TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘एक अभेद्य किला बनाकर Buddhism पर हमला करो’, चीन को अब तिब्बत हारने का डर, क्योंकि अब भारत, US, ताइवान दलाई लामा के साथ हैं

शी जिनपिंग के लिए तिब्बत एक बड़ी चिंता बन गयी है

Shikhar Srivastava द्वारा Shikhar Srivastava
31 August 2020
in मत
‘एक अभेद्य किला बनाकर Buddhism पर हमला करो’, चीन को अब तिब्बत हारने का डर, क्योंकि अब भारत, US, ताइवान दलाई लामा के साथ हैं
Share on FacebookShare on X

चीन की दुश्मनी दुनिया में दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पहली चिंता यही है कि वह अपने घरेलू राजनीति में ऐसे मुद्दों को जल्द से जल्द सुलझाएं जो चीन की आंतरिक अस्थिरता का कारण बन सकते हैं। उन्हें चिंता है कि यदि ऐसा करने में विलंब हुआ तो उनके प्रतिद्वंदी जैसे अमेरिका और भारत चीन की कमजोरीयों का फायदा उठा सकते हैं।

ऐसे कई ज्वलनशील आंतरिक मुद्दों में से एक मुद्दा तिब्बत का भी है। तिब्बत पर चीन ने 1951 में आक्रमण कर कब्जा कर लिया था। तब पश्चिमी देशों ने चीन के इस आक्रामक नीति का खुलकर विरोध नहीं किया था। किंतु अब जिनपिंग को इस बात की चिंता है कि हांगकांग की तरह तिब्बत मुद्दे को भी पश्चिमी देश चीन पर हमले के लिए उपयोग कर सकते हैं।

संबंधितपोस्ट

हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

और लोड करें

SCMP की रिपोर्ट के अनुसार चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तिब्बती जनता को अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई के बारे में शिक्षित करने के लिए तिब्बत पर कम्युनिस्ट राष्ट्र की सर्वोच्च स्तरीय बैठक “स्थिरता बनाए रखने में एक अभेद्य किला बनाने” के लिए कहा है।

जिनपिंग तिब्बत की स्थिरता के लिए इतने जागरूक इसलिए हो गए हैं क्योंकि हाल फिलाल में भारत तथा अमेरिका ने तिब्बत मुद्दे पर अधिक सख्त रुख अपनाने के संकेत दिए हैं।

जिनपिंग ने यह बयान चीन में आयोजित होने वाली तिब्बत मामलों से जुड़ी सातवीं संगोष्ठी के अवसर पर दिया है। यह संगोष्ठी 2015 में पहली बार आयोजित की गई थी, तथा इसमें प्रत्येक वर्ष चीन की सेना के उच्च अधिकारियों के साथ ही अन्य प्रशासनिक अधिकारियों, न्यायाधीशों की भी उपस्थिति रहती है।

कुछ ही दिनों पहले यह खबर आई थी कि चीन के विदेश मंत्री यांग ली भी तिब्बत की यात्रा पर गए थे। यह सभी खबरें साफ बताती हैं कि चीन भारत और अमेरिका के रवैया से घबराया हुआ है।

बता दें कि भारत के धर्मशाला में तिब्बत से आए शरणार्थियों द्वारा एक निष्कासित सरकार चलाई जाती है। यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) ने केंद्रीय तिब्बती प्रशासन को एक मिलियन डॉलर का अनुदान भी दिया था ताकि तिब्बती लोगों के वित्तीय और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत किया जा सके। यह आर्थिक मदद भले ही छोटी थी लेकिन यह साफ संदेश देती है कि अमेरिका आने वाले समय में भारत के साथ मिलकर तिब्बत के मुद्दे को जरूर उठाएगा। यही नहीं अमेरिका ने ‘रीसिप्रोकल एक्सेस टू तिब्बत’ एक्ट के तहत चीनी अधिकारियों के एक समूह के वीजा पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही अमेरिका ने ये भी स्पष्ट किया कि अमेरिका चीन और विदेशों में स्थायी आर्थिक विकास, पर्यावरण संरक्षण और तिब्बती समुदायों की मानवीय स्थितियों को आगे बढ़ाने के लिए काम करना जारी रखेगा। अमेरिकी सांसद स्कॉट पैरी ने तिब्बत से संबंधित एक बिल को अमेरिका की संसद में पेश किया था जो यह कहता है कि “अमेरिका की सरकार तिब्बत को, पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना से अलग, एक स्वतंत्र देश के रूप में स्वीकार करे”।

भारत और अमेरिका के अलावा दुनियाभर के देशों से भी दलाई लामा को समर्थन मिल रहा है। पिछले साल अमेरिकी राजदूत सैमुअल डी. ब्राउनबैक ने दलाई लामा के साथ मैक्लोडगंज स्थित उनके आवास में मुलाकात की थी। इस दौरान अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भी उनके साथ था तब ब्राउनबैक के कहा था कि उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य चीन व दुनिया के अन्य देशों को यह संदेश देना है कि अमेरिका सरकार तिब्बती लोगों, दलाई लामा और दलाई के उत्तराधिकारी को चुनने के अधिकार का पूरी तरह समर्थन करती है।हाल ही में, अपने जन्मदिन पर दलाई लामा को चीन के दूसरे कट्टर-दुश्मन, ताइवान सरकार से भी मुखर समर्थन मिला। ताइवान के समर्थकों को अपने जन्मदिन के संदेश में, दलाई लामा ने कहा था, ‘मैं एक बार फिर ताइवान आना चाहता हूं। अगर राजनीतिक परिदृश्य बदलता है तो संभव है कि मैं वहां आकर आप सबसे मिलूं। मैं ऐसी उम्मीद करता हूं। हालात चाहे जैसे भी हों, मैं आध्यात्मिक रूप से हमेशा आपसे जुड़ा रहूंगा।’ ताइवान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि नोबेल विजेता दलाई लामा की यात्रा के संबंध में कोई आवेदन मिलता है तो सरकार नियमानुसार फैसला लेगी। दोनों पक्षों के सुविधानुसार जब भी दलाई लामा आएंगे, ताइवान उनका स्वागत करेगा।

यही नहीं तिब्बत का मुद्दा स्लोवाकिया जैसे देशों में भी गूंज रहा है। मई के महीने में, 22 स्लोवाक सांसदों के एक समूह ने संयुक्त बयान जारी कर चीन के खिलाफ पचनच लामा की अवैध हिरासत की निंदा की थी। तब सभी ने बयान में कहा था, “चीन द्वारा Gedhun Choekyi Nyima और उनके परिवार के खिलाफ ही नहीं बल्कि सभी तिब्बतियों के खिलाफ अपराध जारी है।”

वही दलाई लामा के चुनाव के मुद्दे की बात करें तो यहां भी भारत और अमेरिका साथ मिलकर चीन के खिलाफ एकजुट दिखते हैं। तिब्बती मान्यताओं के अनुसार दलाई लामा न सिर्फ तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु हैं बल्कि वे तिब्बती राष्ट्र के राजनीतिक प्रतिनिधि भी हैं। दलाई लामा का चुनाव तिब्बती मान्यताओं के अनुसार एक पवित्र धार्मिक अनुष्ठान है किंतु इसके राजनीतिक निहितार्थ भी है।

यही कारण है कि चीन किसी ऐसे व्यक्ति को दलाई लामा का पद देना चाहता है जो चीन की नीतियों का समर्थन करें, क्योंकि वर्तमान दलाई लामा भारत में निवास करते हैं इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि अगले दलाई लामा भी भारत की भूमि पर ही चुने जाएं और उन्हें लामा का पद संभालने हेतु भारत में ही प्रशिक्षण मिले।

अमेरिका तिब्बती मान्यताओं में दलाई लामा के महत्त्व को समझता है यही कारण है कि जैसे ही चीन ने नए दलाई लामा के चयन की बात कही, अमेरिका ने चीन के दावों को खारिज कर दिया। अमेरिका ने स्पष्टता से अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अगले दलाई लामा का चयन किसी अंतरराष्ट्रीय संस्था में ही हो सकता है क्योंकि लामा संस्कृति को मानने वाले पूरे विश्व में फैले हुए।

अब तक भारत की तिब्बत को लेकर नीति यह थी कि भारत ने दलाई लामा को शरण तो दे रखी थी लेकिन तिब्बत की राजनीतिक स्वतंत्रता या चीन से अलग अस्तित्व की बात को नहीं उठाता था। किंतु अब यह नीति बदल गई है। हाल ही में प्रसार भारती में तिब्बती भाषा में एक कार्यक्रम प्रसारित करके चीन को यह संदेश दे दिया था कि भारत के लिए तिब्बत चीन से अलग राष्ट्र है।

जहां अमेरिका के लिए तिब्बत कूटनीतिक महत्व का मुद्दा है भारत के लिए यह भावनात्मक मुद्दा भी है। ऐसे में यह दोनों देश मिलकर तिब्बत मुद्दे पर चीन के लिए मुसीबतें खड़ी कर सकते हैं। यही कारण है कि शी जिनपिंग तिब्बत की आंतरिक सुरक्षा को लेकर इतने चिंतित हो गए हैं।

शेयर66ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

चीन का यूरोपीय दुस्वप्न खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा, अब चेक गणराज्य ने वन चाइना पॉलिसी की उड़ाई धज्जियां

अगली पोस्ट

‘योगी का बुलडोजर मोड चालू’, अपराधियों के अवैध निर्माण हटवाएगी सरकार, इसका खर्चा भी वसूलेगी

संबंधित पोस्ट

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश
चर्चित

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

17 November 2025

NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका, सामान्य हमला नहीं बल्कि फिदायीन हमला था। यानी आई-20 कार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited