जमात से जुड़े लोग था। इस मामले को केंद्रीय शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने इसे फिदायनी हमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात ने घातक जानलेवा वायरस फैलाकर भारत पर ‘फिदायीन‘ हमले की योजना बनाई थी। रिजवी ने एक बयान में कहा कि जमातियों ने वायरस फैलाकर एक लाख से अधिक लोगों को मारने की योजना बनाई थी। रिजवी के बयान और पिछले कुछ समय की घटनाओं की बारीकियों को समझे तो वास्तव में ‘फिदायीन‘ हमले की योजना ही लगती है।  सिर्फ मिठाई बांटने की घटना ही इनके प्लान को नहीं दिखाता बल्कि ऐसी कई घटनाएँ हैं। शुरू से ही मौलाना साद जिसने ये जलसा आयोजित किया था, उसके भड़काऊ बयान भी जांच के घेरे में है और पुलिस उसे ढूंढ रही है। दरअसल, जैसे ही तबलीगी से जुड़े कोरोना के मामले सामने आने लगे उसी समय एक वीडियो भी वायरल हुई थी जिसमें इस मौलाना को भड़काऊ भाषण देते हुए सुना जा सकता है। उसने वीडियो में कहा, “वे हमे रोकने और बांटने की कोशिश करेंगे और कहेंगे कि हम एक स्थान पर एकत्रित न हो। वे हमे संक्रमित होने का डर दिखा कर हमें डराने की कोशिश करेंगे। यह नियंत्रण हम मुसलमानों को एक जुट हो कर हाथ मिलने से रोकने के लिए लगाया गया है।“

अब इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह मौलाना कोरोना के समय में भी कैसे भड़काऊ बयान दे रहा है, और सबसे बड़ी बात यह है कि बाकी तबलीगी इसे मान भी रहे हैं। उन्होंने अपने स्वास्थ्य से पहले धर्म को ऊपर रखा है।

मध्य प्रदेश के इंदौर समेत देश के कई हिस्सों में हुए डाक्टर और पुलिसवालों पर पत्थर से हमले इसी मानसिकता को दर्शाते हैं। सिर्फ हमला ही नहीं बल्कि पकड़े जाने के बाद हॉस्पिटल जाने से बचने के लिए कई तबलीगी तो गायब ही हो चुके हैं और वे अपनी ट्रैवल हिस्ट्री छिपा कर पता नहीं कितने ही लोगों को संक्रमित कर रहे हैं। पुणे से भी इसी तरह की खबर आई थी जब एक तबलिगी के कारण 93 स्टाफ और डॉक्टर को कोरोना होने का डर हो गया था।

ऐसी भी रिपोर्ट आ रही है कि इन 60 जमातीयों ने अपने फोन भी बंद कर लिये हैं जिससे वे अधिकारियों द्वारा ट्रेस न किए जा सके और वायरस को फैलाते रहे।

ये तबलीगी मानवता की हद पार करते हुए सभी स्थान पर थूक कर कोरोना फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ये सिर्फ qurantain में ही थूक कर गंदगी नहीं फैला रहे बल्कि डॉक्टरों और अधिकारियों पर भी थूक रहे हैं। जैसे ही निज़ामुद्दीन पर कार्रवाई हुई थी उसी दिन इनके अधिकारियों पर थूकने की खबर आई थी।

ऐसी हालत हो चुकी है कि अब तबलीगी के कारण कोरोना जम्मू कश्मीर से लेकर दक्षिण में केरल तमिलनाडू और तेलंगाना तक पहुंच चुका है, पूरब में महाराष्ट्र से लेकर पश्चिम में असम और अरुणाचल प्रदेश तक को इन्होंने नहीं छोड़ा है। अरुणाचल प्रदेश में तो एक गैर अरुणाचली व्यक्ति कोरोना पॉज़िटिव पाया गया जो तबलीगी जमात के निज़ामुद्दीन में हुए मरकज़ में गया था।

यह सोचने वाली बात है कि आखिर एक गैर-अरुणाचली व्यक्ति मरकज़ में शामिल होने के बाद आखिर अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्य में क्या करने जाएगा? उसका मकसद कोरोना फैलाना नहीं है तो आखिर क्या है?

A 31 year-old person Non Arunachalee who participated in #TablighiJamaat congregation at #NizamuddinMarkaz has been found positive for #Coronavirua and is first #Covid19 patient.
At present he is asymptomatic & kept in isolation. His condition is stable.

— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (Modi Ka Parivar) (@PemaKhanduBJP) April 2, 2020

यह एकमात्र संयोग नहीं हो सकता है कि एक ही कट्टरपंथी संगठन ने दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में चार बड़े-बड़े जलसे आयोजित किया जिसमें से मलेशिया में श्री पेटालिंग मस्जिद सम्मेलन में 16,000 लोगों का शामिल होना, इन्डोनेशिया में 8 हजार से अधिक लोगों का शामिल होना,  निजामुद्दीन मरकज सम्मेलन में 9 हजार से अधिक जमातीओं का शामिल होना,  कोरोनवायरस के प्रकोप के बीच पाकिस्तान के लाहौर में 80 देशों के हजारों तबलीगी का शामिल होना।

इस संगठन ने दक्षिण एशिया में आतंक और जिहाद की तरह कोरोना को फैलाया है। इन कार्यक्रमों से कोरोना के बड़े बड़े क्लस्टर बन गए जिससे कोरोना आसानी से फैल गया।

ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि इन सभी ने जानबूझकर एक साजिश के तहत ही कोरोना को फैलाया।

Tags: कोरोनावायरसतबलीगी जमात
शेयर1329ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भारतवासियों के लिए पर्याप्त मात्रा में है HCQ, इसीलिए स्पेन, AUS और US को दवाइयां भेजी जा रही हैं

अगली पोस्ट

तुम TestKit बनाकर बेचो, मैं दुनिया को सलाह दूंगा ज्यादा टेस्ट करने की’ ये है WHO और चीन की भाईबंधी

संबंधित पोस्ट

बांग्लादेश
चर्चित

हिंदू दीपू दास की इस्लामी भीड़ के हाथों बर्बर हत्या उस्मान हादी हत्याकांड का ‘साइड इफेक्ट’ नहीं है, ये मजहबी कट्टरता को आत्मसात कर चुके बांग्लादेश का नया सच है

20 December 2025

बांग्लादेश इस समय गहरी अस्थिरता से गुज़र रहा है। दुर्भाग्य से ये अस्थिरता सिर्फ राजनैतिक नहीं है, ये नैतिक और सामाजिक भी है। अलग भाषाई...

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited