TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    ‘संघ की कार्यशैली का प्रतिबिंब’: पुस्तक ‘तन समर्पित मन समर्पित’

    ‘संघ की कार्यशैली का प्रतिबिंब’: पुस्तक ‘तन समर्पित मन समर्पित’

    लोकसभा में ऐतिहासिक बिल पेश कर सकते हैं गृह मंत्री अमित शाह

    TFI exclusive: संविधान में संशोधन , जम्मू कश्मीर पुर्नगठन एक्ट में बदलाव- आख़िर संसद में क्या करने वाले हैं अमित शाह ? असली कहानी कुछ और है और ज्यादा बड़ी है

    उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुआ अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान विधेयक 2025

    उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुआ अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान विधेयक 2025, जानें क्या होगा इसका असर

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    ट्रंप का पाकिस्तान तेल सौदा और बलूच विद्रोहियों पर अमेरिकी आतंकवाद का ठप्पा

    ट्रंप की पाकिस्तान से तेल डील और बलूच विद्रोही ‘आतंकी’, क्या संसाधन युद्ध की है तैयारी?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर: भारत के सटीक हमलों से इस्लामाबाद थर्राया, पाकिस्तानी नौसेना ईरान सीमा के पास छिपने को मजबूर

    ऑपरेशन सिंदूर: इस्लामाबाद सहमा, पाक नौसेना अरब सागर से खिसककर ईरान बॉर्डर पर छिपी

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी, ग्लोबल टेंडर को किया दरकिनार

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी: रिपोर्ट

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    CSDS का असली चेहरा सामने — विदेशी पैसे से झूठे सर्वे और फेक नैरेटिव से देश को बांटने की कोशिश

    CSDS का असली चेहरा सामने – विदेशी पैसे से झूठे सर्वे और फेक नैरेटिव से देश को बांटने की कोशिश

    ऑपरेशन सिंदूर: भारत के सटीक हमलों से इस्लामाबाद थर्राया, पाकिस्तानी नौसेना ईरान सीमा के पास छिपने को मजबूर

    ऑपरेशन सिंदूर: इस्लामाबाद सहमा, पाक नौसेना अरब सागर से खिसककर ईरान बॉर्डर पर छिपी

    ट्रंप से मुलाक़ात के बाद अहम कूटनीतिक पहल, जानें मोदी-पुतिन बातचीत में क्या था खास?

    ट्रंप से मुलाक़ात के बाद अहम कूटनीतिक पहल, जानें मोदी-पुतिन बातचीत में क्या था खास?

    पाकिस्तान की कंगाली से ध्यान भटकाने की कोशिश: नक़वी ने मुनीर का ‘मर्सिडीज़’ वाला मज़ाक दुहराया

    पाकिस्तान की कंगाली से ध्यान भटकाने की कोशिश: नक़वी ने मुनीर का ‘मर्सिडीज़’ वाला मज़ाक दुहराया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    ‘संघ की कार्यशैली का प्रतिबिंब’: पुस्तक ‘तन समर्पित मन समर्पित’

    ‘संघ की कार्यशैली का प्रतिबिंब’: पुस्तक ‘तन समर्पित मन समर्पित’

    लोकसभा में ऐतिहासिक बिल पेश कर सकते हैं गृह मंत्री अमित शाह

    TFI exclusive: संविधान में संशोधन , जम्मू कश्मीर पुर्नगठन एक्ट में बदलाव- आख़िर संसद में क्या करने वाले हैं अमित शाह ? असली कहानी कुछ और है और ज्यादा बड़ी है

    उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुआ अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान विधेयक 2025

    उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुआ अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान विधेयक 2025, जानें क्या होगा इसका असर

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    ट्रंप का पाकिस्तान तेल सौदा और बलूच विद्रोहियों पर अमेरिकी आतंकवाद का ठप्पा

    ट्रंप की पाकिस्तान से तेल डील और बलूच विद्रोही ‘आतंकी’, क्या संसाधन युद्ध की है तैयारी?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर: भारत के सटीक हमलों से इस्लामाबाद थर्राया, पाकिस्तानी नौसेना ईरान सीमा के पास छिपने को मजबूर

    ऑपरेशन सिंदूर: इस्लामाबाद सहमा, पाक नौसेना अरब सागर से खिसककर ईरान बॉर्डर पर छिपी

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी, ग्लोबल टेंडर को किया दरकिनार

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी: रिपोर्ट

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    CSDS का असली चेहरा सामने — विदेशी पैसे से झूठे सर्वे और फेक नैरेटिव से देश को बांटने की कोशिश

    CSDS का असली चेहरा सामने – विदेशी पैसे से झूठे सर्वे और फेक नैरेटिव से देश को बांटने की कोशिश

    ऑपरेशन सिंदूर: भारत के सटीक हमलों से इस्लामाबाद थर्राया, पाकिस्तानी नौसेना ईरान सीमा के पास छिपने को मजबूर

    ऑपरेशन सिंदूर: इस्लामाबाद सहमा, पाक नौसेना अरब सागर से खिसककर ईरान बॉर्डर पर छिपी

    ट्रंप से मुलाक़ात के बाद अहम कूटनीतिक पहल, जानें मोदी-पुतिन बातचीत में क्या था खास?

    ट्रंप से मुलाक़ात के बाद अहम कूटनीतिक पहल, जानें मोदी-पुतिन बातचीत में क्या था खास?

    पाकिस्तान की कंगाली से ध्यान भटकाने की कोशिश: नक़वी ने मुनीर का ‘मर्सिडीज़’ वाला मज़ाक दुहराया

    पाकिस्तान की कंगाली से ध्यान भटकाने की कोशिश: नक़वी ने मुनीर का ‘मर्सिडीज़’ वाला मज़ाक दुहराया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

“पैसा चीन का, मिसाइल N.Korea की” Dangdong में चीन के कारनामों के बाद उसे UNSC से बाहर फेंका जाना चाहिए

UNSC दुनिया में शांति बनाए रखने के लिए है, वहाँ चीन का क्या काम?

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
16 September 2020
in मत
UNSC
Share on FacebookShare on X

आज कोई भी दिन नहीं ऐसा नहीं होता जब कोई खबर चीन के दादागिरी दिखाने की न आए। अब एक नई रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा उत्तर कोरिया पर लगाए गए प्रतिबंधों के बावजूद चीन अपने बॉर्डर पर यालु नदी के किनारे बसे Dandong शहर के रास्ते वित्तीय मदद कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों की इस तरह लगातार अवमानना करने के कारण अब चीन को संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद से बाहर निकालने का केस और मजबूत हो चुका है। हालांकि, अभी भी कुछ रुकावटें हैं लेकिन अगर सुरक्षा परिषद और जनरल असेंबली के सभी देश एक साथ आ गए और कुछ structural reform किया जाए तो चीन को UNSC और वीटो से बेदखल करना असंभव नहीं है।

दरअसल, यलु नदी के किनारे बसा एक जीर्ण-शीर्ण शहर Dandong चीन को उत्तर कोरिया से अलग करता है। रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि चीन पहले से ही संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया के साथ अवैध व्यापार में शामिल है।

संबंधितपोस्ट

आगरा में एक 15 साल की लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार करने पर जुनैद और आसिफ के खिलाफ मामला दर्ज, अपराधियों की तलाश जारी पर पीड़िता लापता

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मतदाता धोखाधड़ी और घुसपैठियों की सांठगांठ को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना

मलेशिया के तेरेंगानु में नया कानून: जुमे की नमाज न पढ़ने पर होगी दो साल की जेल, सोशल मीडिया पर बढ़ी नाराजगी

और लोड करें

बता दें कि सितंबर 2017 में, उत्तर कोरिया द्वारा छठा और अब तक का सबसे बड़ा परमाणु परीक्षण करने के बाद, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने उत्तर कोरियाई अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रतिबंध लगाए थे, जिसमें कोयले और खनिजों का निर्यात भी शामिल था।

हैरानी की बात है कि उस दौरान तो उन प्रतिबंधों का चीन ने समर्थन किया था और 2018 के सितंबर में, बीजिंग ने अंतर्राष्ट्रीय प्रेस को यहां तक ​​कह दिया था कि उसने UNSC द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को लागू करने के लिए उत्तर कोरियाई कोयला के शिपमेंट को पूरी तरह से बंद कर दिया है।

हालांकि, अब वॉयस ऑफ अमेरिका की एक नई रिपोर्ट पूरी तरह से एक अलग कहानी बयां कर रही है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं मिले हैं कि Dandong की कंपनियां अभी भी उत्तर कोरिया से सामान आयात करती हैं। ब्रिटेन Royal United Services Institute के शोधकर्ताओं का कहना है कि Dandong में स्थित कंपनियाँ उत्तर कोरिया से से कोयला और खनिज आयात कर रहे हैं और उन्हे वैश्विक बाजार में बेच रहे हैं, और वैश्विक बाजार से सामान खरीद कर उत्तर कोरिया को निर्यात भी कर रहे हैं जो प्योंगयांग के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

बता दें कि Dandong ने उत्तर कोरियाई अर्थव्यवस्था को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रॉयल यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूट के शोध से पता चलता है कि 2014 और 2017 के बीच, उत्तर कोरिया के कुल व्यापार का लगभग एक चौथाई केवल 150 Dandong आधारित कंपनियों के माध्यम से हुआ, जिसका मूल्य लगभग 2.9 बिलियन डॉलर है।

दशकों तक Dandong एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र बना रहा है जिसके माध्यम से चीन ने उत्तर कोरियाई शासन को वित्तीय मदद की है। हालांकि, जब प्रतिबंधों की घोषणा की गई थी तब व्यापार में तेज से कमी आई थी। परंतु अगर कम्युनिस्ट देश नियमों और कानूनों की धज्जियां न उड़ाए तो वह कम्युनिस्ट देश कैसा?

चीन ने UN के प्रतिबंधों की उसी तरीके से धज्जियां उड़ाई। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन कई तरीकों से कोरिया को वित्तीय मदद करने के लिए Money Laundering कर रहा है जिससे उत्तर कोरिया की डूबती अर्थव्यवस्था बचाया जा सके।

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन को देखते हुए यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि उत्तर कोरिया चीन के इस मदद का उपयोग अपने परमाणु कार्यक्रम और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को गति देने के लिए कर सकता है।

चीन ने इससे पहले भी इसी तरह से कई बात प्रतिबंधित देशों के साथ नजदीकी बढ़ाने का काम किया है। आज जिस तरह से प्रतिबंधों से घुटते इरान को 400 बिलियन की मदद कर चीन उसके करीब हो चुका है वह किसी से छुपा नहीं है।

हालांकि, चीन इस तरह से उत्तर कोरिया की मदद नहीं कर सकता है लेकिन चोरी छिपे वह इसे और सशक्त बना रहा है जो विश्व शांति के लिए बड़ा खतरा है।

चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की स्थायी पांच देशों में से एक है और इस प्रकार से संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के खिलाफ काम करना दिखाता है वह किस प्रकार से चीन एक Rouge Nation हो चुका है। इस कारण से न तो उसके पास वीटो का अधिकार होना चाहिए और न ही स्थायी सदस्यता होनी चाहिए। आज जिस तरह से चीन लगातार अपनी मनमानी कर रहा है, कभी UN के प्रतिबंधों का मज़ाक उड़ा कर तो कभी South China Sea में गुंडागर्दी कर, तो कभी पड़ोसी देशों के साथ बॉर्डर विवाद शुरू कर या फिर कोरोना जैसेॉी महामारी के दौरान सहयोग और पारदर्शिता न मज़ाक उड़ा कर, उससे चीन को UNSC से ही बाहर कर दिया जाना चाहिए।

हालांकि, UNSC में ऐसे संरचनात्मक सुधारों को लाने की आवश्यकता के बारे में भारत लंबे समय से मांग कर रहा है जिससे चीन जैसे Rouge Nations को उनकी अपनी नापाक हरकतों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सके।

यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि संयुक्त राष्ट्र का चार्टर किसी भी देश को UNSC से हटाने का कोई विकल्प नहीं देता है। यह स्थायी सदस्यों और गैर-स्थायी सदस्यों दोनों के लिए है। अगर किसी देश को UNSC से हटाना है तो इसके लिए UN के चार्टर को संशोधित करना ही एक मात्र विकल्प नजर आता है। यदि UN चार्टर के अध्याय XVIII का संशोधन किया जाता है तो किसी भी स्थायी या गैर स्थायी सदस्य की सदस्यता को रद्द किया जा सकता है। इसके लिए General Assembly के 2/3 वोट की आवश्यकता होगी है, और सुरक्षा परिषद के सभी स्थायी सदस्यों को भी इसके साथ सहमत होना होगा। यानि अगर देखा जाए तो UNSC के एक स्थायी सदस्य को उसकी सहमति के बिना UNSC से हटाया नहीं जा सकता है। परंतु यहाँ बात विश्व को चीन के प्रकोपों से बचाने का है, ऐसे में चीन को नजर अंदाज कर सभी देशों को, General Assembly से लेकर सुरक्षा परिषद तक सभी को एक साथ आ कर चीन का बहिष्कार कर संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में संरचनात्मक सुधारों को लाना होगा।

वहीं संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय दो में अनुच्छेद VI A के अनुसार एक सदस्य देश को चार्टर में निहित सिद्धांतों के लगातार उल्लंघन के लिए निष्कासित किया जा सकता है। चीन को भी सुरक्षा परिषद की सिफारिश पर महासभा द्वारा संगठन से निष्कासित किया जा सकता है। जाहिर है, अगर संयुक्त राष्ट्र से निष्कासित किया गया, तो कोई देश अब सुरक्षा परिषद का सदस्य नहीं हो सकता है।

हालांकि, एक और संभावना है। जिस कानूनी प्रावधान से वर्ष 1971 में ताइवान से सदस्यता UN ने चीन के हाथों में दे दी थी उसी तरह से चीन की सदस्यता वापस ताइवान को भी दी जा सकती है। वर्ष 1971 तक Republic of China यानि ताइवान के पास UN की स्थायी सदस्यता और वीटो दोनों थे। चीन के गृहयुद्ध के दौरान वर्ष 1949 में Kuomintang (गुओमिंदांग) पार्टी के शासन की हार के बाद चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने उन्हें ताइवान तक सीमित कर दिया था लेकिन बाकी विश्व के लिए वही वास्तविक चीन था। परंतु जैसे जैसे कम्युनिस्ट पार्टी मजबूत होती गयी वैसे-वैसे उसका प्रभाव बढ़ता गया। वर्ष 1971 में संयुक्त राष्ट्र ने ताइवान की सारी शक्ति चीन को दे दी। इसी तरह अगर वापस ताइवान को सारी शक्ति दे दी गयी तो चीन के पास संयुक्त राष्ट्र में शक्तियाँ नहीं बचेंगी और संरचनात्मक सुधारों को आसानी से लाया जा सकेगा।

अब समय आ गया है कि UNSC के 5 स्थायी सदस्यों को भी जांच के दायरे में लाया जाये। चीन बार-बार संयुक्त राष्ट्र की एक संस्था के तौर पर मज़ाक उड़ता है, ऐसे में यह आवश्यक है उसके स्थान पर भारत जैसे मजबूत और उभरते हुए देश को भी जोड़ा जाए जिससे संगठन में अधिक संतुलन लाया जा सके।

 

शेयर52ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

सर्दियों में तैनाती के लिए भारतीय सेना LAC पर पूरी तैयारी कर चुकी है, उधर चीनी बच्चे लगभग सरेंडर कर चुके हैं

अगली पोस्ट

जापान के नए रक्षा मंत्री Nobuo Kishi ताइवान के कट्टर समर्थक, तो चीन के धुर विरोधी हैं, चीन खौफ़ में है

संबंधित पोस्ट

1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, BJP बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद
चर्चित

1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, भाजपा बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

16 August 2025

स्वतंत्रता दिवस पर उस समय एक बड़ा राजनीतिक बवाल मच गया, जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता और 1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर...

“जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:
चर्चित

“जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

15 August 2025

एक राष्ट्र के रूप में भारत सदैव से ही जीवंत रहा है। अपनी मूल्य संस्कृति, ज्ञान – विज्ञान और वैचारिक स्पष्टता के कारण प्राचीन काल...

लाल किला समारोह में गैरहाज़िर रहे राहुल और खड़गे, कांग्रेस के राष्ट्रधर्म पर नई बहस
चर्चित

लाल किला समारोह में गैरहाज़िर रहे राहुल और खरगे, कांग्रेस के राष्ट्रधर्म पर नई बहस

15 August 2025

79वें स्वतंत्रता दिवस पर, जब लाल किले पर तिरंगा गर्व से लहरा रहा था। राष्ट्र ने ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेने वाले वीरों को सलामी...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

After 35 Years : Kashmiri Pandits Finally Getting Justice

After 35 Years : Kashmiri Pandits Finally Getting Justice

00:05:59

Hidden Heroes of India’s Freedom: How Temples Silently Fought for Independence

00:06:30

Why do Journalists like Ravish kumar Keep Speaking Pakistan’s Script all the time | Op Sindoor

00:05:55

why are Punjabi pop icons yo yo honey Singh, karan aujla abusing indian culture?

00:04:17

'We’ll Start from the East’: Asim Munir’s Threat – Who’s Arming Pakistan?

00:06:14
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited