कांग्रेस को लगता है योग्यता और सही सलाह, दोनों से ही बहुत परहेज है। तभी तो जहां एक पार्टी प्रवक्ता पंकज पुनिया द्वारा शब्दों की मर्यादा लांघे जाने पर भी उनके मुंह से उफ्फ तक ना निकली, तो वहीं प्रियंका गांधी के बसों पर राजनीति करने को लेकर हुई छीछालेदर पर उनके विधायक ने खरी खोटी क्या सुनाई, कि उसे पार्टी से ही निकाल फेंका।
आइये पहले जानते हैं कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने क्या कहा, फिर पंकज पुनिया के बारे में हम आपको बताएंगे.
जी हां, हम बात कर रहे हैं अदिति सिंह की, जिसने हाल ही में श्रमिकों के लिए कांग्रेस की निम्न स्तर की राजनीति पर पार्टी हाईकमान को ही खरी खोटी सुना दी थी। रायबरेली सदर क्षेत्र से विधायक अदिति सिंह ने प्रियंका गांधी द्वारा बसों की व्यवस्था को लेकर राजनीति करने पर सवाल उठाया था.
रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह ने प्रवासी कामगारों के लिए बसों के मुद्दे पर एक तार्किक पक्ष लेते हुए बुधवार को अपनी पार्टी पर ही निशाना साधा। उन्होंने प्रियंका गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि संकट के समय निम्न स्तर की राजनीति की क्या आवश्यकता थी।
अदिति सिंह ने क्या कहा?
अदिति सिंह ने अपने ट्वीट में कहा, “आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत थी? एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा, 297 कबाड़ बसें, 98 ऑटो रिक्शा व एबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, ये कैसा क्रूर मजाक है? अगर बसें थीं तो राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र में क्यूं नहीं लगाई?”
कांग्रेस ने इसे गंभीरता से लेते हुए विधायक अदिति सिंह को पार्टी की महिला विंग के महासचिव पद से निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है.
अब इससे हास्यास्पद कुछ हो सकता है क्या भला? जो पार्टी को सही सलाह दे रहा है, जो उसे निम्नतम राजनीति ना करने को कह रहा है, वह पार्टी का शत्रु है? हालांकि हम भूल रहे है कि ये कांग्रेस है, जिनके लिए चाटुकारिता सर्वोपरि है, शिष्टाचार, योग्यता और राजनीति जाए तेल लेने।
अब आते हैं पंकज पुनिया के बयान पर
अभी हाल ही में हरियाणा कांग्रेस के नेता पंकज पुनिया ने एक बेहद आपत्तिजनक ट्वीट किया था, जिसमें जनाब ने लिखा था-
“कॉन्ग्रेस सिर्फ़ मजदूरों को अपने खर्च पर उनके घरों तक पहुँचाना चाहती थी। बिष्ट सरकार ने राजनीति शुरू की। भगवा लपेटकर नीच काम संघी ही कर सकते हैं। ये कब्र से निकालकर लाशों का बलात्कार करने वाले लोग हैं। बेटियों के सामने पैंट उतारकर जय श्रीराम के नारे लगाने वाले हस्तमैथुन करने वाले लोग हैं।”
इसके बाद से ही ट्विटर पर पंकज की जमकर आलोचना हुई और पुनिया की गिरफ्तारी की माँग की जाने लगी। FIR और कार्रवाई के डर से पुनीया ने ये ट्वीट तो डिलीट कर दिया था लेकिन इसके बाद भी वो ट्विटर पर विष उगलते नजर आए। फलस्वरूप जनाब को हरियाणा पुलिस ने हाल ही में करनाल से हिरासत में लिया और उसे अदालत में पेश करवाया
Congress leader Pankaj Punia arrested by Haryana Police in Karnal https://t.co/DUJY65zqVp
— Republic (@republic) May 20, 2020
लेकिन पंकज पुनिया के बयानों पर कांग्रेस की उफ़ तक ना निकली। मानो यह उसके लिए बड़ी आम बात हो। हालांकि यह वही कांग्रेस पार्टी है, जिसके पूर्व अध्यक्ष मौलाना मसूद अजहर जैसे आतंकियों के लिए आदरपूर्वक संबोधन करते हैं, और सर्जिकल स्ट्राइक को सैनिकों के खून की दलाली बोलते हैं। ऐसे में ये तो होना ही था।
अदिति सिंह पर कार्रवाई एक बार फिर सिद्ध सकती है कि आखिर क्यों कांग्रेस अहंकार में डूबी हुई है। इसी अहंकार में उसने हिमंता बिस्वा सरमा और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे कुशल नेताओं को खो दिया, और यदि वे नहीं चेते, तो जल्द ही उनकी पार्टी से सभी योग्य नेता बाहर हो जाएंगे, और बचेंगे तो सिर्फ चाटुकार।