कोवैक्सिन वैक्सीन है – इसमें Calf Serum नहीं होता है
ऐसे समय में जब सरकार वैक्सीन के खिलाफ चल रहे प्रोपेगेंडे को दूर करने की कोशिश कर रही है, कांग्रेस नेता रोज किसी न किसी तरह वैक्सीन हिचकिचाहट पैदा करने के लिए हथकंडे अपना रहे हैं। अब कांग्रेस के गौरव पांधी ने एक RTI के जवाब को ट्वीट कर यह प्रोपेगेन्डा फ़ैलाने की कोशिश की है कि सरकार वैक्सीन में Calf serum के लिए गाय के बछड़ों को मार रही है। एक्सपोज होने के बाद पांधी ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है।
ट्विटर पर पांधी ने एक RTI के जवाब का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि, “मोदी सरकार ने स्वीकार किया है कि भारत बायोटेक द्वारा निर्मित वैक्सीन में ” Newborn Calf Serum होता है, जो 20 दिनों से कम उम्र के बछड़ों से मिले प्राप्त रक्त का एक हिस्सा है।” उन्होंने आगे लिखा कि “बछड़ों को वध करने के बाद इसे प्राप्त किया जाता है। यह जघन्य है! यह जानकारी पहले सार्वजनिक की जानी चाहिए थी।“ कांग्रेस नेता ने आरटीआई आवेदन के जवाब का स्क्रीनशॉट भी संलग्न किया।
हालाँकि, यह दावा वैक्सीनेशन प्रक्रिया में बाधा डालने का एक हथकंडा है सच्चाई से कोसों दूर है। वैज्ञानिक और लेखक आनंद रंगनाथन ने गौरव के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा कि, “कृपया इस ट्वीट को डिलीट कर दें। 1. कोवैक्सिन वैक्सीन है – इसमें Calf Serum नहीं होता है जैसा आप दावा कर रहे हैं। 2. इसके लिए बछड़ों का वध नहीं किया जाता है। 3. Calf Serum का उपयोग केवल कोशिकाओं को बढ़ाने के लिए किया जाता जिससे वायरस का उत्पादन हो। 4. यह जानकारी सितंबर 2020 से पहले से ही सार्वजनिक डोमेन में है।
Pl delete this tweet. 1. COVAXIN is the vaccine – it does NOT contain Calf serum as you allege. 2. Calves are NOT slaughtered for it. 3. Calf serum is used ONLY for growing cells to make more of the virus. 4. This information is ALREADY in public domain since September 2020. WDTT https://t.co/2mI1viXR3n
— Anand Ranganathan (@ARanganathan72) June 16, 2021
https://twitter.com/AndColorPockeT/status/1405044568064630786?s=20
यह वास्तविकता भी है सभी वायरल टीकों के निर्माण में Newborn Calf Serum का उपयोग करना एक मानक प्रथा है। कई रिपोर्ट्स में कहा जा चुका है कि वैक्सीन में किसी भी प्रकार से Calf की उपस्थिति नहीं होगी और Serum के लिए किसी बछड़े को नहीं मारा जाता है।
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दूसरे शब्दों में, Calf Serum का उपयोग टीके बनाने के लिए नहीं, बल्कि कोशिका को विकसित करने के लिए एक एजेंट के रूप में किया जाता है। उसके बाद, कोशिका को शुद्ध किया जाता है और उस कोशिका में वायरस को डाला जाता है। इसी से वायरस बढ़ता है, तथा उसके बाद उन वायरस का हार्वेस्ट किया जाता है और फिर उन्हें मार दिया जाता है। इसी तरह की प्रक्रिया पोलियो वैक्सीन निर्माण में भी होती है। इसका उपयोग भारत में सभी वायरल वैक्सीन निर्माताओं द्वारा किया जाता है। भारत बायोटेक ने भी अपने जवाब में यही बात कही है कि, ” Newborn Calf Serum का उपयोग Vero Cells के revival process में किया जाता है।
बावजूद इसके कांग्रेस के नेता वैक्सीन के खिलाफ प्रोपोगेंडे को फ़ैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं।