किसान आंदोलन को लेकर सभी को पता चल चुका है कि मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा साजिश रची गई है, जिसके केंद्र में कांग्रेस पार्टी है। पंजाब में कांग्रेस की अमरिंदर सिंह सरकार इस मुद्दे पर लगातार अराजकतावादी तत्वों को संरक्षण दे रही है, लेकिन अभी तक संरक्षण को लेकर खुलकर कुछ नहीं कहा जा सकता था, लेकिन अब कैप्टन की पुलिस ने 26 जनवरी की हिंसा के लिए जिम्मेदार लक्खा सिधाना को बठिंडा में गिरफ्तार न कर साबित कर दिया है कि पंजाब सरकार उन्हें पूर्ण संरक्षण दे रही है।
देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर पिछले तीन महीनों से संसद द्वारा पारित कृषि कानूनों के नाम पर चल रहे तथाकथित किसान आंदोलन के मुद्दे पर खूब अराजकता फैलाई जा रही है। वहीं इस मुद्दे के केंद्र में पंजाब की कैप्टन सरकार ही है। किसानों को राजनीतिक साज़िश के तहत पंजाब से दिल्ली भेजना हो या फिर तीन कृषि कानूनों के मुद्दे पर किसानों को भ्रमित करना, सभी में पंजाब की कांग्रेस सरकार का ही हाथ है। वहीं अब सामने आया है कि 26 जनवरी को दिल्ली में लाल किले में हिंसा का मुख्य जिम्मेदार लक्खा सिधाना खुलेआम पंजाब में घूम रहा है, लेकिन पंजाब की पुलिस तो उसे मुजरिम समझ ही नहीं रही है।
दरअसल, पंजाब के बठिंडा में लक्खा सिधाना खुलेआम घूम रहा है और फिर अचानक फरार भी हो जा रहा है, क्योंकि पंजाब पुलिस की उसे पकड़ने की नीयत ही नहीं है। अमर उजाला की रिपोर्ट बताती है कि बठिंडा में लक्खा सिधाना एक किसान महारैली में पहुंचा था और फिर वहां से भाषण देकर गायब भी हो गया। उसके इस आजादी पर खबरें और वीडियो धड़ल्ले से वायरल हो रहे हैं, कि वो पंजाब में राजनीतिक संरक्षण पा रहा है जो साबित करता है कि कैप्टन सरकार राजनीतिक नीतियों के लिए देश की संप्रभुता को चोट पहुंचाने वाले लोगों का साथ भी दे सकती है।
ऐसा पहली बार भी नहीं है कि कैप्टन ने इस तरह का कोई फैसला लिया है। इसी तरह दिल्ली की 26 जनवरी की हिंसा को लेकर भी दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों के बचाव में 70 वकीलों की टीम खड़ी करने की बात कही गई थी।। इसी तरह पंजाब में लगातार चल रहे किसानों के तथाकथित आंदोलन में खालिस्तान के समर्थन में बातें हो रही हैं जो दिखाता है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस को राजनीतिक रूप से नई ऊर्जा देने के लिए ही कर रहे हैं।
और पढ़ें- अब अमरिंदर सिंह करदाताओं के पैसे से दिल्ली हिंसा के उपद्रवियों को कानूनी मदद मुहैया कराएंगे
कैप्टन की पुलिस के सामने होने के बावजूद लक्खा सिधाना को गिरफ्तार न करना दिखाता है कि अब पंजाब की कैप्टन सरकार किसान आंदोलन के नाम पर राजनीति खेल कर रही है, जिससे नुकसान देश की संप्रभुता का ही हो रहा है, जो कि राष्ट्रीय स्तर कांग्रेस की मिट्टी पलीद कर सकता है।