हाल ही में अलीगढ़ से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। अलीगढ़ के जमालपुर में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की एक नर्स पर जानबूझकर वैक्सीन बर्बाद करने का आरोप लगा है। निहा खान नामक इस नर्स पर 29 वैक्सीन से भरे इंजेक्शन कचरे के डिब्बे में फेंक देने का आरोप है। ज़ी न्यूज के रिपोर्ट की मानें तो ऐसा करके यह कर्मचारी देशभर में इस वायरस को फैलाकर त्राहिमाम फैलाना चाहती थी।
UP's Aligarh: ANM Niha Khan inserted injection's needle in recipients' arm but didn't inject Covid-19 vaccine, and vaccines found in dustbin.
There can be more cases
When you get vaccinated, check that your certificate mentions name of medical staff who vaccinated you.
Sample: pic.twitter.com/8EnfOFLOOH
— Anshul Saxena (@AskAnshul) May 30, 2021
परंतु बात यहीं पर खत्म नहीं होती। इस प्राथमिक उपचार केंद्र की प्रमुख, डॉ आफ़रीन जहरा को निहा खान के करतबों के बारे में पता था, परंतु उन्होंने न कोई एक्शन लिया, और न ही अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में कुछ भी बताया। ऐसा प्रतीत होता है मानो डॉ आफ़रीन खुद इस काम में निहा खान का सहयोग कर रही थीं। फिलहाल, के लिए दोनों के विरुद्ध FIR दर्ज की गई है और जल्द ही इनपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
अलीगढ़ के सीओ विशाल चौधरी के अनुसार, “CMO से यह शिकायत मिलने के बाद कि एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 29 वैक्सीन बर्बाद की गई हैं, और जिन्हें ये वैक्सीन नहीं मिली है, उनका नाम भी जमालपुर के केंद्र में चढ़ा दिया गया है, वहाँ पर उपस्थित ANM निहा खान और डॉक्टर आफ़रीन ज़हरा के विरुद्ध FIR दर्ज की गई है”।
On a complaint from CMO stating that 29 COVID vaccine loaded syringes were thrown away in garbage & the beneficiaries were marked as 'vaccinated' at Jamalpur PHC, an FIR has been registered against ANM Niha Khan & Dr Afreen Zehra: Aligarh CO (Civil Lines) Vishal Chaudhary (30.05) pic.twitter.com/xUOyzjOSbs
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 30, 2021
यह बात तब सामने आई जब जमालपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन से भरे 29 सिरिन्ज कूड़े के डब्बे में मिले। मुख्य मेडिकल अधिकारी डॉक्टर भानुप्रताप कल्याणी और सहायक CMO दुर्गेश कुमार के नेतृत्व में जांच पड़ताल में सामने आया कि यह काम उस समय ड्यूटी पर उपस्थित निहा खान के नेतृत्व में हुआ था।
जमालपुर स्वास्थ्य केंद्र पर सभी से पूछताछ करने के बाद कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में निहा खान को दोषी ठहराते हुए उसके निलंबन की मांग की। अलीगढ़ के डीएम चंद्रभूषण सिंह ने निहा खान को कारण बताओ नोटिस थमाते हुए कहा कि ऐसे किसी भी घटना को उनके रहते बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलेगी”।
जहां केंद्र और उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार टीकाकरण को लेकर बेहद गंभीर है, तो वहीं निहा खान जैसे लोग अपनी हरकतों से न सिर्फ अलीगढ़ की जनता, बल्कि पूरे राज्य को खतरे में डाल रहा है। प्रशासन ने सही समय पर इसके विरुद्ध कार्रवाई कर एक मिसाल पेश की है, लेकिन इस जज्बे को बनाए रखने पर ध्यान देना भी उतना ही आवश्यक है, ताकि फिर कोई निहा खान ऐसी हरकत न कर पाए।