किसान आन्दोलन को लेकर कांग्रेस पार्टी और राहुल गाँधी स्वयं फंसते नजर आ रहे हैं। इसी मुद्दे को लेकर जब राहुल गाँधी किसानों को भड़काने कांग्रेस शासित राजस्थान पहुंचे तो वहां के किसानों ने उन्हें ही काले झंडे दिखा दिए। दरअसल, राहुल गांधी शुक्रवार को राजस्थान में कृषि कानूनों के मुद्दे को हल करने के लिए या यूँ कहे उन्हें मोदी सरकार के खिलाफ भड़काने के लिए पहुंचे थे, लेकिन उस क्षेत्र के हजारों किसानों ने श्रीगंगानगर पहुंचने पर उनके काफिले को रोकने के बाद राहुल गाँधी के खिलाफ नारेबाजी की।
यही नहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने कांग्रेस पार्टी के पोस्टर को फाड़ दिया और कांग्रेस नेता को काले झंडे दिखाए गए। बता दें कि राहुल गांधी शुक्रवार से शुरू होने वाले राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर हैं और उन्होंने पहले दिन पीलीबंगा और श्री गंगानगर में रैलियों को संबोधित किया। जिस तरह से किसानों ने राहुल गाँधी को आइना दिखाया है उससे ये स्पष्ट हो गया है कि उन्हें कांग्रेस पार्टी के झूठों का पता चल गया है।
रिपब्लिक टीवी के साथ बात करते हुए, प्रदर्शनकारी किसानों में से एक जयवीर ने बताया कि, “हम पिछले 3 महीनों से कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में हैं। लेकिन यहां आपको इसे कांग्रेस की रैली कहना चाहिए। आप किसान झंडे फहरा रहे हैं और हमें बेवकूफ बना रहे हैं। जब हमने 1 नवंबर को कानूनों के खिलाफ मार्च निकाला, तो यह आपकी सरकार थी जिसने हमें जयपुर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी। आप कह रहे हैं कि भाजपा सरकार दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं देती है, फिर आपकी सरकार अलग कैसे है?”
यानि अब कांग्रेस शासित राज्य में ही किसानों को प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी जा रही है जिससे वहाँ के किसानों का पारा चढ़ा हुआ है। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि राहुल विरोध का राजनीतिकरण कर रहे हैं। उन्होंने नारे भी लगाए और राहुल गांधी के काफिले को काले झंडे भी दिखाए। जनता कांग्रेस की राजनीति को स्पष्ट रूप से देख रही है और समझ चुकी है कि ये पार्टी उन्हें सिर्फ बेवकूफ बना कर मोदी सरकार के खिलाफ अपना मोहरा बना रही है। शायद यही वजह है कि राहुल गांधी और उनके काफिले को काले झंडे दिखाए गए।
जयवीर ने आगे बताया, “हम राहुल गांधी से बात करना चाहते थे। अधिकारियों ने पहले हमारी मांगों पर सहमति जताई, लेकिन हमें बाद में उनसे नहीं मिलने दिया गया। राहुल गांधी हमसे मिले बिना ही चले गए। इसलिए हमने उनके पोस्टर फाड़े और हम ऐसा फिर से करेंगे।”
राहुल गांधी को दिखाए गए काले झंडे के बारे में पूछे जाने पर, किसान ने कहा, “हम काले झंडे क्यों नहीं दिखाएंगे। क्या उन्हें लगता है कि हम मूर्ख हैं? हम नरेंद्र मोदी का विरोध कृषि कानूनों से कर रहे हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि हम आपके समर्थक हैं।”
रिपोर्ट के अनुसार एक अन्य किसान ने कहा कि राहुल गाँधी और कांग्रेस पार्टी उन किसानों के साथ बात नहीं करना चाहते हैं बल्कि वे केवल अपनी राजनीतिक रैली में भीड़ इकट्ठा करना चाहते थे। किसानों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस किसानों के विरोध के नाम पर राजनीतिक लाभ हासिल करना चाहती है।
किसानों के नाम पर झूठ फ़ैलाने वाले राहुल गांधी और राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की इस विरोध प्रदर्शन और काले झंडे पर प्रतिक्रिया भी देखना दिलचस्प होगा क्योंकि कांग्रेस लगातार किसानों के नाम पर जनता को भड़का रही है।
जब से किसानों ने दिल्ली का रुख किया है तब से कांग्रेस पार्टी हिंसा को भी हवा दे रही है जिसके कारण दिल्ली में गणतंत्र दिवस को हिंसा देखने को मिली थी। यह कांग्रेस पार्टी का षड़यंत्र ही है कि एक तरफ वे किसानों को दिल्ली में प्रदर्शन के लिए भड़का रहे हैं तो वहीँ कांग्रेस सरकार ने तथाकथित किसानों को जयपुर में प्रवेश करने की अनुमति ही नहीं दी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस इसका बचाव कैसे करती है।